ग्वालियर। ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने एक बार फिर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा है. सोमवार दोपहर को ग्वालियर पहुंचे शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि कोई भी सनातनी यह दावा नहीं कर सकता कि अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर के निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका है. जब मंदिर का निर्माण पूर्ण ही नहीं हुआ है तो अधूरे मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कैसे हो सकती है?
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर उठाए सवाल
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि जब मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा तब विधि विधान से राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी. उसमें सभी राम भक्त रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाएंगे. एक सवाल के जवाब में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा, '' अभी तक देश में ऐसा कोई भी राजनीतिक दल सामने नहीं आया है, जिसने दृढ़ता के साथ गौ हत्या पर प्रतिबंध लगाने की बात अपने घोषणा पत्र में की हो. सभी दल राजनीतिक हथकंडे अपनाने के लिए गौमाता को इस्तेमाल करते हैं, लेकिन उसके मांस के निर्यात पर रोक नहीं लगाते हैं. यहां तक सरकारें गौ मांस निर्यात करने वाले लोगों से चंदा लेती हैं.''
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'अपने वोट का महत्व समझें सनातनी'
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने आगे कहा, '' देश में लोकसभा का चुनाव चल रहा है, इसलिए सनातन धर्म में आस्था रखने वाले लोग अपने मत के दान का महत्व समझें और वे ऐसे लोगों को अपना मत दें जो वास्तव में गौ माता को मां का दर्जा देते हैं. न कि उसके नाम का राजनीतिक रूप से इस्तेमाल करने की छूट देते हैं.'' शंकराचार्य ने लोगों से अपील करते हुए कहा, '' अपने मताधिकार को समझें और सही हाथों में अपने मत का दान करें, जिससे यह दान सनातन के उत्थान में काम आए न कि पाप करने वालों के हाथ मजबूत करने वालों के काम आए.''