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नैनीताल की माल रोड पर मंडराया खतरा, सड़क पर हुआ गड्ढा, 10 मीटर लंबी दरार भी पड़ी - Pothole on Mall Road of Nainital

Crack and pothole on the Mall Road of Nainital नैनीताल की ऐतिहासिक माल रोड के सामने अस्तित्व का खतरा मंडराने लगा है. 2018 में 25 मीटर सड़क का हिस्सा भूस्खलन के बाद झील में गिर गया था. अब एक नई मुसीबत आती दिख रही है. इस बार माल रोड पर गड्ढा बन गया है. साथ ही 10 मीटर से अधिक लंबी दरार भी पड़ गई है.

NAINITAL MALL ROAD
नैनीताल समाचार (Photo- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 7, 2024, 12:02 PM IST

Updated : May 7, 2024, 2:06 PM IST

माल रोड पर गड्ढा (Video- ETV Bharat)

नैनीताल: सरोवर नगरी की माल रोड पर खतरा तेजी से बढ़ रहा है. माल रोड पर भू धंसाव के चलते अब गड्ढे और दरार पड़ने लगी है. एक बार फिर माल रोड में दरार और गड्ढा हो गया. इससे माल रोड के अस्तित्व पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है. लगातार माल रोड में पड़ रही दरार और गड्ढों से नैनीताल की ऐतिहासिक माल रोड पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं.

बताते चलें कि लोअर माल रोड का 25 मीटर हिस्सा 18 अक्टूबर 2018 को भूस्खलन के चलते क्षतिग्रस्त हो गया था. जिसके बाद से लगातार मॉल रोड के विभिन्न हिस्सों में दरारें पड़ रही हैं. छह साल बीत जाने के बावजूद भी अब तक सड़क का स्थाई ट्रीटमेंट कार्य शुरू नहीं हो सका है. जिससे सड़क की बुनियाद लगातार कमजोर हो रही है और माल रोड से लगी पहाड़ियों में भी खतरा मंडरा रहा है. आने वाले समय में अब पर्यटन सीजन नजदीक है. ऐसे में माल रोड में हो रहे गड्ढे और दरारों से लोक निर्माण विभाग की चिंता बढ़ने लगी है.

माल रोड में मंडरा रहा बड़ा खतरा: लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता रत्नेश सक्सेना का कहना है कि सड़क के स्थाई उपचार की जिम्मेदारी टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (टीएचडीसी) को दी है. पूर्व में टीएचडीसी की टीम ने माल रोड का सर्वे और अध्ययन किया था. टीएचडीसी ने माल रोड क्षतिग्रस्त क्षेत्र के 250 मीटर क्षेत्र में टोपोग्राफिकल सर्वे और जियोलॉजिकल मैपिंग की. जिसमें पता चला था जिस स्थान पर सड़क में धंसाव हो रहा है, उसके ठीक नीचे भारी भूजल का रिसाव हो रहा है. इससे मिट्टी को जोड़ कर रखने वाले फाइनर पार्टिकल कण पानी के साथ घुल कर झील में समा रहे हैं. जिसके चलते माल रोड क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं देखने को मिल रही हैं.

माल रोड के अध्ययन के बाद टीएचडीसी ने रोड के स्थाई उपचार के लिए तीन करोड़ पचास लाख रुपए की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की. जिस पर शासन ने संस्तुति देते हुए सड़क के स्थाई उपचार के लिए बजट जारी कर दिया है. जल्द ही सड़क निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी.

आईआईटी की टीम का ट्रीटमेंट भी हो गया था फेल: आईआईटी रुड़की की टीम के सुझाव पर माल रोड पर ट्रीटमेंट का काम किया गया. 82 लाख के बजट से झील में बेस बनाकर मशीन लगाकर ड्रिलिंग कर और पाइप डालकर सड़क का अस्थाई ट्रीटमेंट किया. लेकिन यह ट्रीटमेंट की योजना फेल हो गई. झील में ड्रिलिंग के दौरान पाइप बेस पर नहीं टिक पाए थे, जिसके बाद ट्रीटमेंट का काम टीएचडीसी को सौंपा गया है.

माल रोड के स्थाई उपचार के लिए लोनिवि सातवीं बार जारी करेगा टेंडर: माल रोड के 25 मीटर हिस्से को ठीक करने के कोई भी ठेकेदार दिलचस्पी नहीं ले रहा है. जिस वजह से माल रोड के स्थाई उपचार का काम लगातार टल रहा है. विभाग ने सड़क के स्थाई उपचार के लिए अब तक छह बार टेंडर निकाले, लेकिन बजट कम होने का हवाला देते हुए किसी भी ठेकेदार ने काम नहीं लिया. बताया जा रहा है कि कार्य में मशीनों में ज्यादा लागत लगने की डर से कोई भी ठेकेदार निविदा नहीं डाल रहा है.

