बेंगलुरु: बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (BMTC) ने पुरानी बसों का उपयोग करके मोबाइल कैंटीन का निर्माण शुरू कर दिया है. इन्हें डिपो में स्थापित करने की योजना है. वर्तमान में, एक खाद्य बस कैंटीन का निर्माण किया गया है और इसका उपयोग यशवंतपुर या पीन्या डिपो में किया जा रहा है.
मोबाइल कैंटीन के रूप में बनाई गई बस ने बीएमटीसी नॉर्थ जोन में 10 लाख किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की है. सहायक तकनीकी अभियंता आर आनंदकुमार और वर्कशॉप-4 के तकनीकी सहायकों ने काम करना बंद कर चुकी बस को कैंटीन में तब्दील कर दिया है.
बीएमटीसी के प्रबंध निदेशक, केंद्रीय कार्यालय के मुख्य तकनीकी अभियंता और केंद्रीय कार्यशाला के प्रबंधक के मार्गदर्शन में बस कैंटीन शुरू की गई है. बीएमटीसी अधिकारियों ने कहा कि इन बसों को 'भोजना बंदी' कहा जाएगा. अधिकारी ने कहा कि इस बस कैंटीन का निर्माण निगम के कर्मचारियों के लिए किया गया है.
अधिकारियों ने बताया कि निकट भविष्य में इसे विकसित कर जनता के लाभ के लिए उपयोग किया जाएगा. बस के दोनों तरफ नारे लिखे हुए थे, 'भोजन बंदी - आओ बैठ कर खाना खाएं'. बस के अंदर की सीटों को हटाकर टेबल और सीटें बना दी गईं. बीएमटीसी के प्रबंध निदेशक आर रामचंद्रन ने कहा कि बेंगलुरु शहर में 19 बीएमटीसी डिपो कार्यरत हैं.
उन्होंने आगे कहा कि कुछ स्थानों पर कैंटीन हैं, कई स्थानों पर नहीं हैं. यह बंद हो चुकी बसों को कैंटीन में तब्दील कर 17 डिपो में लगाने की योजना है. फिलहाल एक कैंटीन बनकर तैयार है. आर रामचन्द्रन ने आगे कहा कि 'इस बस कैंटीन में हाथ धोने का बेसिन, पीने का पानी और पंखे की व्यवस्था की गई है.'
उन्होंने कहा कि 'रोशनी के लिए छत में कांच की खिड़की लगाई गई है. वेंटिलेशन और रोशनी के लिए बस के दोनों तरफ खिड़कियां लगाई गई हैं. बस की छत पर पानी की टंकी लगी हुई है. इस 'भोजना बंदी' में होटलों में मिलने वाली सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं.