कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस एग्जाम (NEET UG 2024) 5 मई को आयोजित की गई थी. इस परीक्षा में 23 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे, जिसमें 10 लाख मेल कैंडिडेट और 13 लाख फीमेल कैंडिडेट हैं. इस परीक्षा का परिणाम 14 जून को घोषित किया जाएगा. इसके पहले नेशनल टेस्टिंग एजेंसी प्रश्न पत्र पर प्रोविजनल आंसर की जारी करेगी, लेकिन कोटा समेत देशभर के कई कोचिंग संस्थानों ने अपनी खुद की आंसर की नीट यूजी के प्रश्न पत्र के आधार पर तैयार कर ली है. इस आंसर की के आधार पर कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले अभ्यर्थियों के अंकों की भी कैलकुलेशन की गई है. इसके बाद देशभर की कोचिंग संस्थानों ने दावा किया है कि इस बार 8 से 10 कैंडिडेट परफेक्ट स्कोर करेंगे. इनमें कोटा के अलावा दिल्ली और दक्षिण भारत के कोचिंग संस्थान भी शामिल हैं.
कोटा के कोचिंग संस्थान भी चार कैंडिडेट के परफेक्ट स्कोर बनाने का दावा किया है. हालांकि, बीते 4 साल में से तीन बार परफेक्ट स्कोर 2020, 2021 और 2023 में बना है, जिसमें 7 कैंडिडेट अब तक परफेक्ट स्कोर बना पाए है. एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा का मानना है कि कोचिंग संस्थानों का यह दावा सटीक भी बैठ सकता है, क्योंकि यहां पर एक्सपर्ट फैकेल्टी होती है. वे नीट यूजी के प्रश्न पत्र के आधार पर ही इसे तैयार करती हैं. हालांकि, कई बार एक-दो प्रश्नों में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के फाइनल आंसर की से अंतर सामने आ जाता है, ऐसी स्थिति में कैंडिडेट्स के अंकों की कैलकुलेशन गड़बड़ हो जाती है.
पहली बार कोटा ने बनाया था रिकॉर्ड : नीट यूजी 2020 में परफेक्ट स्कोर 720 में से 720 अंक लाने का रिकॉर्ड बना था. कोटा से कोचिंग कर रहे उड़ीसा निवासी शोएब आफताब और दिल्ली में पढ़ी आकांक्षा सिंह ने यह रिकॉर्ड बनाया था. यह नीट यूजी परीक्षा के इतिहास में पहली बार हुआ था कि कोई कैंडिडेट पूरे में से पूरे अंक लाया था. दो कैंडिडेट एक समान अंक लेकर आए थे. इसलिए टाई ब्रेकिंग क्राइटेरिया लागू किया गया, जिसमें शोयब आफताब की उम्र ज्यादा होने के चलते उसे ऑल इंडिया रैंक वन मिली थी.
अब तक सात कैंडिडेट लाए हैं परफेक्ट स्कोर : साल 2020 में दो विद्यार्थियों ने परफेक्ट स्कोर बनाया था. वहीं, 2021 में भी तीन कैंडिडेट परफेक्ट स्कोर लेकर आए थे, जिसमें मृणाल कुटेरी, तन्मय गुप्ता और कार्तिका जी नायर शामिल थे. हालांकि, टाई ब्रेकिंग क्राइटेरिया लागू नहीं होने के चलते तीनों को ऑल इंडिया रैंक वन मिली थी. साल 2022 में कोई भी कैंडिडेट परफेक्ट स्कोर नहीं कर पाया था. इसके बाद बीते साल 2023 में भी दो कैंडिडेट तमिलनाडु के प्रबंजन जे और आंध्र प्रदेश के बोरा वरुण चक्रवर्ती 720 में से 720 अंक लेकर आए थे.