कोटा. मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2024 की तैयारी कर रहे हरियाणा के एक कोचिंग छात्र ने कोटा में आत्महत्या कर ली. पुलिस ने इसकी सूचना परिजनों तक पहुंचाई थी, जिसके बाद 19 वर्षीय सुमित पांचाल के परिजन रोहतक से कोटा पहुंच हैं. परिजनों ने इस मामले में हत्या की आशंका जताई है. इस संबंध में परिजनों ने पुलिस के सामने बयान दर्ज करवाएं हैं.
सुमित के चाचा सुरेंद्र पांचाल ने आरोप लगाया है कि यह पूरी तरह से मर्डर का मामला है. वे हॉस्टल में जाकर भी देखेंगे, क्योंकि सुमित की गर्दन पर कट का निशान था. ऐसा घाव रस्सी से नहीं हो सकता है. वहीं उसके हाथ भी पूरी तरह से लाल पड़े हुए थे. उन्होंने कहा कि हम इसकी जांच करवाएंगे.
सुमित के पिता विजयपाल का कहना है कि सुमित से 5 दिन पहले बात हुई थी और रविवार को सुबह से शाम तक उन्होंने कई बार कॉल किया, लेकिन बातचीत नहीं हो पाई. जब उन्होंने हॉस्टल संचालक को इस संबंध में सूचना दी, तब उसने कमरे में जाकर देखा तो हादसे की जानकारी सामने आई है. सुमित एक बार नीट यूजी की परीक्षा बिना कोचिंग किए दे चुका था, वहीं दूसरी बार वह कोचिंग करके परीक्षा दे रहा था. किसी भी तरह की उसको कोई टेंशन नहीं थी. सुमित के दादा रामकुमार पांचाल का कहना है कि उन्होंने सुमित के हॉस्टल के कुक से बातचीत की थी. उसने सुमित के ठीक होने की बात बताई थी. इस पूरे मामले में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम और स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम गठित करने की मांग परिजनों ने की है.
दूसरी तरफ, इस पूरे मामले में कोटा शहर के पुलिस उपाधीक्षक द्वितीय राजेश कुमार सोनी का कहना है - "जिला प्रशासन ने भी हॉस्टल के रूम में एंटी हैंगिंग डिवाइस नहीं होने के मामले में जांच पड़ताल कर रिपोर्ट मांगी है. हॉस्टल संचालक के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. इस हॉस्टल में 12 रूम है, लेकिन 10 में एंटी हैंगिंग डिवाइस है, शेष दो रूम में नहीं है. जिन दो रूम में एंटी हैंगिंग डिवाइस नहीं है, उनमें से एक में सुमित भी रह रहा था और दुर्भाग्य से यह हादसा हो गया. परिजनों की ओर से हत्या का आरोप लगाने पर उन्होंने कहा कि इस मामले की हर पहलू से जांच की जाएगी. बच्चों के इस तरह का कदम उठाने के चलते परिजन एकाएक परेशान हो जाते हैं, हालांकि उनकी मांग के अनुसार जांच की जाएंगी."