नई दिल्ली: दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं. इस बीच मुख्यमंत्री आतिशी की रैली को लेकर विवाद सामने आया है. आरोप है कि दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सरकारी गाड़ियों का इस्तेमाल अपनी रैली में किया, जो आचार संहिता का उल्लंघन है. इस मामले में पीडब्ल्यूडी के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के खिलाफ गोविंदपुरी थाना इलाके में एफआईआर दर्ज की गई है.
शिकायत में आतिशी का नाम: रिटर्निंग ऑफिसर की ओर से की गई जांच में पाया गया कि चुनाव प्रचार के दौरान सरकारी गाड़ियों का उपयोग किया जा रहा था, जिसे आचार संहिता के खिलाफ माना गया. इस मामले में शिकायत में सीधे तौर पर सीएम आतिशी का नाम लिया गया था. आरोप है कि आतिशी ने अपने निजी कार्यालय के लिए सरकारी वाहन का इस्तेमाल किया और इसे चुनाव प्रचार में भी लगाया.
रिटर्निंग ऑफिसर ने दर्ज करवाई FIR: जांच के बाद PWD के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को जिम्मेदार ठहराया गया. सामने आया कि उक्त इंजीनियर ने सरकारी वाहन को लेकर आदेश दिया और उसे आतिशी के प्रचार कार्य के लिए उपलब्ध कराया. इसके बाद रिटर्निंग ऑफिसर ने इस मामले में FIR दर्ज करवाई और संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात की.
चुनाव प्रचार में नियमों का उल्लंघन गंभीर: यह मामला राजनीतिक गलियारों में गर्मा गया है, क्योंकि सरकारी गाड़ियों के चुनाव प्रचार में इस्तेमाल से संबंधित नियमों का उल्लंघन गंभीर माना जाता है. चुनाव आयोग की ओर से मामले की गहराई से जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस पूरे मामले पर अब दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भी प्रतिक्रिया सामने आई है जहा उन्होंने अपने X अकाउंट पर इस बारे में लिखा-
इनके नेता खुलेआम पैसा बांटते हैं, साड़ी, कंबल, सोने की चैन आदि बांटते हैं, फ़र्ज़ी वोट बनवाते हैं, फिर भी एक FIR तक दर्ज नहीं होती. लेकिन मुख्यमंत्री आतिशी जी के ख़िलाफ़ तुरंत FIR हो जाती है. आम आदमी पार्टी पूरे सिस्टम के ख़िलाफ़ लड़ रही है. इस सड़े गले सिस्टम को जनता के साथ मिलकर बदलना है, मिलकर साफ़ करना है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों उसी सड़े गले सिस्टम का हिस्सा हैं.-अरविंद केजरीवाल, पूर्व मुख्यमंत्री