पुरी: इस बार के नौसेना दिवस समारोह को लेकर तैयारियां जोरों पर है. ओडिशा के पुरी के ब्लू फ्लैग बीच नौसैनिक रिहर्सल में जुटे हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस समारोह की मुख्य अतिथि होंगी. कार्यक्रम में नौसेना की शक्ति का प्रदर्शन किया जाएगा.
4 दिसंबर को होने वाले भव्य नौसेना दिवस समारोह के लिए ब्लू फ्लैग बीच पर तैयारियां जोरों पर हैं. सम्मान और परंपरा को जीवित रखने के लिए नौसेना ने समारोह का पहला निमंत्रण श्रीमंदिर में भगवान जगन्नाथ को दिया. कमांडिंग ऑफिसर प्रदीप पटेल ने मंदिर का दौरा किया और ओडिया परंपराओं के अनुसार सुपारी, नारियल और चावल के साथ निमंत्रण दिया.
#WATCH | Odisha | Indian Navy held rehearsal at Puri beach ahead of Navy Day celebration on December 4 (30.11) pic.twitter.com/hng3E0Wt0g
— ANI (@ANI) December 1, 2024
पुरी तट पर 15 से अधिक युद्धपोत, 20 विमान और हेलीकॉप्टर, चार युद्धक टैंक पहले ही पहुंच चुके हैं. एक दिसंबर तक यह संख्या बढ़कर 25 युद्धपोत और 40 विमान हो जाने की उम्मीद है. मार्शल आर्ट का प्रदर्शन भी किया जाएगा. इसके साथ ही एक शानदार लेजर शो, एक नौसेना बैंड संगीत कार्यक्रम और मार्कोस कमांडो और पैराशूट टीम द्वारा सैन्य अभ्यास भी शामिल होगा.
भारतीय नौसेना की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि चूंकि अधिकांश लोग नौसेना की गतिविधियों से अनभिज्ञ रहते हैं. समाचार रिपोर्टों या औपचारिक परेडों तक ही सीमित रहते हैं, इसलिए यह आयोजन उनकी आंखें खोलने वाला होगा. नौसैनिक अभियानों की प्रकृति प्रायः समुद्र के विशाल विस्तार में संचालित किए जाते हैं. इसका अर्थ है कि आम जनता को भारतीय नौसेना के शक्तिशाली जहाजों, अत्याधुनिक उपकरणों या सामरिक युद्धाभ्यासों को देखने का अवसर शायद ही कभी मिल पाता है.
बयान में कहा गया कि इस वर्ष पुरी में नौसेना के पराक्रम को लोगों के करीब लाया गया है और नौसेना की गतिविधियों का नजदीक से अनुभव कराया गया है. दर्शक समन्वित जहाज युद्धाभ्यास, मॉक बचाव और नौसेना के हेलीकॉप्टर, लड़ाकू जेट और गश्ती विमानों द्वारा युद्धाभ्यास के रोमांचक प्रदर्शन देखेंगे. यह समुद्री क्षेत्र में हमारे हितों को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक जटिल कौशल और प्रशिक्षण के बारे में भी जानकारी देगा.
नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे हैं ताकि भव्य आयोजन के लिए हर विवरण सही जगह पर हो. राष्ट्रपति, रक्षा मंत्री और तीनों सशस्त्र सेनाओं के प्रमुखों के लिए विशेष बैठने की व्यवस्था की गई है, जबकि पुलिस की 80 प्लाटून और 300 वरिष्ठ अधिकारी सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे. पुरी और भुवनेश्वर में व्यापक यातायात और पार्किंग उपाय किये जा रहे हैं.