देवघरः देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक झारखंड के देवघर स्थित बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग में पूजा करने ऐसे तो सालों भर देश-विदेश से श्रद्धालु पहुंचते हैं, लेकिन सावन में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु पूजा करने के लिए देवघर पहुंचते हैं. इसी क्रम में मध्यप्रदेश के दो श्रद्धालु अनोखे अंदाज में सावन की चौथी सोमवारी पर देवघर के बाबा बैद्यनाथ का जलार्पण करने के लिए पहुंचे हैं. प्रीतम प्रसाद दुबे और राजेश सारंगी है दोनों मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा के रहने वाले हैं.
देवघर आने के लिए स्कूटी को कराया मोडिफाई
दोनों श्रद्धालुओं ने मध्य प्रदेश से देवघर का तक का सफर स्कूटी से तय किया है. इस संबंध में राजेश सारंगी बताते हैं कि 21 कलश में विभिन्न नदियों का जल लेकर बाबा बैद्यनाथ का जलार्पण करने पहुंचे हैं. उन्होंने बताया कि इसके लिए स्कूटी को मोडिफाई कराया है. स्कूटी में चारों ओर टीन के फ्रेम लगाए गए हैं. फ्रेम में चारों ओर कलश रखने का जगह बनाया गया है.
कई पवित्र नदियों का जल लेकर पहुंचे देवघर
वहीं श्रद्धालु राजेश सारंगी बताते हैं कि छिंदवाड़ा से निकलते वक्त परासिया नदी से पहले कलश में जल भरा गया था. इसके बाद उन्हें रास्ते में यह विचार आया कि क्यों न कलशों में विभिन्न राज्यों की नदियों का जल भरकर देवघर के बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग का जलाभिषेक किया जाए. इसलिए उनकी स्कूटी जिन-जिन राज्यों से गुजरी उन राज्यों की नदियों के जल उन्होंने अपने कलशों में भर लिए.
स्कूटी में 21 कलश लेकर पहुंचे बाबाधाम
श्रद्धालु प्रीतम दुबे ने बताया कि उनकी स्कूटी में कुल 21 कलश हैं. कलशों में विभिन्न नदियों के जल भरे हैं. कलशों में गंगा, यमुना, नर्मदा सहित कई नदियों के जल हैं. उन्होंने बताया कि सभी पवित्र नदियों की जल से भगवान का अभिषेक किया जाएगा.
1200 किलोमीटर की दूरी तय कर पहुंचे देवघर
राजेश सारंगी और प्रीतम दुबे ने बताया कि छिंदवाड़ा से देवघर की दूरी करीब 1200 किलोमीटर है. स्कूटी से यह दूरी तय करने में करीब छह से सात दिन लग गए.
इंसानियत का दिया पैगाम
आमतौर पर श्रद्धालु गंगा जल भगवान भोलेनाथ पर चढ़ाते हैं. लेकिन प्रीतम दुबे और राजेश सारंगी विभिन्न नदियों का जल महादेव पर चढ़ाना चाहते हैं. इसके माध्यम से वो समाज को संदेश देना चाहते हैं कि जैसे हर राज्य की नदी का पानी एक है, वैसे ही हर राज्य के लोगों का विचार एक होना चाहिए, जो सिर्फ इंसानियत का है.
देवघर में आकर्षण का केंद्र बनी स्कूटी
वहीं प्रीतम दुबे और राजेश सारंगी की स्कूटी देवघर में आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. लोगों ने राजेश और प्रीतम की इस पहल की काफी सराहना की. राजेश सारंगी ने बताया कि सफर लंबा जरूर था, लेकिन लोगों के प्यार ने इस सफर को छोटा बना दिया.
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