चरखी दादरी/जींद : 13 फरवरी को किसान दिल्ली कूच करने वाले हैं. इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने 16 फरवरी को भारत बंद का आह्वान कर दिया है. एमएसपी और कर्ज माफी जैसे कई मुद्दों को लेकर 16 फरवरी को भारत बंद करने का आह्वान एसकेएम ने किया है. बताया जा रहा है कि इस बंद में किसान और मजदूर संगठन शामिल होंगे और हाईवे पर ट्रैफिक को भी रोका जाएगा. वहीं भारत बंद के आह्वान को देखते हुए हरियाणा के चरखी दादरी और जींद में ट्रेड यूनियनों और किसान संगठनों ने तैयारियां करनी शुरू कर दी है.
भारत बंद का आह्वान : 16 फरवरी को भारत बंद के आह्वान के बाद ट्रेड यूनियनों और किसान संगठनों ने चरखी दादरी के एसकेएस ऑफिस में बैठक की और आंदोलन को लेकर मंथन करने के साथ रणनीति तैयार की गई. बैठक के दौरान ट्रेड यूनियनों के अलावा कई किसान संगठनों के पदाधिकारी वहां मौजूद थे. बैठक में तय किया गया कि एमएसपी गारंटी, किसानों और मजदूरों की मांगों को लेकर एकजुट होकर आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी. इस दौरान 13 फरवरी को दिल्ली कूच के दौरान किसानों को बॉर्डर पर रोकने और हरियाणा के 7 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा रोकने के फैसले की कड़े शब्दों में निंदा की गई.
"आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे" : बैठक के दौरान सीटू नेता और आशा वर्कर्स यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष सुरेखा देवी ने कहा कि "किसान और मजदूरों के अलावा कर्मचारियों के साथ आम लोगों के हितों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने 16 फरवरी को भारत बंद का ऐलान किया गया है. बंद के दौरान एकजुट होकर मांगों को मनवाने के लिए आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे. आंदोलन के दौरान सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी."
15 फरवरी को मशाल जुलूस : वहीं जींद में भी 16 फरवरी को होने वाले राष्ट्रव्यापी बंद को देखते हुए ट्रेड यूनियनों और किसान संगठनों ने बैठक कर रणनीति बनाई. बैठक के बाद आम लोगों से 16 फरवरी के बंद को सफल बनाने के लिए अपील की गई.साथ ही जींद शहर के साथ सभी कस्बों में 15 फरवरी को शाम 5 बजे मशाल जलूस और मोटरसाइकिल जलूस निकालने का फैसला भी किया गया.
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