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प बंगाल: ED के बाद NIA पर हमला, भीड़ ने गाड़ी पर किया पथराव, दो संदिग्ध गिरफ्तार - NIA Team Attacked By Mob - NIA TEAM ATTACKED BY MOB

Mob attack on NIA: पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले में छापेमारी के दौरान एनआईए अधिकारियों पर हमला किया गया. सूत्रों ने बताया कि एनआईए की टीम भूपतिनगर में 2022 में हुए एक विस्फोट के सिलसिले में छापेमारी करने पहुंची थी.

Mob attack on NIA.
पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर में NIA पर हमला.
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Apr 6, 2024, 11:45 AM IST

Updated : Apr 6, 2024, 5:18 PM IST

पूर्वी मेदिनीपुर: पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले में शुक्रवार और शनिवार की तड़के राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम पर उस समय हमला किया गया, जब अधिकारी तृणमूल कांग्रेस नेता के घर पर 2022 विस्फोट मामले की जांच करने पहुंचे थे. भूपतिनगर विस्फोट मामले में कथित संलिप्तता के लिए शुक्रवार रात दो टीएमसी नेताओं को गिरफ्तार किए जाने के बाद यह मामला सामने आया है. ताजा जानकारी के मुताबिक एनआईए ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें कोलकाता के बैंकशाल कोर्ट लाया गया है.

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, एनआईए के अधिकारियों की एक टीम 3 दिसंबर, 2022 को भूपतिनगर ब्लास्ट मामले की जांच के लिए भूपतिनगर गई थी. दो स्थानीय टीएमसी नेताओं की पहचान मोनोब्रता जाना और बलाईलाल मैती के रूप में की गई, जिन्हें एनआईए टीम ने गिरफ्तार किया.

3 दिसंबर, 2022 को पूर्व मेदिनीपुर के नदुविला गांव के राजकुमार मन्ना के दो मंजिला घर में विस्फोट हुआ, जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई. घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने जांच शुरू की, लेकिन बाद में एनआईए ने घटना की जांच अपने हाथ में ले ली. हाल ही में 30 मार्च को आठ तृणमूल कांग्रेस नेताओं को विस्फोट के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया गया था.

एक NIA अधिकारी घायल
हमले को लेकर एनआईए ने जानकारी देते हुए कहा, 'टीम के एक सदस्य को मामूली चोट आई और एजेंसी का आधिकारिक वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया, क्योंकि भीड़ में कुछ उपद्रवियों ने उन पर हमला किया. आक्रामक भीड़ ने गिरफ्तारी की औपचारिकताएं पूरी करने के लिए एनआईए टीम और उसके सुरक्षा घटक को भूपतिनगर पुलिस स्टेशन की ओर बढ़ने से रोकने की कोशिश की. एनआईए ने इस संबंध में स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है'.

ममता ने दी प्रतिक्रिया
भूपतिनगर में जांच के दौरान एनआईए अधिकारियों पर प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया. इस पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का बयान सामने आया है. ममता ने कहा, 'उन्होंने आधी रात को छापा क्यों मारा? क्या उनके पास पुलिस की अनुमति थी? स्थानीय लोगों ने उसी तरह प्रतिक्रिया व्यक्त की, जैसे अगर कोई अन्य अजनबी आधी रात को उस जगह पर जाता'.

मुख्यमंत्री ने आगे कहा, 'वे चुनाव से ठीक पहले लोगों को क्यों गिरफ्तार कर रहे हैं? बीजेपी क्या सोचती है कि वो हर बूथ एजेंट को गिरफ्तार कर लेगी? एनआईए को क्या अधिकार है? ये सब बीजेपी को समर्थन देने के लिए कर रहे हैं. हम पूरी दुनिया से भाजपा की इस गंदी राजनीति के खिलाफ लड़ने का आह्वान करते हैं'.

ममता का कुशासन - बीजेपी
भारतीय जनता पार्टी के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो शेयर कर घटना की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने कहा, 'ममता बनर्जी के कुशासन के तहत पश्चिम बंगाल हमेशा की तरह अराजक बना हुआ है. ईडी अधिकारियों पर हमले के बाद अब एक और केंद्रीय एजेंसी निशाने पर आ गई है. पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर में दो टीएमसी नेताओं को गिरफ्तार करने गई एनआईए अधिकारियों की टीम को निशाना बनाया गया. 100/150 ग्रामीणों ने न सिर्फ एनआईए टीम को आरोपियों को गिरफ्तार करने से रोका, बल्कि उनकी गाड़ियों पर पथराव भी किया'.

मालवीय ने कहा कि स्थानीय पुलिस की भागीदारी के बिना यह संभव नहीं था. बंगाल में शाहजहाँ शेख से लेकर अनुब्रोतो मंडल तक सभी अपराधियों को टीएमसी का संरक्षण प्राप्त है.

ED पर भीड़ पर हमला
इससे पहले पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के राशन घोटाले के सिलसिले में शाहजहां शेख के घर पर छापा मारने गए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर भीड़ ने हमला किया था. उस समय ED अधिकारियों के साथ CRPF के सिर्फ 27 जवान थे. हमले में 3 अधिकारियों को गंभीर चोटें आई थी. भीड़ ने उनके मोबाइल फोन, लैपटॉप, नकदी और वॉलेट भी छीन लिए. वाहनों पर पथराव किया गया. ईडी टीम के साथ गए केंद्रीय बल के जवानों पर भी हमला किया गया. अधिकारियों को ऑटो रिक्शा और दो पहिया वाहन पर सवार होकर वहां से जाने पर मजबूर होना पड़ा.

