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इजराइली राष्ट्रपति ने पीएम मोदी की तारीफ की, कहा- हमले की निंदा को 'इतिहास के सही पक्ष' के रूप में देखा गया - Israel marks 76th Independence Day

Israel 76th Independence Day : इजराइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने 7 अक्टूबर के हमास हमलों के बाद समर्थन के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की. नई दिल्ली में इजराइल के राष्ट्रीय दिवस समारोह के दौरान बोलते हुए, राष्ट्रपति हर्जोग ने इजराइल और भारत के बीच मजबूत लोकतांत्रिक मूल्यों और मजबूत द्विपक्षीय संबंधों पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि मोदी द्वारा हमलों की त्वरित निंदा को 'इतिहास के सही पक्ष' के रूप में देखा गया. ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता चंद्रकला चौधरी की एक रिपोर्ट.

Israel President Isaac Harzog
इजराइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग (IANS File Photo)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 22, 2024, 5:05 PM IST

नई दिल्ली: इजराइल दूतावास ने 21 मई को नई दिल्ली में इजराइल का 76 वां राष्ट्रीय दिवस मनाया. शाम के कार्यक्रम में इजराइल और भारत के राष्ट्रीय गान बजाना और इजराइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग का एक विशेष वीडियो संदेश शामिल था. इजराइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने पिछले साल 7 अक्टूबर को अपनी मातृभूमि पर भयानक हमास आतंकवादी हमलों के बाद इजराइल के साथ समर्थन और एकजुटता के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की. उन्होंने कहा कि वह 'इतिहास के सही पक्ष पर खड़े रहे'.

राष्ट्रपति ने इजराइल के स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान वीडियो संदेश में कहा, 'हालांकि भारत दुनिया के सबसे बड़े देशों में से एक है और इजराइल सबसे छोटे देशों में से एक है, फिर भी बहुत कुछ है जिसे हम एक साथ साझा करते हैं. हम दोनों पूरी तरह से आधुनिक राष्ट्र हैं जो दृढ़ लोकतांत्रिक आदर्शों पर आधारित हैं, लेकिन हम परंपरा में भी गहराई से निहित हैं. इतने सारे क्षेत्रों में, हमारी साझेदारी मजबूत व्यापार और वाणिज्यिक संबंधों से लेकर सार्थक सांस्कृतिक, शैक्षणिक, तकनीकी और वैज्ञानिक आदान-प्रदान तक बढ़ती है'.

राष्ट्रपति हर्जोग ने की पीएम मोदी की सराहना
उन्होने कहा, 'निःसंदेह, हमारे द्वारा साझा किए गए संबंध संकट के समय में और अधिक अर्थपूर्ण हो जाते हैं. प्रधानमंत्री मोदी 7 अक्टूबर के नरसंहार की निंदा करने वाले पहले विश्व नेताओं में से एक थे. उन्होंने इतिहास के सही पक्ष पर कायम रहना जारी रखा है'. राष्ट्रपति ने कहा, 'मुझे यकीन है कि हम भारत-इजरायल संबंधों को द्विपक्षीय और बहुपक्षीय संदर्भों की बढ़ती श्रृंखला में व्यक्त होते देखेंगे'.

वैश्विक नेतृत्व में भारत की भूमिका के बढ़ते महत्व पर प्रकाश डालते हुए, राष्ट्रपति हर्जोग ने कहा कि नई दिल्ली ने 'मानवता और सभ्यता के मूल्य' और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की उम्मीद में जोर-शोर से और स्पष्ट रूप से बोलना जारी रखा है. जैसे-जैसे आपका लोकतंत्र और अर्थव्यवस्था बढ़ती है, वैश्विक नेतृत्व में आपकी भूमिका बढ़ती है और विस्तारित होती है. एक तथ्य यह है कि हम इजराइल में एक उभरते नेता के रूप में सराहना और स्वागत करते हैं.

असाधारण संबंधों का प्रमाण है - इजराइली दूत गिलोन
गिलोन ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, '7 अक्टूबर से, भारत की सरकार और लोग दोनों इजराइल के पक्ष में खड़े थे. यह भारतीय और यहूदी लोगों के बीच असाधारण संबंधों का प्रमाण है. यह हम कभी नहीं भूलेंगे. हमें यहां जितना समर्थन मिलता है, वह आश्चर्य से कम नहीं है. यह भारतीय और यहूदी लोगों के बीच असाधारण संबंधों का प्रमाण है'.

