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8 जुलाई के बाद हेमंत कैबिनेट विस्तार की उम्मीद! झामुमो ने कहा- महागठबंधन के अन्य दलों से रायशुमारी जरूरी - Hemant cabinet

Leaders opinion on Hemant cabinet expansion. हेमंत सोरेन द्वारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अब मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा जोरों पर है. हालांकि राजद कोटे के मंत्री स्पष्ट कर चुके हैं कि 8 जुलाई को पहले विश्वास मत हासिल करेंगे उसके बाद कैबिनेट विस्तार को लेकर बात होगी. इससे पहले सियासी गलियारे में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.

Opinion of leaders regarding Hemant cabinet expansion in Jharkhand
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jul 5, 2024, 8:39 PM IST

रांची: राज्य में हेमंत सरकार 3.0 विराजमान हैं लेकिन इस सरकार में अभी सिर्फ हेमंत सोरेन ही सरकार है क्योंकि उनके कैबिनेट में कोई मंत्री नहीं है. निवर्तमान श्रम एवं नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने सोमवार को विश्वास मत के बाद कैबिनेट विस्तार की बात कही है. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी मंगलवार तक कैबिनेट के आकार लेने की संभावना जताई है.

संभावित चेहरे और कयास

जानकार ये बताते हैं कि जेएमएम कोटे के ज्यादातर मंत्री दोबारा चुने जा सकते हैं. एकमात्र राष्ट्रीय जनता दल के विधायक सत्यानंद भोक्ता के मंत्री बने रहने की संभावना है. पिछले कैबिनेट में 12 सदस्यीय मंत्रिमंडल में जेएमएम के पास मुख्यमंत्री समेत 6 पद थे, कांग्रेस के पास 4 और आरजेडी के पास 1 मंत्री पद था. इस बार कांग्रेस की ओर से इरफान अंसारी को आलमगीर आलम की जगह मंत्री पद के लिए लगातार कोशिशें की जारी हैं. ये भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने चार विधायकों की सूची सौंप दी है.

अन्य दलों से रायशुमारी जरुरी- झामुमो

झामुमो प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री के शपथ लेते ही सरकार ने काम करना शुरू कर दिया है. इसके अलावा रही बात कैबिनेट विस्तार की तो उचित समय पर उस काम को भी पूरा कर लिया जाएगा. मुख्यमंत्री के रुप में हेमंत सोरेन को अकेले शपथ लेने और अब विश्वास मत के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की बात पर झामुमो के केंद्रीय समिति सदस्य और प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि कहीं कोई देरी नहीं हो रही है. झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में नई सरकार बन चुकी है.

झामुमो के केंद्रीय समिति सदस्य मनोज पांडेय ने स्पष्ट करते हुए कहा कि ये महागठबंधन की सरकार है और कांग्रेस-राजद भी सरकार में शामिल होते रहे हैं. ऐसे में दो चार दिन की देरी को देरी नहीं कहा जा सकता है. उन्होंने कहा कि अभी कांग्रेस की ओर से वही चेहरे मंत्रिमंडल में होंगे या उसमें कोई बदलाव होना है. इसकी सूची उनके नेता और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को नहीं मिली है.

माले के सरकार में शामिल होने की संभावना नहीं- झामुमो

राज्य में इंडिया ब्लॉक में सीपीआई माले भी शामिल है तो ऐसे में क्या इस बार सरकार में माले भी शामिल होगा? इस सवाल के जवाब में झामुमो प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि इसका फैसला पार्टी और इंडिया गठबंधन के बड़े नेताओं को लेना है. उनकी जानकारी में माले सरकार में शामिल नहीं होगा.

बहुत जल्द होगा मंत्रिपरिषद विस्तार- कांग्रेस

वहीं कांग्रेस के प्रदेश महासचिव ने भी साफ किया कि 08 जुलाई को विधानसभा के विशेष सत्र में बहुमत साबित करने के बाद मंत्रिपरिषद का भी गठन हो जाएगा. उन्होंने कहा कि हम बहुमत में थे, हैं और रहेंगे.

सीएम बनने की हड़बड़ी में हेमंत ने अकेले ही ली शपथ

07 तारीख को शपथ ग्रहण समारोह की अधिकृत घोषणा के बाद आननफानन में 04 जुलाई की शाम को अकेले हेमंत सोरेन द्वारा शपथ ले लेने पर भाजपा ने तंज कसा है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि जिस तरह से अचानक और आननफानन में हेमंत सोरेन ने अपनी की पार्टी के पुराने नेता और मुख्यमंत्री कोल्हान टाइगर चंपाई सोरेन को जबरदस्ती सत्ता से उतार दिया और फिर अकेले मुख्यमंत्री बन गए. प्रतुल शाहदेव ने कहा कि पांच महीने बाद सत्ता पाने की यह बेचैनी ठीक वैसी ही थी जैसे बिन पानी मछली की हो जाती है.