पढ़ें: बंगाल की सीएम बोलीं- 'ममता की गारंटी मोदी की तरह झूठ नहीं' - Lok Sabha Election 2024

पूर्वी मेदिनीपुर: पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले में शुक्रवार और शनिवार की तड़के राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम पर उस समय हमला किया गया, जब अधिकारी तृणमूल कांग्रेस नेता के घर पर 2022 विस्फोट मामले की जांच करने पहुंचे थे. भूपतिनगर विस्फोट मामले में कथित संलिप्तता के लिए शुक्रवार रात दो टीएमसी नेताओं को गिरफ्तार किए जाने के बाद यह मामला सामने आया है. ताजा जानकारी के मुताबिक एनआईए ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें कोलकाता के बैंकशाल कोर्ट लाया गया है.

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, एनआईए के अधिकारियों की एक टीम 3 दिसंबर, 2022 को भूपतिनगर ब्लास्ट मामले की जांच के लिए भूपतिनगर गई थी. दो स्थानीय टीएमसी नेताओं की पहचान मोनोब्रता जाना और बलाईलाल मैती के रूप में की गई, जिन्हें एनआईए टीम ने गिरफ्तार किया.

3 दिसंबर, 2022 को पूर्व मेदिनीपुर के नदुविला गांव के राजकुमार मन्ना के दो मंजिला घर में विस्फोट हुआ, जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई. घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने जांच शुरू की, लेकिन बाद में एनआईए ने घटना की जांच अपने हाथ में ले ली. हाल ही में 30 मार्च को आठ तृणमूल कांग्रेस नेताओं को विस्फोट के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया गया था.

एक NIA अधिकारी घायल
हमले को लेकर एनआईए ने जानकारी देते हुए कहा, 'टीम के एक सदस्य को मामूली चोट आई और एजेंसी का आधिकारिक वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया, क्योंकि भीड़ में कुछ उपद्रवियों ने उन पर हमला किया. आक्रामक भीड़ ने गिरफ्तारी की औपचारिकताएं पूरी करने के लिए एनआईए टीम और उसके सुरक्षा घटक को भूपतिनगर पुलिस स्टेशन की ओर बढ़ने से रोकने की कोशिश की. एनआईए ने इस संबंध में स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है'.

ममता ने दी प्रतिक्रिया
भूपतिनगर में जांच के दौरान एनआईए अधिकारियों पर प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया. इस पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का बयान सामने आया है. ममता ने कहा, 'उन्होंने आधी रात को छापा क्यों मारा? क्या उनके पास पुलिस की अनुमति थी? स्थानीय लोगों ने उसी तरह प्रतिक्रिया व्यक्त की, जैसे अगर कोई अन्य अजनबी आधी रात को उस जगह पर जाता'.

मुख्यमंत्री ने आगे कहा, 'वे चुनाव से ठीक पहले लोगों को क्यों गिरफ्तार कर रहे हैं? बीजेपी क्या सोचती है कि वो हर बूथ एजेंट को गिरफ्तार कर लेगी? एनआईए को क्या अधिकार है? ये सब बीजेपी को समर्थन देने के लिए कर रहे हैं. हम पूरी दुनिया से भाजपा की इस गंदी राजनीति के खिलाफ लड़ने का आह्वान करते हैं'.

ममता का कुशासन - बीजेपी
भारतीय जनता पार्टी के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो शेयर कर घटना की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने कहा, 'ममता बनर्जी के कुशासन के तहत पश्चिम बंगाल हमेशा की तरह अराजक बना हुआ है. ईडी अधिकारियों पर हमले के बाद अब एक और केंद्रीय एजेंसी निशाने पर आ गई है. पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर में दो टीएमसी नेताओं को गिरफ्तार करने गई एनआईए अधिकारियों की टीम को निशाना बनाया गया. 100/150 ग्रामीणों ने न सिर्फ एनआईए टीम को आरोपियों को गिरफ्तार करने से रोका, बल्कि उनकी गाड़ियों पर पथराव भी किया'.

मालवीय ने कहा कि स्थानीय पुलिस की भागीदारी के बिना यह संभव नहीं था. बंगाल में शाहजहाँ शेख से लेकर अनुब्रोतो मंडल तक सभी अपराधियों को टीएमसी का संरक्षण प्राप्त है.

ED पर भीड़ पर हमला
इससे पहले पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के राशन घोटाले के सिलसिले में शाहजहां शेख के घर पर छापा मारने गए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर भीड़ ने हमला किया था. उस समय ED अधिकारियों के साथ CRPF के सिर्फ 27 जवान थे. हमले में 3 अधिकारियों को गंभीर चोटें आई थी. भीड़ ने उनके मोबाइल फोन, लैपटॉप, नकदी और वॉलेट भी छीन लिए. वाहनों पर पथराव किया गया. ईडी टीम के साथ गए केंद्रीय बल के जवानों पर भी हमला किया गया. अधिकारियों को ऑटो रिक्शा और दो पहिया वाहन पर सवार होकर वहां से जाने पर मजबूर होना पड़ा.

पढ़ें: बंगाल की सीएम बोलीं- 'ममता की गारंटी मोदी की तरह झूठ नहीं' - Lok Sabha Election 2024

Last Updated : Apr 6, 2024, 5:18 PM IST
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