इस वर्ष का उत्सव, जिसका विषय 'इजराइली वीरता' था, 7 अक्टूबर से इजरायली लोगों के लचीलेपन और साहस का एक मार्मिक यादकारक था. इस अवसर पर विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. राजदूत नाओर गिलोन ने आगे कहा, 'यह स्वतंत्रता दिवस जटिल और दर्दनाक है, लेकिन हमारा संकल्प मजबूत है. जबकि हम इस स्वतंत्रता दिवस को मना रहे हैं, हमारी संवेदनाएं उन 128 प्रियजनों के साथ हैं जो अभी भी बंदी हैं. उनकी तत्काल रिहाई हमारी सच्ची आशा और सतत मिशन बनी हुई है'.

उन्होंने कहा, 'मैं इस अवसर पर भारतीय मूल के लोगों की वीरता को सलाम करता हूं. केरल की देखभाल करने वाली मीरा और सबिता, जिन्होंने आतंकवादी हमले के दौरान एक बुजुर्ग जोड़े को बचाया... रोमी (6), भारतीय मूल की एक इजराइली बच्ची, जिसके माता-पिता की उसके सामने हत्या कर दी गई थी. उन्होंने हमले के दौरान अपनी छोटी बहन लिया (3) को बचाने की कोशिश की. उन्होंने असाधारण साहस और मजबूत भावना दिखाई है, जिससे पूरे इजराइल राष्ट्र को प्रेरणा मिली है'.

विदेश सचिव क्वात्रा भारत साथ संबंधों पर बोले
कार्यक्रम में बोलते हुए, विदेश सचिव क्वात्रा ने कहा, 'हम इस महत्वपूर्ण अवसर का जश्न मनाने के लिए इजराइल के लोगों के साथ शामिल होते हैं. यह बेहद प्रेरणादायक है कि एक ऐसे राष्ट्र की असाधारण यात्रा जो न केवल सभी बाधाओं के बावजूद जीवित रही और फली-फूली, बल्कि खुद को भी बदल लिया. नवाचार, उन्नति और विकास का एक समृद्ध परिदृश्य... पिछले कुछ वर्षों में, हमारी साझेदारी तेजी से बढ़ी है और विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सम्मान, समझ और सहयोग द्वारा चिह्नित है'.

उन्होंने कहा, '7 अक्टूबर को हुए आतंकी हमलों ने हम सभी को झकझोर कर रख दिया है. भारत स्वयं सीमा पार आतंकवाद का शिकार है और आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के प्रति उसका दृष्टिकोण शून्य-सहिष्णुता का है. आतंकी कृत्यों के लिए कोई औचित्य नहीं हो सकता. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं इन जघन्य कृत्यों में मारे गए बंधकों और निर्दोष लोगों के परिवारों के साथ हैं'.

एकजुटता और आशा के प्रतीक के रूप में, राजदूत गिलोन ने मेहमानों के साथ, अभी भी बंदी बनाए गए सभी 128 बंधकों की तत्काल रिहाई के लिए 128 पीले गुब्बारे छोड़े. इस कार्यक्रम में अपहृतों को समर्पित एक स्मारक दीवार दिखाई गई, जो उनकी सुरक्षित वापसी के लिए सामूहिक आह्वान को रेखांकित करती है. शाम की सांस्कृतिक सजावट को जोड़ते हुए, प्रसिद्ध इजराइली शेफ शॉल बेन-एडरेट ने एक विशेष मेनू तैयार किया. इसमें इजराइली व्यंजनों को भारतीय स्वादों के साथ मिश्रित किया गया, जिससे उपस्थित लोगों को एक अद्वितीय पाक अनुभव से प्रसन्नता हुई.