वही मामले में लोनिवि के अधिशासी अभियंता रत्नेश सक्सेना ने कहा कि जिस स्थान पर गड्ढा हुआ है, वहां पर कलमट था. पत्थर निकलने से गड्ढा हुआ है. जल्द ही कलमट को रिपेयर करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
ये भी पढ़ें: नैनीताल पर मंडरा रहा खतरा, भूस्खलन से दरक रही चाइना पीक की पहाड़ी, दहशत में लोग

माल रोड पर गड्ढा (Video- ETV Bharat)

नैनीताल: सरोवर नगरी की माल रोड पर खतरा तेजी से बढ़ रहा है. माल रोड पर भू धंसाव के चलते अब गड्ढे और दरार पड़ने लगी है. एक बार फिर माल रोड में दरार और गड्ढा हो गया. इससे माल रोड के अस्तित्व पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है. लगातार माल रोड में पड़ रही दरार और गड्ढों से नैनीताल की ऐतिहासिक माल रोड पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं.

बताते चलें कि लोअर माल रोड का 25 मीटर हिस्सा 18 अक्टूबर 2018 को भूस्खलन के चलते क्षतिग्रस्त हो गया था. जिसके बाद से लगातार मॉल रोड के विभिन्न हिस्सों में दरारें पड़ रही हैं. छह साल बीत जाने के बावजूद भी अब तक सड़क का स्थाई ट्रीटमेंट कार्य शुरू नहीं हो सका है. जिससे सड़क की बुनियाद लगातार कमजोर हो रही है और माल रोड से लगी पहाड़ियों में भी खतरा मंडरा रहा है. आने वाले समय में अब पर्यटन सीजन नजदीक है. ऐसे में माल रोड में हो रहे गड्ढे और दरारों से लोक निर्माण विभाग की चिंता बढ़ने लगी है.

माल रोड में मंडरा रहा बड़ा खतरा: लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता रत्नेश सक्सेना का कहना है कि सड़क के स्थाई उपचार की जिम्मेदारी टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (टीएचडीसी) को दी है. पूर्व में टीएचडीसी की टीम ने माल रोड का सर्वे और अध्ययन किया था. टीएचडीसी ने माल रोड क्षतिग्रस्त क्षेत्र के 250 मीटर क्षेत्र में टोपोग्राफिकल सर्वे और जियोलॉजिकल मैपिंग की. जिसमें पता चला था जिस स्थान पर सड़क में धंसाव हो रहा है, उसके ठीक नीचे भारी भूजल का रिसाव हो रहा है. इससे मिट्टी को जोड़ कर रखने वाले फाइनर पार्टिकल कण पानी के साथ घुल कर झील में समा रहे हैं. जिसके चलते माल रोड क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं देखने को मिल रही हैं.

माल रोड के अध्ययन के बाद टीएचडीसी ने रोड के स्थाई उपचार के लिए तीन करोड़ पचास लाख रुपए की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की. जिस पर शासन ने संस्तुति देते हुए सड़क के स्थाई उपचार के लिए बजट जारी कर दिया है. जल्द ही सड़क निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी.

आईआईटी की टीम का ट्रीटमेंट भी हो गया था फेल: आईआईटी रुड़की की टीम के सुझाव पर माल रोड पर ट्रीटमेंट का काम किया गया. 82 लाख के बजट से झील में बेस बनाकर मशीन लगाकर ड्रिलिंग कर और पाइप डालकर सड़क का अस्थाई ट्रीटमेंट किया. लेकिन यह ट्रीटमेंट की योजना फेल हो गई. झील में ड्रिलिंग के दौरान पाइप बेस पर नहीं टिक पाए थे, जिसके बाद ट्रीटमेंट का काम टीएचडीसी को सौंपा गया है.

माल रोड के स्थाई उपचार के लिए लोनिवि सातवीं बार जारी करेगा टेंडर: माल रोड के 25 मीटर हिस्से को ठीक करने के कोई भी ठेकेदार दिलचस्पी नहीं ले रहा है. जिस वजह से माल रोड के स्थाई उपचार का काम लगातार टल रहा है. विभाग ने सड़क के स्थाई उपचार के लिए अब तक छह बार टेंडर निकाले, लेकिन बजट कम होने का हवाला देते हुए किसी भी ठेकेदार ने काम नहीं लिया. बताया जा रहा है कि कार्य में मशीनों में ज्यादा लागत लगने की डर से कोई भी ठेकेदार निविदा नहीं डाल रहा है.

वही मामले में लोनिवि के अधिशासी अभियंता रत्नेश सक्सेना ने कहा कि जिस स्थान पर गड्ढा हुआ है, वहां पर कलमट था. पत्थर निकलने से गड्ढा हुआ है. जल्द ही कलमट को रिपेयर करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
ये भी पढ़ें: नैनीताल पर मंडरा रहा खतरा, भूस्खलन से दरक रही चाइना पीक की पहाड़ी, दहशत में लोग

Last Updated : May 7, 2024, 2:06 PM IST
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