श्रीनगर : जम्मू और कश्मीर की राजनीति में तेजी से बदलाव देखा जा रहा है, क्योंकि नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के साथ गठबंधन से स्पष्ट रूप से इनकार कर दिया है. वहीं कुछ घंटों बाद, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने गठबंधन के संभावित पुनर्मूल्यांकन का संकेत देते हुए निर्णय कांग्रेस के हाथों में सौंपने की बात कही है.
श्रीनगर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के फैसले पर निराशा व्यक्त की, उन्होंने जम्मू और कश्मीर की विशेष स्थिति की रक्षा के लिए गठित क्षेत्रीय दलों के गठबंधन पीपुल्स एलांयस फार गुपकार डिक्लेरेशन (पीएजीडी) को हुए नुकसान पर जोर दिया. उन्होंने जोर देकर कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पीएजीडी को कमजोर करके वह हासिल कर लिया है जो भारतीय जनता पार्टी नहीं कर सकी.
एनसी के रुख के जवाब में, महबूबा ने कहा, 'मैं एक जूझारू हूं. हम इस बारे में कांग्रेस से बात करेंगे और जल्द ही अपना फैसला सार्वजनिक करेंगे. उन्होंने गोलपोस्ट बदल दिया है, और अब हम खुद को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा पाते हैं.' उन्होंने पीडीपी की कार्रवाई को अंतिम रूप देने से पहले, इंडिया ब्लॉक के साथ गठबंधन वाली पार्टी कांग्रेस के साथ चर्चा में शामिल होने के अपने इरादे का संकेत दिया.
पीएजीडी और इंडिया ब्लॉक के महत्व पर प्रकाश डालते हुए महबूबा मुफ्ती ने अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा, 'बीजेपी जो नहीं कर सकी वह पीएजीडी सदस्य ने खुद किया है. यह लोगों के लिए एक झटका है. हम कांग्रेस से इस बारे में बात करेंगे कि एनसी क्या कर रही है.'
इससे पहले दिन में, पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एनसी की स्थिति स्पष्ट की, जिसमें उन्होंने दक्षिण कश्मीर सीट कांग्रेस के लिए छोड़ने की पार्टी की तैयारी का उल्लेख किया. हालांकि, उन्होंने स्पष्ट रूप से इस सीट पर पीडीपी को समर्थन देने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर पर्याप्त समर्थन होने के बावजूद पिछले संसदीय चुनावों में पीडीपी तीसरे स्थान पर रही थी.
उमर ने कहा, 'हमने पहले ही कश्मीर की सभी तीन सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों को अंतिम रूप दे दिया है और जम्मू की दोनों सीटों के साथ-साथ लद्दाख की सीट पर भी कांग्रेस को समर्थन देंगे. उन्होंने कहा कि मैं अपने उम्मीदवारों के साथ तैयार हूं और अपनी सुविधा के अनुसार उनकी घोषणा करूंगा. अब्दुल्ला ने एनसी की चुनावी रणनीति को रेखांकित करते हुए इसकी पुष्टि की.
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