भिवानी: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बीजेपी, कांग्रेस, इंडियन नेशनल लोकदल (INLD, इनेलो), जननायक जनता पार्टी (JJP) और आम आदमी पार्टी ने तैयारियां तेज कर दी है. चुनावी बिगुल बजने के साथ ही बीजेपी मिशन 2024 में जोर-शोर से जुट गई है. प्रदेश में सबसे पहले बीजेपी ने सभी 10 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम भी घोषित कर दिए हैं. इस बार क्लीन स्वीप में कहीं कोई कमी न रह जाए, इसको लेकर बीजेपी कोई रिस्क नहीं लेना चाहती. शायद यही वजह है कि भारतीय जनता पार्टी ने 10 में से महज 4 सांसदों को ही दोबारा चुनावी मैदान में उतारा है. दरअसल साल 2019 में बीजेपी ने सूबे की सभी 10 सीटों पर जीत हासिल की थी. ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि जिन सांसद को आपने अपने क्षेत्र की आवाज उठाने के लिए संसद में भेजा था, उसमें से कौन-कौन सांसद जनता की उम्मीदों पर खरा उतर पाए.
सांसदों के सवाल: लोकसभा की वेबसाइट के अनुसार पिछले पांच साल में हरियाणा में भिवानी-महेंद्रगढ़ से सांसद धर्मबीर सिंह ने संसद में सबसे अधिक सवाल किए. 181 सवाल के साथ धर्मबीर सिंह पहले स्थान पर रहे. वहीं, सोनीपत से सांसद रमेश कौशिक 168 सवाल के साथ दूसरे, संजय भाटिया 153 सवाल के साथ तीसरे, सुनीता दुग्गल 131 सवाल के साथ चौथे, 130 सवाल के साथ रोहतक से सांसद अरविंद शर्मा पांचवें, 126 सवाल के साथ सांसद बृजेंद्र सिंह छठे (वर्तमान में कांग्रेस), नायब सिंह सैनी 112 सवाल के साथ सातवें (वर्तमान में हरियाणा के मुख्यमंत्री), सांसद रतनलाल कटारिया 72 सवाल के साथ 8वें नंबर पर रहे. बता दें कि रतनलाल कटारिया का साल 2023 में निधन हो गया था. वहीं, कृष्ण पाल गुर्जर और राव इंद्रजीत सिंह केंद्र में मंत्री हैं इसलिए वे सवाल नहीं पूछ सकते.
सांसद निधि लेखा जोखा: बता दें कि संसद में सवाल पूछने से लेकर सांसद निधि खर्च करने में भी भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से सांसद धर्मबीर सिंह पहले स्थान पर रहे. धर्मबीर सिंह को सांसद निधि से 13.34 करोड़ रुपए मंजूर हुए. इसमें से उन्होंने 11.98 करोड़ रुपए की राशि खर्च की. इसके अलावा रमेश कौशिक को सांसद निधि से 9.04 करोड़ की राशि मंजूर हुई, इसमें से 7.14 करोड़ खर्च कर पाए. संजय भाटिया को 11.15 करोड़ की राशि मंजूर हुई, इसमें से 9.35 करोड़ खर्च कर पाए. सुनीता दुग्गल को 9.57 करोड़ रुपए की राशि मंजूर हुई, लेकिन 6.86 करोड़ रुपए ही खर्च कर पाए.
अरविंद शर्मा को 4.99 करोड़ रुपए की मंजूरी लेकिन 2.52 करोड़ रुपए ही खर्च कर पाए. बृजेंद्र सिंह को 7.71 करोड़ रुपए राशि की मंजूरी, लेकिन 4.97 करोड़ रुपए खर्च पाए. नायब सिंह सैनी को सांसद निधि से 9.89 करोड़ रुपए की मंजूरी, लेकिन खर्च कर पाए 7.30 करोड़ रुपए. रतन लाल कटारिया को सांसद निधि से 5.10 करोड़ रुपए की मंजूरी, खर्च कर पाए 2.70 करोड़ रुपए. कृष्ण पाल गुर्जर केंद्र में मंत्री हैं. उन्हें सांसद निधि से 5.75 करोड़ रुपए की मंजूरी प्रदान की गई, लेकिन कृष्ण पाल गुर्जर महज 2.92 करोड़ खर्च कर पाए. वहीं, राव इंद्रजीत सिंह भी केंद्र में मंत्री है. राव इंद्रजीत सिंह को पिछले पांच वर्षों में सांसद निधि से 6.47 करोड़ रुपए की मंजूरी प्रदान की गई, इस दौरान राव इंद्रजीत सिंह 5.68 करोड़ रुपए खर्च पाए.
सांसद निधि का प्रावधान: बता दें कि सांसद निधि का प्रावधान 1992-193 में लागू किया गया था. वहीं, साल 2011 में 5-5 करोड़ रुपए सालाना सांसद निधि का प्रावधान किया गया. गौर रहे कि यह राशि सांसदों के द्वारा काम की सिफारिश पर प्रदान की जाती है. कोरोना काल में 2021 के लिए कोई सांसद निधि जारी नहीं की गई.
भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र में विकास: भिवानी-महेंद्रगढ़ संसदीय क्षेत्र में विकास कार्यों की बात करें तो पिछले 5 वर्षों के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत करोड़ों रुपए के विकास कार्य कराए गए. भिवानी-महेंद्रगढ़ से निवर्तमान सांसद धर्मबीर सिंह ने पानी, सड़क, नहर और विभिन्न क्षेत्रों के विकास कार्यों को गिनवाते हुए बताया कि इस संसदीय क्षेत्र में केंद्र सरकार द्वारा अभूतपूर्व विकास कार्य करवाए गए.
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