इसे भी पढ़ें- शपथ के बाद अग्निपथ! 08 जुलाई को विशेष सत्र में होगा हेमंत सरकार का फ्लोर टेस्ट - Floor test

इसे भी पढ़ें- हेमंत सोरेन के नये कैबिनेट में किसको किसको मिल सकती है जगह, कौन-कौन विधायक हैं रेस में - Hemant Soren cabinet

इसे भी पढ़ें- चंपाई सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार रुका, जानिए क्या है कारण - Political Scenario In Jharkhand

रांची: राज्य में हेमंत सरकार 3.0 विराजमान हैं लेकिन इस सरकार में अभी सिर्फ हेमंत सोरेन ही सरकार है क्योंकि उनके कैबिनेट में कोई मंत्री नहीं है. निवर्तमान श्रम एवं नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने सोमवार को विश्वास मत के बाद कैबिनेट विस्तार की बात कही है. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी मंगलवार तक कैबिनेट के आकार लेने की संभावना जताई है.

संभावित चेहरे और कयास

जानकार ये बताते हैं कि जेएमएम कोटे के ज्यादातर मंत्री दोबारा चुने जा सकते हैं. एकमात्र राष्ट्रीय जनता दल के विधायक सत्यानंद भोक्ता के मंत्री बने रहने की संभावना है. पिछले कैबिनेट में 12 सदस्यीय मंत्रिमंडल में जेएमएम के पास मुख्यमंत्री समेत 6 पद थे, कांग्रेस के पास 4 और आरजेडी के पास 1 मंत्री पद था. इस बार कांग्रेस की ओर से इरफान अंसारी को आलमगीर आलम की जगह मंत्री पद के लिए लगातार कोशिशें की जारी हैं. ये भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने चार विधायकों की सूची सौंप दी है.

अन्य दलों से रायशुमारी जरुरी- झामुमो

झामुमो प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री के शपथ लेते ही सरकार ने काम करना शुरू कर दिया है. इसके अलावा रही बात कैबिनेट विस्तार की तो उचित समय पर उस काम को भी पूरा कर लिया जाएगा. मुख्यमंत्री के रुप में हेमंत सोरेन को अकेले शपथ लेने और अब विश्वास मत के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की बात पर झामुमो के केंद्रीय समिति सदस्य और प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि कहीं कोई देरी नहीं हो रही है. झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में नई सरकार बन चुकी है.

झामुमो के केंद्रीय समिति सदस्य मनोज पांडेय ने स्पष्ट करते हुए कहा कि ये महागठबंधन की सरकार है और कांग्रेस-राजद भी सरकार में शामिल होते रहे हैं. ऐसे में दो चार दिन की देरी को देरी नहीं कहा जा सकता है. उन्होंने कहा कि अभी कांग्रेस की ओर से वही चेहरे मंत्रिमंडल में होंगे या उसमें कोई बदलाव होना है. इसकी सूची उनके नेता और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को नहीं मिली है.

माले के सरकार में शामिल होने की संभावना नहीं- झामुमो

राज्य में इंडिया ब्लॉक में सीपीआई माले भी शामिल है तो ऐसे में क्या इस बार सरकार में माले भी शामिल होगा? इस सवाल के जवाब में झामुमो प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि इसका फैसला पार्टी और इंडिया गठबंधन के बड़े नेताओं को लेना है. उनकी जानकारी में माले सरकार में शामिल नहीं होगा.

बहुत जल्द होगा मंत्रिपरिषद विस्तार- कांग्रेस

वहीं कांग्रेस के प्रदेश महासचिव ने भी साफ किया कि 08 जुलाई को विधानसभा के विशेष सत्र में बहुमत साबित करने के बाद मंत्रिपरिषद का भी गठन हो जाएगा. उन्होंने कहा कि हम बहुमत में थे, हैं और रहेंगे.

सीएम बनने की हड़बड़ी में हेमंत ने अकेले ही ली शपथ

07 तारीख को शपथ ग्रहण समारोह की अधिकृत घोषणा के बाद आननफानन में 04 जुलाई की शाम को अकेले हेमंत सोरेन द्वारा शपथ ले लेने पर भाजपा ने तंज कसा है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि जिस तरह से अचानक और आननफानन में हेमंत सोरेन ने अपनी की पार्टी के पुराने नेता और मुख्यमंत्री कोल्हान टाइगर चंपाई सोरेन को जबरदस्ती सत्ता से उतार दिया और फिर अकेले मुख्यमंत्री बन गए. प्रतुल शाहदेव ने कहा कि पांच महीने बाद सत्ता पाने की यह बेचैनी ठीक वैसी ही थी जैसे बिन पानी मछली की हो जाती है.

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