बगहा: वाल्मीकिनगर संसदीय सीट पर चुनावी दंगल दिलचस्प होते जा रहा है. दरअसल असम के कोकराझार लोकसभा सीट से दो मर्तबा सांसद रह चुके नबा हीरा कुमार सरनीया अब गण सुरक्षा पार्टी से वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे. राष्ट्रीय सलाहकार समिति गण सुरक्षा पार्टी के विनोद नायक ने बताया कि नबा हीरा कुमार सरनीया के साथ धोखा हुआ है.
वाल्मीकिनगर सीट से लड़ेंगे नबा हीरा कुमार सरनीया: राष्ट्रीय सलाहकार समिति गण सुरक्षा पार्टी के विनोद नायक ने कहा कि नबा हीरा कुमार सरनीया, आदिवासियों के हक हुकूक के लिए वाल्मीकिनगर संसदीय क्षेत्र का रुख किया है. क्योंकि यह आदिवासी , दलित महादलित और पिछड़ा अतिपिछड़ा बहुल इलाका है. उन्होंने बताया की कोकराझार से नबा हीरा कुमार सरनीया का नॉमिनेशन रद्द कर दिया गया है इसलिए उन्होंने यहां से चुनाव लड़ने का फैसला किया है.
"नबा हीरा कुमार सरनीया यहां से नामांकन करने वाले हैं. 1914 में पूरे भारत में चंपारण ही ऐसा क्षेत्र था जिसका विकास नहीं हुआ. महात्मा गांधी से लेकर नरेंद्र मोदी तक तमाम बड़े नेता जीत कर जाते हैं लेकिन विकास नहीं हुआ. नबा हीरा कुमार सरनीया के साथ धोखा हुआ है. सांसद के साथ अन्याय होता है तो गरीबों के साथ कितना अन्याय होगा, इसी बात को वो रखने आए हैं."- विनोद नायक, राष्ट्रीय सलाहकार, गण सुरक्षा पार्टी
आदिवासी समुदाय के वोटरों पर नजर: बता दें कि वाल्मीकिनगर संसदीय क्षेत्र में राजद और जदयू के बीच कांटे की टक्कर दिख रही थी. इस बीच कोकराझार से दो बार निर्दलीय सांसद रह चुके नबा हीरा कुमार सरनीया यहां खेल बिगाड़ सकते हैं. क्योंकि इनकी नजर गेम चेंजर माने जाने वाले आदिवासी समुदाय के वोटरों पर है.
असम के कोकराझा से दो बार निर्दलीय सांसद: दरअसल नबा कुमार सरानिया उर्फ हीरा सरानिया का दूसरा प्रचलित नाम नाबा डेका है और वे उल्फा की 709 बटालियन के कमांडर थे. नाबा डेका को असम के सबसे खूंखार उग्रवादियों में से एक माना जाता था. बावजूद इसके उन्होंने असम के कोकराझार लोकसभा सीट से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में असम संसदीय चुनाव में अब तक के सबसे अधिक अंतर से जीत हासिल की थी.
छठे चरण में चुनाव: वाल्मीकिनगर संसदीय सीट पर छठे चरण में 25 मई को वोटिंग होनी है. एनडीए ने यहां से सुनील कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है तो इंडिया गठबंधन ने दीपक यादव को मैदान में उतारा है.
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