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खुशखबरी: हर ट्रेन में अब लगेंगे चार जनरल कोच, जनरल टिकट यात्रियों को होगा फायदा - FOUR GENERAL COACHES IN EACH TRAIN

रेलवे अपने बेड़े में अधिक एलएचबी नॉन-एसी कोच शामिल करने पर जोर दे रहा है. इससे गरीब यात्रियों को राहत मिलेगी.

Four General Coaches in Each Train
दक्षिण मध्य रेलवे में हर ट्रेन में चार जनरल कोच होंगे (प्रतीकात्मक फोटो) (ETV Bharat Telangana Desk)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 5, 2024, 10:41 AM IST

हैदराबाद: यात्रियों को राहत देने के लिए दक्षिण मध्य रेलवे (SCR) ने एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों में जनरल कोच की संख्या बढ़ाने की घोषणा की है. कई चरणों में शुरू होने वाली इस योजना के तहत वर्तमान में केवल दो जनरल कोच वाली ट्रेनों में अब चार कोच होंगे. इसके अतिरिक्त यात्रियों के अनुभव और सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए आधुनिक एलएचबी कोच (LHB) कोच भी शुरू किए जा रहे हैं.

इस पहल के तहत दक्षिण मध्य रेलवे ने बुधवार (4 दिसंबर) को कहा कि जोन के भीतर 21 जोड़ी ट्रेनों में 80 नए एलएचबी कोच जोड़े जाएंगे. इस अपग्रेड का उद्देश्य सामान्य श्रेणी के यात्रियों खासकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के यात्रियों की लंबे समय से चली आ रही समस्याओं का समाधान करना है.

अधिक सीटों के साथ आधुनिक बदलाव

ट्रेन के जनरल कोच पुराने हो चुके हैं. इन कोचों को इस्तेमाल दशकों से किया जा रहा है. इससे यात्रियों को असुविधा होती है. कई ट्रेनों में केवल दो जनरल कोच होने के कारण यात्रियों को सीट पाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है. इस समस्या को हल करने के लिए रेलवे बोर्ड सक्रिय रूप से जनरल कोच की संख्या बढ़ा रहा है. साथ ही पुराने इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) कोचों को आधुनिक एलएचबी कोच वेरिएंट से बदल रहा है.

नए एलएचबी जनरल कोच में न केवल बेहतर डिजाइन है, बल्कि पुराने मॉडल में 90 सीटों की तुलना में 100 सीटें भी हैं. अधिक यात्रियों को समायोजित करने के अलावा, ये कोच सुरक्षा को भी बढ़ाते हैं, क्योंकि इन्हें दुर्घटनाओं के दौरान नुकसान को कम करने के लिए डिजाइन किया गया है. पहले एसी और स्लीपर क्लास के लिए विशेष रूप से बनाए गए एलएचबी कोच को अब जनरल क्लास में भी शामिल किया जा रहा है.

व्यापक स्तर पर बदलाव जारी

वर्तमान में दक्षिण गौतमी और नारायणद्री एक्सप्रेस जैसी लोकप्रिय ट्रेन सेवाओं सहित 19 अन्य एक्सप्रेस ट्रेनों में 66 एलएचबी कोच पहले ही लगाए जा चुके हैं. दक्षिण मध्य रेलवे ने पुष्टि की है कि चरणबद्ध रोलआउट जारी रहेगा. इसमें देश भर में 370 ट्रेनों में एलएचबी कोच लगाए जा रहे हैं. इस विस्तार से प्रतिदिन अतिरिक्त 70,000 यात्रियों को सुविधा मिलने की उम्मीद है.

दक्षिण मध्य रेलवे महाप्रबंधक अरुण कुमार जैन ने सामान्य श्रेणी के यात्रियों को प्राथमिकता देने के लिए रेलवे की प्रतिबद्धता पर जोर दिया. उन्होंने कहा, 'एलएचबी कोच अधिक आरामदायक और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करते हैं जिससे आम यात्री को बहुत राहत मिलती है.' इन प्रगतियों के साथ भारतीय रेलवे का लक्ष्य यात्रा को सुरक्षित और आरामदायक बनाना तथा सामान्य श्रेणी में अधिक यात्रियों को स्थान देना है. ताकि सभी के लिए पहुंच और आराम सुनिश्चित हो सके.

