ग्वालियर। एक जुलाई को भारत में लागू हुए तीन नए आपराधिक कानून की धाराओं में देश की पहली एफआईआर ग्वालियर में दर्ज हुई थी. पुलिस ने तेजी दिखाते हुए 48 घंटे में केस को सॉल्व कर लिया है. नये कानूनों के तहत पहली एफआईआर बाइक चोरी की दर्ज की गई थी. पुलिस ने चोर के साथ-साथ बाइक भी बरामद कर ली है.
पहली FIR ग्वालियर में हुई थी दर्ज
ग्वालियर के हजीरा थाने में 'भारतीय न्याय संहिता' लागू होने के आधे घंटे के अन्दर ही एक जुलाई की आधी रात 12:24 पर नए कानूनों के तहत देश की पहली एफआईआर दर्ज की गई थी. यहां एक युवक ने अपनी बाइक के चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. यह एफआइआर नए कानून की धाराओं के साथ देश की पहली FIR मानी गई. धारा 303 की उप धारा (2) के तहत पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी.
सीसीटीवी से चोर तक पहुंची पुलिस
हजीरा थाना प्रभारी शिव मंगल सिंह सेंगर के मुताबिक, "एक जुलाई की रात बारह बजकर पांच मिनट पर फरियादी सौरभ नरवारिया की घर के बाहर खड़ी बाइक चोर चोरी कर ले गए थे. इस मामले में नए आपराधिक कानून भारतीय न्याय संहिता के धाराओं के अंतर्गत FIR दर्ज की गई थी. पुलिस ने मामले में जांच शुरू की और आस पास लगे CCTV कैमरों के फुटेज को खंगालना शुरू किया तो एक CCTV कैमरे में चोर बाइक ले जाते हुए दिखाई दिया. इसके बाद पुलिस ने चोर की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया.''
पसंद आयी तो चोर ने चुरा ली बाइक
हजीरा पुलिस ने चोरी के इस मामले को 48 घंटे के अंदर ही सॉल्व कर दिया. पुलिस ने चोर के साथ बाइक को भी बरामद कर लिया है. चोर की पहचान भिंड निवासी सचिन नरवरिया के रूप में हुई है. अभी वह ग्वालियर के नारायण विहार कॉलोनी में रह रहा है. उसने बताया कि, उसको बाइक पसंद आ गई थी इसके बाद उसने उसे चोरी करने का प्लान बनाया. उसके लिए उसने बाइक की एक डुप्लिकेट चाबी बनवाई और इसके बाद चोरी की घटना को अंजाम दे दिया.