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यम्मा-यम्मा गाने पर एक्साइज महिला ऑफिसर ने लगाए ठुमके, MPPSC में भर्ती पर उठे सवाल - MPPSC PRIYANKA KADAM VIDEO

मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के सिलेक्शन पर सवाल उठ रहे हैं.नेशनल एजुकेशन यूथ यूनियन ने एक महिला ऑफिसर के वीडियो को लेकर आरोप लगाए.

MPPSC PRIYANKA KADAM VIDEO
MPPSC में भर्ती पर उठे सवाल (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Feb 14, 2025, 6:51 PM IST

इंदौर: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की एक महिला अफसर का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. यह वीडियो सामने आने के बाद महिला अफसर पर एमपी पीएससी में धांधली का आरोप लग रहा है. नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन ने महिला अधिकारी की दिव्यांगता के आधार पर सिलेक्शन पर सवाल उठाए हैं. दिव्यांगता का गलत इस्तेमाल करने को लेकर उठ रहे सवाल पर खुद एक्साइज महिला ऑफिसर प्रियंका कदम ने सफाई देते हुए अपने मेडिकल के सारे रिकॉर्ड और एक्स-रे रिपोर्ट दिखाए. साथ ही किसी भी तरह की जांच की बात कही है.

डांस वीडियो से चर्चा में महिला अफसर

इस मामले में नेशनल एजुकेशन यूथ यूनियन ने एक्साइज ऑफिसर प्रियंका कदम के सिलेक्शन पर सवाल उठाए हैं. साथ ही अधिकारी की दिव्यांगता की नए सिरे से जांच की मांग की है. दरअसल, उज्जैन के मोदी गली में रहने वाली प्रियंका कदम का सिलेक्शन 2022 की राज्य लोक सेवा परीक्षा में हुआ था. जिसके बाद उन्हें जिला आबकारी अधिकारी के पद पर पदस्थ किया गया. 2022 में सिलेक्शन के बाद प्रियंका कदम साल 2025 फरवरी में अचानक सुर्खियों में आ गईं. इसकी वजह सोशल मीडिया पर उनका वायरल हो रहा वीडियो है.

एक्साइज महिला ऑफिसर ने लगाए ठुमके (ETV Bharat)

MPPSC में सिलेक्शन पर उठे सवाल

प्रियंका का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जो वीडियो डाला गया, उसके बाद कहा जा रहा है कि जिस तरह से वह डांस कर रही हूं, किसी भी दिव्यांग व्यक्ति के लिए वह डांस संभव नहीं है. प्रियंका कदम का यह वीडियो जैसे ही वायरल हुआ, वैसे ही प्रियंका के दिव्यांगता के आधार पर एमपी पीएससी में हुए सिलेक्शन पर सवाल उठने लगे. इसी बीच नेशनल एजुकेशन यूथ यूनियन के राधे जाट ने इस मामले में आरोप लगाते हुए कहा कि "प्रियंका का सिलेक्शन कहीं ना कहीं फर्जीवाड़ा के आधार पर किया गया है, क्योंकि यदि कोई अभ्यर्थी 40 से 45% दिव्यांग है, तो वह इस तरह के डांस करते हुए सामान्य लोगों की तरह नाच ही नहीं सकता.

नेशनल एजुकेशन यूथ यूनियन का आरोप (ETV Bharat)

नेशनल एजुकेशन यूथ यूनियन का बड़ा आरोप

लिहाजा प्रियंका के मेडिकल सर्टिफिकेट की एम्स या अन्य केंद्रीय एजेंसियों से जांच कराना चाहिए, क्योंकि कहीं ना कहीं वह सामान्य दिव्यांगों के हक को मारकर कथित रूप से संदेहास्पद सर्टिफिकेट के आधार पर सिलेक्ट हुईं है. नेशनल एजुकेशन यूथ यूनियन के राधे जाट का आरोप है कि पीएससी में दिव्यांग कोटे से भर्ती के नाम पर धांधली हुई हैं, क्योंकि प्रियंका ने पहले ओबीसी से फार्म भरकर परीक्षा दी. बाद में EWS कोटे से एग्जाम दे दिया. जो कहीं ना कहीं संदेह के घेरे में है. लिहाजा प्रियंका के मेडिकल सर्टिफिकेट की एम्स या अन्य केंद्रीय एजेंसियों से जांच कराई जाना चाहिए."

Question on MPPSC Recruitment
एक्साइज ऑफिसर प्रियंका का दिव्यांगता सर्टिफिकेट (ETV Bharat)

प्रियंका बोली-सारे आरोप बेबुनियाद

इधर इस पूरे मामले के चर्चा में आने के बाद प्रियंका कदम बचाव की मुद्रा में हैं. एक्साइज ऑफिसर प्रियंका कदम ने ईटीवी भारत को अपने मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाते हुए कहा "वह 2017 में बाथरूम में गिर गई थी. जिसके बाद उनकी हिप बोन दो जगह से टूट गई थी. इसका इलाज लंबे समय चला. इसके बावजूद मैं पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाई. उन्हें लोकोमोटर डिसेबिलिटी है. जिसके कारण वह शारीरिक रूप से 45% दिव्यांग हैं और उन्हें यह प्रॉब्लम दोनों पैरों में है.