इसके अलावा, इजराइल दूतावास ने SAARD संगठन के सहयोग से आगामी परियोजना 'दिशा' के लिए 60 VR हेडसेट दान किए. कार्यक्रम के दौरान वीआर स्टेशन स्थापित किए गए. इससे मेहमानों को पवित्र शहर येरूशलम का गहन भ्रमण कराया गया और प्रौद्योगिकी के माध्यम से दोनों देशों के बीच की दूरी को कम किया गया. 76वां राष्ट्रीय दिवस इजराइल की अडिग भावना और हमारी एकता और साझा मूल्यों से हमें मिलने वाली ताकत का प्रमाण है.

पढ़ें: क्या है इजराइल का सुरक्षा कवच 'आयरन डोम', हवा में ही नष्ट कर दिए ईरानी ड्रोन-मिसाइल

नई दिल्ली: इजराइल दूतावास ने 21 मई को नई दिल्ली में इजराइल का 76 वां राष्ट्रीय दिवस मनाया. शाम के कार्यक्रम में इजराइल और भारत के राष्ट्रीय गान बजाना और इजराइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग का एक विशेष वीडियो संदेश शामिल था. इजराइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने पिछले साल 7 अक्टूबर को अपनी मातृभूमि पर भयानक हमास आतंकवादी हमलों के बाद इजराइल के साथ समर्थन और एकजुटता के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की. उन्होंने कहा कि वह 'इतिहास के सही पक्ष पर खड़े रहे'.

राष्ट्रपति ने इजराइल के स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान वीडियो संदेश में कहा, 'हालांकि भारत दुनिया के सबसे बड़े देशों में से एक है और इजराइल सबसे छोटे देशों में से एक है, फिर भी बहुत कुछ है जिसे हम एक साथ साझा करते हैं. हम दोनों पूरी तरह से आधुनिक राष्ट्र हैं जो दृढ़ लोकतांत्रिक आदर्शों पर आधारित हैं, लेकिन हम परंपरा में भी गहराई से निहित हैं. इतने सारे क्षेत्रों में, हमारी साझेदारी मजबूत व्यापार और वाणिज्यिक संबंधों से लेकर सार्थक सांस्कृतिक, शैक्षणिक, तकनीकी और वैज्ञानिक आदान-प्रदान तक बढ़ती है'.

राष्ट्रपति हर्जोग ने की पीएम मोदी की सराहना
उन्होने कहा, 'निःसंदेह, हमारे द्वारा साझा किए गए संबंध संकट के समय में और अधिक अर्थपूर्ण हो जाते हैं. प्रधानमंत्री मोदी 7 अक्टूबर के नरसंहार की निंदा करने वाले पहले विश्व नेताओं में से एक थे. उन्होंने इतिहास के सही पक्ष पर कायम रहना जारी रखा है'. राष्ट्रपति ने कहा, 'मुझे यकीन है कि हम भारत-इजरायल संबंधों को द्विपक्षीय और बहुपक्षीय संदर्भों की बढ़ती श्रृंखला में व्यक्त होते देखेंगे'.

वैश्विक नेतृत्व में भारत की भूमिका के बढ़ते महत्व पर प्रकाश डालते हुए, राष्ट्रपति हर्जोग ने कहा कि नई दिल्ली ने 'मानवता और सभ्यता के मूल्य' और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की उम्मीद में जोर-शोर से और स्पष्ट रूप से बोलना जारी रखा है. जैसे-जैसे आपका लोकतंत्र और अर्थव्यवस्था बढ़ती है, वैश्विक नेतृत्व में आपकी भूमिका बढ़ती है और विस्तारित होती है. एक तथ्य यह है कि हम इजराइल में एक उभरते नेता के रूप में सराहना और स्वागत करते हैं.

असाधारण संबंधों का प्रमाण है - इजराइली दूत गिलोन
गिलोन ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, '7 अक्टूबर से, भारत की सरकार और लोग दोनों इजराइल के पक्ष में खड़े थे. यह भारतीय और यहूदी लोगों के बीच असाधारण संबंधों का प्रमाण है. यह हम कभी नहीं भूलेंगे. हमें यहां जितना समर्थन मिलता है, वह आश्चर्य से कम नहीं है. यह भारतीय और यहूदी लोगों के बीच असाधारण संबंधों का प्रमाण है'.

