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बीकानेर में ट्रेन डिरेल की कोशिश, रेलवे ट्रैक से की गई छेड़छाड़, ऐसे टला बड़ा हादसा - Derail Attempt

बीकानेर में रविवार शाम को कुछ शरारती तत्वों ने रेलवे लाइन के ज्वाइंटर खोल दिए. आसपास के लोगों ने रेलवे को सूचना कर दी.

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 2 hours ago

रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ की कोशिश
रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ की कोशिश (ETV Bharat Bikaner)

बीकानेर : राजस्थान के बीकानेर के चौखूंटी क्षेत्र में रविवार शाम को रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ का एक मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार चौखुंटी क्षेत्र में रेल पटरियों को आपस में जोड़ने वाली फिश प्लेट के ज्वाइंटर को खोल दिया गया था. लोगों को ये बात पता चली तो उन्होंने तत्काल ही रेलवे प्रशासन को सूचना दी और अपने स्तर पर वापस इन ज्वाइंटर को लगाने का काम भी किया. प्रारंभिक तौर पर माना जा रहा है कि यह नशेड़ियों की करतूत है.

सूचना के बाद रेलवे प्रशासन पहुंचा : स्थानीय लोगों से रेलवे पटरियों से छेड़छाड़ की जानकारी मिलने के बाद लालगढ़ आरपीएफ थाना प्रभारी उषा निरंकारी भी मौके पर पहुंच गईं. उन्होंने मौजूद लोगों की घटना की जानकारी ली तो सामने आया कि कुछ युवकों ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया. इनके बारे में आसपास में पूछताछ भी की गई, लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ कुछ लगा नहीं है. उषा निरकारी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है.

रेलवे ट्रैक से की गई छेड़छाड़ (वीडियो ईटीवी भारत बीकानेर)

पढ़ें. राजस्थान में पटरी पर सीमेंट के ब्लॉक रखकर ट्रेन डिरेल करने की साजिश, जांच के लिए SIT गठित - Attempt to Derail Train

युवकों ने दिखाई तत्परता : घटना की सूचना मिलने पर लोहे का काम करने वाले रोहिताश बिस्सा अपने दोस्तों और स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे और तत्काल ही ज्वाइंटर को वापस लगाने का काम किया. बिस्सा ने बताया कि जानकारी मिली कि रेलवे पटरियों के साथ कुछ युवक छेड़छाड़ कर रहे हैं. वहां पास में जाकर देखा तो वह लोग भाग रहे थे और मौके पर पटरियों के ज्वाइंटर खुले हुए थे.

यह होता है फिश प्लेट का काम : दो रेलों को एक-दूसरे से जोड़ने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली धातु की प्लेट जो कि रेलवे ट्रैक पर लगी होती है, उसे फिश प्लेट कहते हैं. इसे ज्वाइंटर भी कहा जाता है. यह ट्रेन के पहियों के भार को एक रेल से दूसरी रेल पर ट्रांसफर करती है. यह रेल जोड़ को दोनों दिशाओं में मजबूती देती है. फिश प्लेट को रेल के सिरों पर बोल्ट करके जोड़ा जाता है. आम तौर पर सभी फिश प्लेट में बोल्ट को सुरक्षित करने के लिए चार छेद होते हैं. इसके नहीं होने से रेल हादसा होने का खतरा हो सकता है.

नशेड़ियों का रहता है जमावड़ा : रेलवे ट्रैक की पटरियों के बीच फिश प्लेट के बोल्ट खुले मिले थे, उसके आसपास नशेड़ियों का जमावड़ा रहता है. पहले भी कई बार ऐसे मामले सामने आए जब वहां नशेड़ी तरह के लोग खड़े ट्रेन में रेल में बैठे यात्रियों से मोबाइल और अन्य दूसरी चीज छीनकर भागते हुए नजर आए.

बीकानेर : राजस्थान के बीकानेर के चौखूंटी क्षेत्र में रविवार शाम को रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ का एक मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार चौखुंटी क्षेत्र में रेल पटरियों को आपस में जोड़ने वाली फिश प्लेट के ज्वाइंटर को खोल दिया गया था. लोगों को ये बात पता चली तो उन्होंने तत्काल ही रेलवे प्रशासन को सूचना दी और अपने स्तर पर वापस इन ज्वाइंटर को लगाने का काम भी किया. प्रारंभिक तौर पर माना जा रहा है कि यह नशेड़ियों की करतूत है.

सूचना के बाद रेलवे प्रशासन पहुंचा : स्थानीय लोगों से रेलवे पटरियों से छेड़छाड़ की जानकारी मिलने के बाद लालगढ़ आरपीएफ थाना प्रभारी उषा निरंकारी भी मौके पर पहुंच गईं. उन्होंने मौजूद लोगों की घटना की जानकारी ली तो सामने आया कि कुछ युवकों ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया. इनके बारे में आसपास में पूछताछ भी की गई, लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ कुछ लगा नहीं है. उषा निरकारी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है.

रेलवे ट्रैक से की गई छेड़छाड़ (वीडियो ईटीवी भारत बीकानेर)

पढ़ें. राजस्थान में पटरी पर सीमेंट के ब्लॉक रखकर ट्रेन डिरेल करने की साजिश, जांच के लिए SIT गठित - Attempt to Derail Train

युवकों ने दिखाई तत्परता : घटना की सूचना मिलने पर लोहे का काम करने वाले रोहिताश बिस्सा अपने दोस्तों और स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे और तत्काल ही ज्वाइंटर को वापस लगाने का काम किया. बिस्सा ने बताया कि जानकारी मिली कि रेलवे पटरियों के साथ कुछ युवक छेड़छाड़ कर रहे हैं. वहां पास में जाकर देखा तो वह लोग भाग रहे थे और मौके पर पटरियों के ज्वाइंटर खुले हुए थे.

यह होता है फिश प्लेट का काम : दो रेलों को एक-दूसरे से जोड़ने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली धातु की प्लेट जो कि रेलवे ट्रैक पर लगी होती है, उसे फिश प्लेट कहते हैं. इसे ज्वाइंटर भी कहा जाता है. यह ट्रेन के पहियों के भार को एक रेल से दूसरी रेल पर ट्रांसफर करती है. यह रेल जोड़ को दोनों दिशाओं में मजबूती देती है. फिश प्लेट को रेल के सिरों पर बोल्ट करके जोड़ा जाता है. आम तौर पर सभी फिश प्लेट में बोल्ट को सुरक्षित करने के लिए चार छेद होते हैं. इसके नहीं होने से रेल हादसा होने का खतरा हो सकता है.

नशेड़ियों का रहता है जमावड़ा : रेलवे ट्रैक की पटरियों के बीच फिश प्लेट के बोल्ट खुले मिले थे, उसके आसपास नशेड़ियों का जमावड़ा रहता है. पहले भी कई बार ऐसे मामले सामने आए जब वहां नशेड़ी तरह के लोग खड़े ट्रेन में रेल में बैठे यात्रियों से मोबाइल और अन्य दूसरी चीज छीनकर भागते हुए नजर आए.

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