सहरसाः नेपाल सरकार ने भारतीय पर्यटकों की सुविधा के लिए कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं. भारतीय पर्यटकों की करेंसी लिमिट बढ़ाने का फैसला लिया गया है, जिससे उन्हें अधिक धनराशि के साथ यात्रा करने में आसानी होगी. इसके साथ ही, भारतीय पर्यटकों के वाहनों की चेकिंग प्रक्रिया को भी सुलभ और सरल बनाया जाएगा. इन उपायों का उद्देश्य भारतीय पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाना और नेपाल में पर्यटन को बढ़ावा देना है.
बेटी-रोटी का संबंधः भारत- नेपाल बॉर्डर के ईटहरी में इस्टर्न ट्रेवल मार्ट 2024 का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में नेपाल के कोशी प्रांत के मुख्यमंत्री हिकमत कुमार कार्की ने यह जानकारी दी. उन्होंने दोनों देशों के प्रधानमंत्री से अपील की है कि वो इस रिश्ते को मजबूत करने के लिए आगे आएं. उन्होंने कहा कि नेपाल और भारत के बीच सदियों से बेटी-रोटी का संबंध रहा है. जरुरत इसे और मजबूत करने की है. इसके लिए दोनों देशों को इस पर विचार करना चाहिए.
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावाः नेपाल में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था. कार्यक्रम में नेपाल और भारत के विभिन्न राज्यों से संवाददाता पहुंचे थे. बिहार से कई पत्रकार ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया. कार्यक्रम का उद्घाटन कोशी प्रदेश के मुख्यमंत्री ने किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटकों के लिए जो दिक्कत है, उसका समाधान जल्द करने की दिशा में पहल जारी है. उन्होंने दोनों देशों के प्रधानमंत्री से अपील की है कि दोनों देशों के संबंध बेहतर हों, इसके लिए प्रयास करना चाहिए.
अर्थव्यवस्था सुदृढ होगीः तीन दिवसीय कार्यक्रम में नेपाल के कोशी प्रान्त के सीएम की घोषणा के बाद बिहार के बार्डर इलाके के लोगों ने इसे समुचित पहल बताते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच न सिर्फ सदियों चली आ रही परंपरा को मजबूती मिलेगा बल्कि भारत सहित बिहार खासकर कोशी, सीमांचल व मिथिलांचल के लोगों का नेपाल जाने से पर्यटन के क्षेत्र में फायदा पहुंचेगा. इस क्षेत्र में भी नेपाली पर्यटक पहुंचेंगे जिससे दोनों देशों की अर्थव्यवस्था सुदृढ होगी.
"नेपाल घूमने के लिए जो लिमिट करेंसी है उसको बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है. इसके साथ ही टूरिस्टों के लिए वाहन चेकिंग को सुलभ करने के साथ अन्य समस्याओं पर भी तेजी से काम किया जा रहा है." - हिकमत कुमार कार्की, नेपाल के कोशी प्रांत के मुख्यमंत्री