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ओंकारेश्वर में शुरू हुई उत्तर भारत की सबसे बड़ी फ्लोटिंग सोलर परियोजना, जानिए- कितना होगा बिजली उत्पादन - Omkareshwar Floating Solar Park

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By PTI

Published : Aug 10, 2024, 6:18 PM IST

उत्तर भारत की सबसे बड़ी फ्लोटिंग सोलर परियोजना मध्यप्रदेश के ओंकारेश्वर में शुरू की गई है. राज्य के नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने बताया कि ये परियोजना 90 मेगावाट ऊर्जा पैदा कर रही है.

Omkareshwar Floating Solar Park
सोलर पैनल (Getty Image)

भोपाल (PTI)। मध्य और उत्तर भारत में 90 मेगावाट ऊर्जा पैदा करने वाली सबसे बड़ी फ्लोटिंग सोलर परियोजना मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के ओंकारेश्वर में है. नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने कहा "646 करोड़ रुपये की लागत वाली ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर परियोजना 8 अगस्त को चालू की गई. ये परियोजना केंद्रीय नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के तहत विकसित की गई है. यह भारत का सबसे बड़ा सौर पार्क है. ये मध्य और उत्तर भारत में सबसे बड़ी फ्लोटिंग सौर परियोजना है."

SJVN ग्रीन एनर्जी लिमिटेड कर रही संचालन

मंत्री राकेश शुक्ला ने बताया "ओंकारेश्वर की सोलर परियोजना एसजेवीएन की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एसजीईएल) द्वारा संचालित की जाती है. परियोजना के चालू होने पर कुल स्थापित क्षमता एसजेवीएन की क्षमता बढ़कर 2466.50 मेगावाट हो गई है. इस परियोजना से पहले वर्ष में 196.5 मिलियन यूनिट और 25 वर्षों में 4,629.3 मिलियन यूनिट बिजली पैदा होने की संभावना है. चालू होने के बाद, परियोजना कार्बन उत्सर्जन में 2.3 लाख टन की कमी लाएगी और केंद्र सरकार के लक्ष्य को हासिल करने में महत्वपूर्ण योगदान देगी."

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25 वर्षों के लिए बिल्ड ऑन एंड ऑपरेट होगी

राकेश शुक्ला ने बताया कि 2070 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन होगा. परियोजना पानी के वाष्पीकरण को कम करके जल संरक्षण में भी मदद करेगी. इस परियोजना को प्रतिस्पर्धी टैरिफ बोली के माध्यम से 25 वर्षों के लिए बिल्ड ओन एंड ऑपरेट के आधार पर विकसित किया गया है. फ्लोटिंग पावर प्लांट ओंकारेश्वर बांध के बैकवाटर पर विकसित किया गया है.

भोपाल (PTI)। मध्य और उत्तर भारत में 90 मेगावाट ऊर्जा पैदा करने वाली सबसे बड़ी फ्लोटिंग सोलर परियोजना मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के ओंकारेश्वर में है. नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने कहा "646 करोड़ रुपये की लागत वाली ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर परियोजना 8 अगस्त को चालू की गई. ये परियोजना केंद्रीय नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के तहत विकसित की गई है. यह भारत का सबसे बड़ा सौर पार्क है. ये मध्य और उत्तर भारत में सबसे बड़ी फ्लोटिंग सौर परियोजना है."

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25 वर्षों के लिए बिल्ड ऑन एंड ऑपरेट होगी

राकेश शुक्ला ने बताया कि 2070 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन होगा. परियोजना पानी के वाष्पीकरण को कम करके जल संरक्षण में भी मदद करेगी. इस परियोजना को प्रतिस्पर्धी टैरिफ बोली के माध्यम से 25 वर्षों के लिए बिल्ड ओन एंड ऑपरेट के आधार पर विकसित किया गया है. फ्लोटिंग पावर प्लांट ओंकारेश्वर बांध के बैकवाटर पर विकसित किया गया है.

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