पटना: बिहार के वैशाली के भगवानपुर ब्लॉक में पदस्थापित एएनएम अनुराधा कुमारी को उनके अच्छे कार्य के लिए स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा अवार्ड देकर सम्मानित किया जाएगा. बिहार से 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अनुराधा पहली एएनएम हैं, जिन्हें अच्छे कार्य के लिए सम्मानित किया जाएगा. इसको लेकर अनुराधा काफी खुश हैं.
वैशाली को ANM को सम्मानित करेंगे पीएम: बता दें कि अनुराधा पिछले 6 साल से भगवानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लेबर रूम में काम कर रही हैं. उनके कार्य से आम जनता के साथ-साथ विभाग भी काफी खुश रहती है. वहीं सरकारी स्वास्थ्य सेवा में अपनी कार्यप्रणाली की बदौलत उनकी चर्चा हर जुबान पर होती रहती है. अनुराधा, महिलाओं को स्तनपान के प्रति जागरूक करती हैं और कंगारू मदर को लेकर भी सलाह देती हैं.
पहले भी मिल चुके हैं कई अवार्ड: अनुराधा पिछले 6 साल से भगवानपुर ब्लॉक में ही पदस्थापित हैं. लेबर रूम में लोगों को अच्छी सेवा देने के लिए इन्हें इस क्षेत्र में राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाईटिंगल अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है. वहीं अनुराधा का नाम राष्ट्रपति अवार्ड के लिए भी भेजा जा चुका है.
अनुराधा ने नवजात की बचायी थी जान: 2019 में प्रसव के लिए आई एक महिला जिसके बच्चे का वजन मात्र 900 ग्राम था, उसकी भी जान अनुराधा ने बचाई थी. इनके द्वारा लगातार एक महीने तक बच्चे का फॉलोअप किया गया था. साथ ही अनुराधा फोन पर स्तनपान और कंगारू मदर की सलाह भी महिला को देती रही. इसके बाद बच्चे का वजन 2 किलो हो गया.
जब महिला की सांसें रुकी तो अनुराधा ने किया कमाल: वहीं एक और ऐसा मामला सामने आया जिसके बाद अनुराधा प्रशंसा की पात्र बन गई. दरअसल बच्चे के जन्म के बाद उसकी मां की सभी नाड़ी बंद हो गई थी. ऐसे में अनुराधा ने हार नहीं मानी और काफी मेहनत के बाद जच्चा की सांस लौटी. बच्चा और जच्चा दोनों स्वस्थ हो गये.
5 साल से कर रही निष्ठापूर्वक ड्यूटी: अनुराधा अपने काम को पूरी मेहनत और लगन के साथ करती हैं. इनकी मेहनत और लग्न ने कई महिलाओं और नवजात की जान बचाई है. साथ-साथ उनकी तत्परता भी हमेशा दिखती है. वहीं यह अपने बच्चों को अकेले छोड़कर 5 वर्षों से ड्यूटी में निष्ठा के साथ लगी हुई हैं. अपनी कार्य और निष्ठा की बदौलत अनुराधा को 2021 में महिला दिवस के अवसर पर वैशाली जिले के लिए मेंटर के रूप में भी प्रशिक्षण मिला.
ANM अनुराधा पर बन चुकी है डॉक्यूमेंट्री: अनुराधा बताती है कि उनकी इन सारी उपलब्धियों को देखते हुए एक डॉक्यूमेंट्री भी बन चुकी है, जिसका प्रसारण नेशनल चैनल पर भी हो चुका है. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान अनुराधा ने बताया कि इस अच्छे कार्य और कर्तव्य निष्ठा के प्रति मेरे पूरे परिवार और मेरे पति का भरपूर सहयोग रहता है, जिसकी बदौलत में आज यहां पहुंची हूं.
"स्वतंत्रता दिवस के दिन में प्रधानमंत्री के हाथों सम्मानित होंगी. यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है. बिहार से एक आशा कार्यकर्ता जिसका नाम ज्योति है, को भी स्वतंत्रता दिवस की अवसर पर सम्मानित करने के लिए बुलाया गया है. कोरोना काल में भी काफी मेहनत की थी. अपनी मेहनत की बदौलत आज ऊंचाई की बुलंदियों को छू रही हूं."- अनुराधा कुमारी, एएनएम
परिवार में खुशी: अनुराधा बताती है कि बिहार सरकार के द्वारा भी इन्हें स्वास्थ्य विभाग की ओर से पुरस्कृत किया जा चुका है. अब इन्हें प्रधानमंत्री के द्वारा स्वतंत्रता दिवस के दिन लाल किले पर सम्मानित किया जाएगा. इससे अनुराधा काफी खुश हैं. साथ-साथ उनके परिवार वाले भी काफी खुशी जाहिर कर रहे हैं.
स्तनपान के फायदे: स्तनपान के विषय में चाइल्ड रिसर्चर डॉ संगीता कुमारी बताती हैं कि मां का दूध बच्चों के लिए संपूर्ण आहार होता है. कम से कम 6 महीने तक मात्र अपने बच्चों का केयर करना चाहिए और उसे अपना स्तनपान ही करना चाहिए. वहीं मां के दूध में काफी एंटीबॉडीज होता है जो शिशु को किसी तरह की बीमारियों से बचता है. वहीं बच्चों को स्तनपान कराने से गैस की समस्या और कब्ज की समस्या भी कम होती है. वहीं बच्चों को श्वसन, कान का संक्रमण, दस्त, एलर्जी जैसे बीमारियों से दूर रखता है और बच्चे को ऊर्जा प्रदान करता है.
कंगारू मदर केयर आपके शिशु को अपने पास रखने का एक तरीका है, जिससे बच्चों को स्पर्श एक अनोखी अनुभूति होती है. वहीं आपके शिशु के साथ यह मजबूत रिश्ते भी कायम रखता है. जब बच्चे काफी कमजोर हो और किसी तरह की समस्या हो तो कंगारू मदर के विषय में शिशु के मन को समझाया जाता है. जो बच्चों के लिए काफी लाभकारी होता है.-डॉ संगीता कुमारी,चाइल्ड रिसर्चर
क्या होता है कंगारू मदर केयर: चाइल्ड रिसर्चर डॉ संगीता कुमारी बताती है कि कंगारू मदर केयर से बच्चे पर परिवार के सदस्यों की निगरानी बनी रहती है. मां अपने बच्चों को हमेशा चिपकाए रहती है, जिससे कि उसको फिजिकली टच मिलता रहता है. वहीं शिशु को किसी तरह की दिक्कत होती है तो उसकी तुरंत पहचान भी हो जाती है.
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