इस वर्ष का उत्सव, जिसका विषय 'इजराइली वीरता' था, 7 अक्टूबर से इजरायली लोगों के लचीलेपन और साहस का एक मार्मिक यादकारक था. इस अवसर पर विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. राजदूत नाओर गिलोन ने आगे कहा, 'यह स्वतंत्रता दिवस जटिल और दर्दनाक है, लेकिन हमारा संकल्प मजबूत है. जबकि हम इस स्वतंत्रता दिवस को मना रहे हैं, हमारी संवेदनाएं उन 128 प्रियजनों के साथ हैं जो अभी भी बंदी हैं. उनकी तत्काल रिहाई हमारी सच्ची आशा और सतत मिशन बनी हुई है'.

उन्होंने कहा, 'मैं इस अवसर पर भारतीय मूल के लोगों की वीरता को सलाम करता हूं. केरल की देखभाल करने वाली मीरा और सबिता, जिन्होंने आतंकवादी हमले के दौरान एक बुजुर्ग जोड़े को बचाया... रोमी (6), भारतीय मूल की एक इजराइली बच्ची, जिसके माता-पिता की उसके सामने हत्या कर दी गई थी. उन्होंने हमले के दौरान अपनी छोटी बहन लिया (3) को बचाने की कोशिश की. उन्होंने असाधारण साहस और मजबूत भावना दिखाई है, जिससे पूरे इजराइल राष्ट्र को प्रेरणा मिली है'.

विदेश सचिव क्वात्रा भारत साथ संबंधों पर बोले
कार्यक्रम में बोलते हुए, विदेश सचिव क्वात्रा ने कहा, 'हम इस महत्वपूर्ण अवसर का जश्न मनाने के लिए इजराइल के लोगों के साथ शामिल होते हैं. यह बेहद प्रेरणादायक है कि एक ऐसे राष्ट्र की असाधारण यात्रा जो न केवल सभी बाधाओं के बावजूद जीवित रही और फली-फूली, बल्कि खुद को भी बदल लिया. नवाचार, उन्नति और विकास का एक समृद्ध परिदृश्य... पिछले कुछ वर्षों में, हमारी साझेदारी तेजी से बढ़ी है और विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सम्मान, समझ और सहयोग द्वारा चिह्नित है'.

उन्होंने कहा, '7 अक्टूबर को हुए आतंकी हमलों ने हम सभी को झकझोर कर रख दिया है. भारत स्वयं सीमा पार आतंकवाद का शिकार है और आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के प्रति उसका दृष्टिकोण शून्य-सहिष्णुता का है. आतंकी कृत्यों के लिए कोई औचित्य नहीं हो सकता. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं इन जघन्य कृत्यों में मारे गए बंधकों और निर्दोष लोगों के परिवारों के साथ हैं'.

एकजुटता और आशा के प्रतीक के रूप में, राजदूत गिलोन ने मेहमानों के साथ, अभी भी बंदी बनाए गए सभी 128 बंधकों की तत्काल रिहाई के लिए 128 पीले गुब्बारे छोड़े. इस कार्यक्रम में अपहृतों को समर्पित एक स्मारक दीवार दिखाई गई, जो उनकी सुरक्षित वापसी के लिए सामूहिक आह्वान को रेखांकित करती है. शाम की सांस्कृतिक सजावट को जोड़ते हुए, प्रसिद्ध इजराइली शेफ शॉल बेन-एडरेट ने एक विशेष मेनू तैयार किया. इसमें इजराइली व्यंजनों को भारतीय स्वादों के साथ मिश्रित किया गया, जिससे उपस्थित लोगों को एक अद्वितीय पाक अनुभव से प्रसन्नता हुई.

इसके अलावा, इजराइल दूतावास ने SAARD संगठन के सहयोग से आगामी परियोजना 'दिशा' के लिए 60 VR हेडसेट दान किए. कार्यक्रम के दौरान वीआर स्टेशन स्थापित किए गए. इससे मेहमानों को पवित्र शहर येरूशलम का गहन भ्रमण कराया गया और प्रौद्योगिकी के माध्यम से दोनों देशों के बीच की दूरी को कम किया गया. 76वां राष्ट्रीय दिवस इजराइल की अडिग भावना और हमारी एकता और साझा मूल्यों से हमें मिलने वाली ताकत का प्रमाण है.

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