हैदराबाद : तेलंगाना के सोमाजीगुडा में एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ नेफ्रोलॉजी एंड यूरोलॉजी (एआईएनयू) के डॉक्टरों ने बुधवार को एक गंभीर बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती कराए गए एक व्यक्ति की किडनी से 418 स्टोन निकाले. दरअसल, एक 60 वर्षीय व्यक्ति को किडनी खराब होने के कारण एआईएनयू अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कई जांचों के बाद पता चला कि उनके गुर्दे में बड़ी संख्या में पथरी है.
डॉक्टरों की टीम डॉ. के. पूर्णचंद्र रेड्डी, डॉ. गोपाल और डॉ. दिनेश ने परक्यूटेनियस नेफ्रोलिथोटॉमी प्रक्रिया के जरिए सर्जरी करने का फैसला किया. बता दें, परक्यूटेनियस नेफ्रोलिथोटॉमी (पीसीएनएल) बिना किसी चीरे के एक न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रिया है. इस प्रोसेस में पत्थरों को हटाने के लिए छोटे छिद्रों के माध्यम से एक लघु कैमरा और लेजर जांच डाली जाती है. डॉक्टरों ने बताया कि बुजुर्ग के किडनी से करीब 418 पथरी निकाली गईं. बाद में उनकी किडनी की कार्यक्षमता में सुधार होने पर उन्हें छुट्टी भी दे दी गई. पूरी प्रक्रिया में करीब दो घंटे लग गये. डॉक्टरों ने मरीज को किडनी की सेहत बनाए रखने के लिए कम नमक खाने और पर्याप्त पानी पीने की सलाह दी है.
दरअसल, 14 मार्च को विश्व किडनी दिवस भी मनाया जाता है. यह दिवस किडनी के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है. अक्सर लोग शरीर के अंदरूनी अंगों से अनजान होते हैं और जब परेशानी बढ़ जाती है तो डॉक्टर के पास पहुंचते हैं. परिणामस्वरूप किडनी फेल होने का खतरा बन जाता है. ऐसी गारंटी के लिए आवश्यक है कि समय-समय पर कुछ सावधानियां बरती जाएं, ताकि किडनी भी स्वस्थ रहें और आप भी.
बता दें, किडनी हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है, यह रक्त को साफ करने, रक्त में रसायनों और तरल पदार्थों का उचित संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि किडनी की बीमारियां समग्र स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं. यह शरीर में विषाक्तता बढ़ने का कारण भी हो सकता है, इसलिए जरूरी है कि हर किसी को किडनी को स्वस्थ रखने के उपाय करते रहना चाहिए. किडनी को स्वस्थ रखने के लिए उचित आहार और जीवनशैली के साथ-साथ ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करना सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है.