जिसके प्रमाण दिव्यांगता के लिए बनवाए गए मेडिकल सर्टिफिकेट में स्पष्ट है. उन्होंने कहा जो डांस उनके द्वारा किया गया. वह पेन किलर दवाइयां खाकर किया गया था. हालांकि इस तरह के विरोध के बाद उन्होंने वह वीडियो अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटा लिया है.

इंदौर: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की एक महिला अफसर का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. यह वीडियो सामने आने के बाद महिला अफसर पर एमपी पीएससी में धांधली का आरोप लग रहा है. नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन ने महिला अधिकारी की दिव्यांगता के आधार पर सिलेक्शन पर सवाल उठाए हैं. दिव्यांगता का गलत इस्तेमाल करने को लेकर उठ रहे सवाल पर खुद एक्साइज महिला ऑफिसर प्रियंका कदम ने सफाई देते हुए अपने मेडिकल के सारे रिकॉर्ड और एक्स-रे रिपोर्ट दिखाए. साथ ही किसी भी तरह की जांच की बात कही है.

डांस वीडियो से चर्चा में महिला अफसर

इस मामले में नेशनल एजुकेशन यूथ यूनियन ने एक्साइज ऑफिसर प्रियंका कदम के सिलेक्शन पर सवाल उठाए हैं. साथ ही अधिकारी की दिव्यांगता की नए सिरे से जांच की मांग की है. दरअसल, उज्जैन के मोदी गली में रहने वाली प्रियंका कदम का सिलेक्शन 2022 की राज्य लोक सेवा परीक्षा में हुआ था. जिसके बाद उन्हें जिला आबकारी अधिकारी के पद पर पदस्थ किया गया. 2022 में सिलेक्शन के बाद प्रियंका कदम साल 2025 फरवरी में अचानक सुर्खियों में आ गईं. इसकी वजह सोशल मीडिया पर उनका वायरल हो रहा वीडियो है.

एक्साइज महिला ऑफिसर ने लगाए ठुमके (ETV Bharat)

MPPSC में सिलेक्शन पर उठे सवाल

प्रियंका का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जो वीडियो डाला गया, उसके बाद कहा जा रहा है कि जिस तरह से वह डांस कर रही हूं, किसी भी दिव्यांग व्यक्ति के लिए वह डांस संभव नहीं है. प्रियंका कदम का यह वीडियो जैसे ही वायरल हुआ, वैसे ही प्रियंका के दिव्यांगता के आधार पर एमपी पीएससी में हुए सिलेक्शन पर सवाल उठने लगे. इसी बीच नेशनल एजुकेशन यूथ यूनियन के राधे जाट ने इस मामले में आरोप लगाते हुए कहा कि "प्रियंका का सिलेक्शन कहीं ना कहीं फर्जीवाड़ा के आधार पर किया गया है, क्योंकि यदि कोई अभ्यर्थी 40 से 45% दिव्यांग है, तो वह इस तरह के डांस करते हुए सामान्य लोगों की तरह नाच ही नहीं सकता.

नेशनल एजुकेशन यूथ यूनियन का आरोप (ETV Bharat)

नेशनल एजुकेशन यूथ यूनियन का बड़ा आरोप

लिहाजा प्रियंका के मेडिकल सर्टिफिकेट की एम्स या अन्य केंद्रीय एजेंसियों से जांच कराना चाहिए, क्योंकि कहीं ना कहीं वह सामान्य दिव्यांगों के हक को मारकर कथित रूप से संदेहास्पद सर्टिफिकेट के आधार पर सिलेक्ट हुईं है. नेशनल एजुकेशन यूथ यूनियन के राधे जाट का आरोप है कि पीएससी में दिव्यांग कोटे से भर्ती के नाम पर धांधली हुई हैं, क्योंकि प्रियंका ने पहले ओबीसी से फार्म भरकर परीक्षा दी. बाद में EWS कोटे से एग्जाम दे दिया. जो कहीं ना कहीं संदेह के घेरे में है. लिहाजा प्रियंका के मेडिकल सर्टिफिकेट की एम्स या अन्य केंद्रीय एजेंसियों से जांच कराई जाना चाहिए."

Question on MPPSC Recruitment
एक्साइज ऑफिसर प्रियंका का दिव्यांगता सर्टिफिकेट (ETV Bharat)

प्रियंका बोली-सारे आरोप बेबुनियाद

इधर इस पूरे मामले के चर्चा में आने के बाद प्रियंका कदम बचाव की मुद्रा में हैं. एक्साइज ऑफिसर प्रियंका कदम ने ईटीवी भारत को अपने मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाते हुए कहा "वह 2017 में बाथरूम में गिर गई थी. जिसके बाद उनकी हिप बोन दो जगह से टूट गई थी. इसका इलाज लंबे समय चला. इसके बावजूद मैं पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाई. उन्हें लोकोमोटर डिसेबिलिटी है. जिसके कारण वह शारीरिक रूप से 45% दिव्यांग हैं और उन्हें यह प्रॉब्लम दोनों पैरों में है.

जिसके प्रमाण दिव्यांगता के लिए बनवाए गए मेडिकल सर्टिफिकेट में स्पष्ट है. उन्होंने कहा जो डांस उनके द्वारा किया गया. वह पेन किलर दवाइयां खाकर किया गया था. हालांकि इस तरह के विरोध के बाद उन्होंने वह वीडियो अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटा लिया है.

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