गंगटोक: सिक्किम के बालुतार में मंगलवार को भीषण भूस्खलन हुआ. जिसकी चपेट में आने से एनएचपीसी का मेगावाट तीस्ता स्टेज 5 बांध का पावर स्टेशन क्षतिग्रस्त हो गया. पावर स्टेशन से सटी पहाड़ी से पिछले कुछ हफ्तों से लगातार छोटे-मोटे भूस्खलन हो रहे थे. मंगलवार की सुबह पहाड़ी का बड़ा हिस्सा खिसक गया और पावर स्टेशन को अपनी चपेट में ले लिया. भूस्खलन में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. पावर स्टेशन को कुछ दिन पहले ही खाली करा लिया गया था.
Climate change is a lot like death. A large landslide from a mountain destroys the NHPC hydroelectric plant in Balutar, Sikkim, India There are no reports of injured people. pic.twitter.com/v29PSUkzdP
— L Kurien (@l_kurien) August 20, 2024
गंगटोक के जिला मजिस्ट्रेट तुषार निखारे ने कहा कि मंगलवार सुबह करीब 7:30 बजे सिंगताम कस्बे के पास बालुतार में एनएचपीसी स्टेज 5 बांध स्थल पर बड़ा भूस्खलन हुआ. एनएचपीसी की एक जीआईएस बिल्डिंग के साथ-साथ छह आवासीय घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. पास की सड़क पर बड़ी दरारें आ गई हैं, जिससे सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है.
उन्होंने कहा कि सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) को भूस्खलन से क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत का काम तुरंत शुरू करने का निर्देश दिया गया है. बीआरओ ने आश्वासन दिया है कि सड़क पर यातायात को जल्द सुचारू कर दिया जाएगा.
2023 की बाढ़ के बाद से बंद था पावर स्टेशन
एनएचपीसी ने एक बयान में कहा कि भूस्खलन के कारण तीस्ता-वी पावर स्टेशन की इमारत का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है. कंपनी ने बताया कि 510 मेगावाट तीस्ता-वी पावर स्टेशन में टेल रेस टनल (टीआरटी) आउटलेट संरचना और जीआईएस बिल्डिंग के पीछे भूस्खलन हुआ. इससे टीआरटी गेट होइस्ट संरचना और जीआईएस बिल्डिंग का हिस्सा प्रभावित हुआ है. पावर स्टेशन वर्तमान में चालू नहीं है और अक्टूबर 2023 की बाढ़ के बाद बहाली का काम चल रहा है.
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