वाराणसी: महादेव के प्रिय श्रावण मास के तीसरे सोमवार को श्री विशेश्वर के दर्शन और जलाभिषेक के लिए भक्तों का हुजूम देर रात तक उमड़ा रहा. सोमवार को श्री विशेश्वर ने अर्धनारीश्वर स्वरूप में भक्तों को दर्शन दिया. सावन के तीसरे सोमवार को भूतभावन भगवान शंकर के अर्धनारीश्वर स्वरुप का श्रृंगार बड़े ही दिव्यता और भव्यता के साथ हुआ. श्रावण मास के तीसरे सोमवार को 306978 भक्तों ने विशेश्वर के दरबार में हाजिरी लगाई. सावन माह के 15 दिन में 28 लाख 50 हजार ( 22 जुलाई से 5 अगस्त तक) से अधिक भक्त श्री काशी विश्वनाथ धाम में बाबा का आशीर्वाद ले चुके हैं.
तीसरे सोमवार को मंगला आरती के बाद बाबा का पट खुलते ही काशी हर-हर महादेव के उद्घोष से गूंज उठी थी. रविवार रात से कतार में लगे भक्त महादेव की एक झलक पाने के बाद बम-बम बोल उठे. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया, कि शाम 6 बजे तक 2 लाख 49 हजार 657 श्रद्धालुओं ने बाबा का दर्शन किया था. यह आंकड़ा रात 11:00 बजे तक 306000 से ऊपर पहुंच गया था. जबकि सावन माह के शुरू होने की तारीख 22 जुलाई से 5 अगस्त तक 28 लाख 50 हजार 666 भक्तों ने बाबा के दर्शन किये हैं.
नीलकंठ के विशेष दिन सोमवार को देवाधिपति महादेव की नगरी काशी के सभी शिवालयों में बाबा को दुग्धाभिषेक करते और जलधार चढ़ाते हुए भक्त नजर आ रहे थे. कांवड़ियों का केसरिया जत्था और भक्तों का हुजूम बाबा के दरबार की ओर शीश नवाने के लिए आगे बढ़ता दिख रहा था.
बाबा के भक्त श्री विशेश्वर का अर्धनारीश्वर स्वरुप में हुए श्रृंगार का दर्शन पाकर निहाल हो गए. इस वर्ष सावन में 5 सोमवार पड़ रहा है. बाबा काशी विश्वनाथ का सभी सोमवार को उनके विभिन्न स्वरूपों में श्रृंगार किया जा रहा है.