जयपुर. राष्ट्रपति भवन में सोमवार को आयोजित पद्म पुरस्कार वितरण समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रदेश की चार शख्सियतों का सम्मान किया. इस दौरान जीवन रक्षा प्रणाली के लिए डॉक्टर माया टंडन, ध्रुपद गायकी के लिए पंडित लक्ष्मण भट्ट तैलंग, बहरूपिया कलाकार जानकी लाल भांड और गायन- संगीत के कलाकार अली-गनी मोहम्मद को राष्ट्रपति मुर्मू ने सम्मानित किया.
इन सबको किया गया सम्मानित : भीलवाड़ा के 81 साल के बहरूपिया कलाकार जानकी लाल भांड़ को लुप्त हो रही बहरूपिया कला को जिंदा रखने के लिए सम्मानित किया गया. जानकी लाल 6 दशकों से अधिक समय से बहरूपिया कला को निपुण करते हुए दर्शकों को मुग्ध कर रहे हैं. जयपुर की डॉ. माया टंडन को भी आज पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया. उन्हें जीवन रक्षा प्रणाली विकसित करने के संबंध में राष्ट्रपति मुर्मू ने इस पुरस्कार से सम्मानित किया है. डॉक्टर टंडन रोड सेफ्टी चैंपियन के रूप में भी पहचान रखती हैं. डॉ. माया टंडन पिछले तीन दशकों से सड़क दुर्घटना से होने वाली मृत्यु दर को कम करने की दिशा में निरंतर काम कर रही हैं. वे 'सहायता' नामक ट्रस्ट की संस्थापक अध्यक्ष हैं, जो सड़क सुरक्षा पर आपातकालीन चिकित्सा देखभाल में आम लोगों/प्रथम रिस्पॉन्डर को प्रशिक्षण देने में विशेषज्ञ हैं. सहायता के पास व्यावहारिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम संचालित करने वाले पेशेवरों की विशाल टीम है.
पद्म पुरस्कार वितरण के दौरान जयपुर के पंडित लक्ष्मण भट्ट तैलंग को भी राष्ट्रपति ने मरणोपरांत सम्मानित किया. उन्हें ध्रुपद गायकी के लिए कला के क्षेत्र में योगदान को लेकर सम्मानित किया गया. पंडित भट्ट ने संगीत के लगभग हर क्षेत्र में गायक, संगीतकार, लेखक, शिक्षक, आयोजक, वादक, निर्देशक, नवप्रवर्तक और निर्माता के रूप में महारत हासिल की. उन्होंने अपना पूरा जीवन विशेषकर राजस्थान में ध्रुपद के संरक्षण और प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित कर दिया. बीकानेर के गायक और संगीतकार अली-गनी मोहम्मद को भी पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
1954 से दिए जा रहे हैं पद्म पुरस्कार : देश में साल 1954 से पद्म पुरस्कार दिए जा रहे हैं. ये पुरस्कार कला, विज्ञान, शिक्षा, साहित्य, सार्वजनिक मामले सामाजिक कार्य और खेल के क्षेत्रो में दिए जाते हैं. भारत के राष्ट्रपति की ओर से यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है. इस साल में 132 पद्म पुरस्कार प्रदान किए जा रहे हैं. जिसमें 5 पद्म विभूषण, 17 पद्म भूषण और 110 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं. इस कार्यक्रम के दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह समेत कई जानी-मानी शख्सियत भी मौजूद रही.