बता दें कि ट्रेनों के दो तरह के कोच होते हैं. इसमें एक आईसीएफ कोच और दूसरा एलएचबी कोच शामिल है. एलएचबी कोच कोच लाल रंग के होते हैं. वहीं आईसीएफ कोच नीले रंग के होते हैं. इन दोनों ही कोचों में तकनीकी रूप से कई अंतर होते हैं.

ये भी पढ़ें- क्या हैं लेवल क्रॉसिंग इंटरलॉकिंग, VDC और कवच 4.0, जिनसे 70 फीसदी कम हुई रेल दुर्घटनाएं?

हैदराबाद: यात्रियों को राहत देने के लिए दक्षिण मध्य रेलवे (SCR) ने एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों में जनरल कोच की संख्या बढ़ाने की घोषणा की है. कई चरणों में शुरू होने वाली इस योजना के तहत वर्तमान में केवल दो जनरल कोच वाली ट्रेनों में अब चार कोच होंगे. इसके अतिरिक्त यात्रियों के अनुभव और सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए आधुनिक एलएचबी कोच (LHB) कोच भी शुरू किए जा रहे हैं.

इस पहल के तहत दक्षिण मध्य रेलवे ने बुधवार (4 दिसंबर) को कहा कि जोन के भीतर 21 जोड़ी ट्रेनों में 80 नए एलएचबी कोच जोड़े जाएंगे. इस अपग्रेड का उद्देश्य सामान्य श्रेणी के यात्रियों खासकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के यात्रियों की लंबे समय से चली आ रही समस्याओं का समाधान करना है.

अधिक सीटों के साथ आधुनिक बदलाव

ट्रेन के जनरल कोच पुराने हो चुके हैं. इन कोचों को इस्तेमाल दशकों से किया जा रहा है. इससे यात्रियों को असुविधा होती है. कई ट्रेनों में केवल दो जनरल कोच होने के कारण यात्रियों को सीट पाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है. इस समस्या को हल करने के लिए रेलवे बोर्ड सक्रिय रूप से जनरल कोच की संख्या बढ़ा रहा है. साथ ही पुराने इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) कोचों को आधुनिक एलएचबी कोच वेरिएंट से बदल रहा है.

नए एलएचबी जनरल कोच में न केवल बेहतर डिजाइन है, बल्कि पुराने मॉडल में 90 सीटों की तुलना में 100 सीटें भी हैं. अधिक यात्रियों को समायोजित करने के अलावा, ये कोच सुरक्षा को भी बढ़ाते हैं, क्योंकि इन्हें दुर्घटनाओं के दौरान नुकसान को कम करने के लिए डिजाइन किया गया है. पहले एसी और स्लीपर क्लास के लिए विशेष रूप से बनाए गए एलएचबी कोच को अब जनरल क्लास में भी शामिल किया जा रहा है.

व्यापक स्तर पर बदलाव जारी

वर्तमान में दक्षिण गौतमी और नारायणद्री एक्सप्रेस जैसी लोकप्रिय ट्रेन सेवाओं सहित 19 अन्य एक्सप्रेस ट्रेनों में 66 एलएचबी कोच पहले ही लगाए जा चुके हैं. दक्षिण मध्य रेलवे ने पुष्टि की है कि चरणबद्ध रोलआउट जारी रहेगा. इसमें देश भर में 370 ट्रेनों में एलएचबी कोच लगाए जा रहे हैं. इस विस्तार से प्रतिदिन अतिरिक्त 70,000 यात्रियों को सुविधा मिलने की उम्मीद है.

दक्षिण मध्य रेलवे महाप्रबंधक अरुण कुमार जैन ने सामान्य श्रेणी के यात्रियों को प्राथमिकता देने के लिए रेलवे की प्रतिबद्धता पर जोर दिया. उन्होंने कहा, 'एलएचबी कोच अधिक आरामदायक और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करते हैं जिससे आम यात्री को बहुत राहत मिलती है.' इन प्रगतियों के साथ भारतीय रेलवे का लक्ष्य यात्रा को सुरक्षित और आरामदायक बनाना तथा सामान्य श्रेणी में अधिक यात्रियों को स्थान देना है. ताकि सभी के लिए पहुंच और आराम सुनिश्चित हो सके.

बता दें कि ट्रेनों के दो तरह के कोच होते हैं. इसमें एक आईसीएफ कोच और दूसरा एलएचबी कोच शामिल है. एलएचबी कोच कोच लाल रंग के होते हैं. वहीं आईसीएफ कोच नीले रंग के होते हैं. इन दोनों ही कोचों में तकनीकी रूप से कई अंतर होते हैं.

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