इंदौर: वित्त मंत्रालय भारत सरकार के अधीन 41वीं यूरेशियन ग्रुप की बैठक 25 नवंबर से 29 नवंबर के बीच ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में होने जा रही है. यूरेशियन की प्लेनरी और वर्किंग ग्रुप की यह बैठक भारत में लगभग 16 वर्षों के बाद आयोजित हो रही है. इस प्रतिष्ठा पूर्ण आयोजन में मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद के वित्तपोषण के खिलाफ रणनीति बनाने पर मंथन होगा. अलग-अलग सत्र में होने वाली चर्चा के दौरान 28 नवंबर को राज्यपाल मंगू भाई पटेल विभिन्न केंद्रीय मंत्रियों के साथ शामिल होंगे. इस बैठक में रूस समेत देश के अलग-अलग हिस्सों से 112 प्रतिनिधि भारत आएंगे. जिसमें सबसे बड़ा प्रतिनिधि मंडल रूस का होगा, इसमें 9 सदस्य देश और 15 ऑब्जर्वर मौजूद रहेंगे.
इंदौर में बैठक को लेकर व्यापक तैयारियां
देश-विदेश के प्रतिनिधियों के इंदौर आगमन को लेकर स्वागत और सत्कार की व्यापक तैयारियां की गई हैं. इस दौरान एयरपोर्ट इंदौर में आगमन के समय प्रदेश की सांस्कृतिक झलक भी प्रस्तुत की जाएगी. सभी अतिथियों का भारतीय परंपरा के अनुसार स्वागत किया जाएगा. इस दौरान समस्त अतिथि राजवाड़ा, लालबाग सहित अन्य प्रमुख पर्यटन स्थलों पर जाएंगे. ये मेहमान 56 दुकान सराफा चौपाटी भी पहुंचेंगे. सभी अतिथियों के लिए शहर के विभिन्न होटल्स में ठहरने की व्यवस्था की गई है. यहां पर उनके लिए मनी एक्सचेंज काउंटर और स्वास्थ्य चेकअप सुविधाएं भी सुनिश्चित की गई हैं.
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मांडू भी जाएंगे प्रतिनिधि
इंदौर के प्रतिष्ठित डेली कॉलेज एवं धार जिले के मांडव भ्रमण सहित प्रमुख पर्यटक स्थलों में डेलीगेट्स के भ्रमण की व्यवस्था की गई है. संभाग आयुक्त दीपक सिंह ने बताया कि "इस आयोजन की स्मृति को चिरस्थायी स्वरूप देने के लिए आयोजन स्थल के निकट ही वृक्षारोपण के लिए यूरेशियन गार्डन विकसित किया गया है. आयोजन के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएंगे. मध्य प्रदेश के औद्योगिक विकास को प्रदर्शित करते हुए एक प्रदर्शनी का आयोजन भी प्रस्तावित है,साथ ही वहां पर मृगनयनी के माध्यम से वस्त्रों की एक प्रदर्शनी का काउंटर भी लगाया जाएगा." बता दें कि इंदौर में तैयारियों को लेकर संभाग आयुक्त दीपक सिंह ने समीक्षा बैठक ली.