भोपाल। धार की भोजशाला को लेकर आज से भारी एहतियात के बीच ASI का सर्वे शुरु हो गया है. 22 मार्च की तय तारीख पर शुरु हुए सर्वे में ASI के अफसरों की टीम ने सुबह 6 बजे से ही भोजशाला पहुंचकर निरीक्षण शुरु कर दिया था. इस बीच मुस्लिम पक्षकार ज्ञानवापी की तरह भोजाशाला में सर्वेक्षण पर रोक लगाने सुप्रीम कोर्ट पहुंचा. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष की सर्वेक्षण पर रोक लगाने की वाली याचिका खारिज कर दी है. सर्वे के दौरान बहुत ही एहतियात बरती जा रही है, साठ कैमरों की निगरानी में ये सर्वेक्षण किया जा रहा है. भोजशाला के अंदर जाने की मनाही है.
सर्वे पर रोक लगाने मुस्लिम पक्षकार की याचिका खारिज
भोजशाला में शुक्रवार से सुबह से शुरु हुए ASI के सर्वे पर रोक लगाने के लिए मुस्लिम पक्षकारों ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया. लेकिन सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिम पक्षकार की याचिका खारिज हो गई है. मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बैंच ने असल में आदेश दिया था कि काशी के ज्ञानवापी की तरह की धार की भोजशाला का भी एएसआई से वैज्ञानिक सर्वे करवाया जाए. जिसके बाद 22 मार्च की तारीख निर्धारित की गई और ये सर्वेक्षण आज सुबह 6 बजे से शुरु हुआ. दो चरण में ये सर्वे रखा गया है. पहला चरण 12 बजे खत्म होगा, दूसरा चरण चार बजे से शुरु किया जाएगा.
नमाज के दौरान सर्वे का काम नहीं, सुरक्षा के भारी बंदोबस्त
रमजान का महीना और आज शुक्रवार होने की वजह से भोजशाला में भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है. एहतियात ये भी बरती गयी है कि नमाज के दौरान सर्वे का काम बंद कर दिया जाएगा. इसीलिए दोपहर बारह बजे सर्वे का काम बंद होगा जो दुबारा शाम चार बजे शुरु होगा. दिल्ली और भोपाल से पंद्रह सदस्यों की टीम भोजशाला पहुंची है और करीब 60 कैमरो के जरिए निगरानी भी की जा रही है. सुरक्षा व्यवस्था इतनी कड़ी है कि एएसपी, सीएसपी, डीएसपी समेत आठ थाना प्रभारी समेत 175 पुलिस के जवान यहां तैनात किए गए हैं. सर्वे में जीपीआर और जीपीएस टेक्निक का भी उपयोग किया जा रहा है.
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तीन तरह से सर्वे 6 हफ्ते में आएगी रिपोर्ट
सर्वे तीन तरह से होगा और इसकी रिपोर्ट एएसआई के द्वारा 6 सप्ताह में इंदौर हाई कोर्ट के समक्ष ASI को रखनी है. उसको लेकर सर्वे का काम काफी तेजी से एएसआई की टीम कर रही है. सर्वे की खुदाई के लिए जो मजदूर भोजशाला के भीतर गए हैं उनकी भी मेटल डिक्टेटर से जांच करवाई जा रही है. भोजशाला में मोबाइल पूरी तरह से प्रतिबंधित है. खुदाई के लिए जरुरी सामान के अलावा सभी के मोबाईल बाहर ही रखवा लिये गए हैं.
ASI ने जारी किया था दोनों पक्षों को नोटिस
सर्वे की टीम ने आज दोनों ही पक्षों को गौशाला में उपस्थित रहने संबंधी नोटिस जारी किया था. इसके बाद हिंदू पक्ष के वकील भोजशाला पर पहुंचे. वहीं मुस्लिम पक्ष के वकील और संबंधित पक्ष का कोई प्रतिनिधि नहीं पहुंचा. हालांकि प्रशासन द्वारा कमाल मौलाना वेलफेयर सोसाइटी के मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान के घर सर्वे की जानकारी व समय के साथ सर्वे के दौरान शामिल होने के सम्बंध में नोटिस भी चस्पा किया था. लेकिन वे सर्वे के दौरान उपस्थित नहीं हुए.
हिंदू पक्ष का दावा, भोजशाला में मिलेंगे मंदिर होने के प्रमाण
इंदौर उच्च न्यायालय के 11 मार्च को दिए गए आदेश के बाद से भोजशाला को लेकर लोगों की जिज्ञासाएं बढ़ गई हैं. हालांकि पहले चरण के सर्वे के लगभग 6 घंटे के दौरान अंदर की कार्यवाही की किसी भी प्रकार की जानकारी अब तक सामने नहीं आ पाई है. लेकिन हिंदू पक्ष की मानें तो भोजशाला के सर्वे के दौरान मंदिर होने के कई प्राचीन प्रतिमाएं और शिलालेख सामने आएंगे. वहीं, मुस्लिम पक्ष सर्वे पर रोक लगाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, लेकिन कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया.