ETV Bharat / bharat

‘मैं CBI से बोल रहा…’ गया में डॉक्टर को 4 दिन तक डिजिटल अरेस्ट किया और ठग लिए 4.40 करोड़ - Cyber ​​fraud with a doctor

Gaya Digital Arrest : बिहार के गया जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक डॉक्टर को साइबर ठगों ने चार दिनों तक डिजिटल अरेस्ट पर रखा और गिरफ्तारी का डर दिखाकर 4.40 करोड़ अपने अकाउंट में ट्रांसफर करा लिए. खुद के ठगे जाने का आभास होने के बाद उन्होंने साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है.

गया में डॉक्टर से साइबर ठगी
गया में डॉक्टर से साइबर ठगी (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Aug 22, 2024, 11:00 PM IST

Updated : Aug 23, 2024, 1:46 PM IST

गया: बिहार के गया में सीबीआई के नाम पर डिजिटल अरेस्ट कर साइबर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है. साइबर अपराधियों ने सीबीआई बताकर गया के प्रख्यात डॉक्टर को पहले हड़काया और फिर अकाउंट से करीब 4 करोड़ 40 लाख ट्रांसफर करवा लिए. रुपए ट्रांसफर करने के बाद डॉक्टर को होश आया कि वह साइबर ठगी का शिकार हो गए हैं. इसके बाद इस मामले को लेकर गया के साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.

गया में साइबर ठगों ने डॉक्टर को बनाया निशाना : घटना की जानकारी के बाद गया के एसएसपी आशीष भारती ने एसआईटी का गठन किया है. एसआईटी की टीम अनुसंधान में जुट गई है. इस मामले को लेकर पीड़ित डॉक्टर ए एन राय ने साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. वही, इस तरह का मामला सामने आते ही गया पुलिस की टीम हरकत में आ गई. गया पुलिस की टीम ने कार्रवाई शुरू की है और फिलहाल 4 करोड़ 40 लख रुपए के साइबर क्राइम के इस मामले में 61 लख रुपए होल्ड कराने में सफल रही है.

‘मैं CBI से बोल रह हूं.. तुम्हारे पास बहुत पैसा है’ : जानकारी के अनुसार पिछले दिनों सीबीआई बनकर साइबर ठगी करने वाले गिरोह ने गया के नामचीन डॉक्टर एएन राय को वीडियो कॉल कर कहा कि हमलोग सीबीआई से हैं. आपके खाते में काफी पैसा है. मुंबई में भी खाता है. मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज हुआ है. केस से बचने के लिए खाता नंबर दिया जा रहा है, उसमें पैसे ट्रांसफर कीजिए.

96 घंटे तक रखा डिजिटल अरेस्ट, ठगे 4.40 करोड़ : सीबीआई का नाम सुनते ही डॉक्टर के द्वारा दिए गए अकाउंट नंबर पर पैसा ट्रांसफर करना शुरू किया गया. इस क्रम में 4 दिन में करीब चार करोड़ 40 लाख रुपए साइबर अपराधी गिरोह के द्वारा दिए गए खाते में डाल दिए गए.

"साइबर अपराधी के द्वारा सीबीआई के नाम पर डरा-धमकाकर साइबर ठगी कर लिया गया है. इस मामले को लेकर एसआईटी का गठन किया गया है. एनसीआरपी पोर्टल के माध्यम से अब तक इस कांड में करीब 61 लख रुपए होल्ड करा लिए गए हैं. पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है."- आशीष भारती, एसएसपी गया.

एसएसपी ने की एसआईटी गठित : इस मामले को लेकर गया एसएससी के द्वारा एसआईटी का गठन किया गया है इसमें डीएसपी साइबर तथा अन्य पुलिस पदाधिकारी और कर्मी को शामिल किया गया है. पुलिस के द्वारा इस मामले में कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है. वही, गया पुलिस ने एक बार फिर से लोगों से आग्रह किया है, कि साइबर अपराध से बचने के लिए सतर्क रहे, तथा संदेहास्पद लोगों को कोई जानकारी न दें. किसी प्रकार की गड़बड़ी हो, तो तुरंत पुलिस को सूचना करें.

आंध्र और दिल्ली के साइबर क्राइमरों का कनेक्शन: वहीं बताया जाता है कि डॉक्टर से 4 करोड़ 40 लाख की ठगी के मामले का कनेक्शन दूसरे कई राज्यों से जुड़ा मिला है. मिली जानकारी के अनुसार इसका कनेक्शन आंध्र प्रदेश और दिल्ली से जुड़ा बताया जा रहा है. एसआईटी की टीम जानकारी के आधार पर कार्रवाई करने में जुटी हुई है.

नोट : साइबर क्रिमिनल अब अब Digital Arrest के नाम पर लोगों से बड़ी ठगी को अंजाम दे रहे हैं. साइबर अपराधी खुद को सरकारी अधिकारी बताकर आपको ठगने का कर सकते हैं प्रयास, इसलिए ऐसे कॉल्स पर न करें विश्वास. आप तुरंत इसकी शिकायत इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर में करें या पुलिस स्टेशन को सूचना दें. हेल्पलाइन नंबर 1930 पर भी कंप्लेंट दर्ज कर सकते है.

ये भी पढ़ें : गलत तरीके से खटाखट मालामाल हुए गांव के सैकड़ों साइबर ठगों को ढूंढ रही पुलिस, पाकिस्तान और दुबई से भी कनेक्शन - Cyber ​​Fraud

ये भी पढ़ें : केरल पुलिस ने यूपी के साइबर ठग को बिहार में किया गिरफ्तार, 1.25 करोड़ रुपये के फ्रॉड का है आरोपी - Cyber ​​crime

गया: बिहार के गया में सीबीआई के नाम पर डिजिटल अरेस्ट कर साइबर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है. साइबर अपराधियों ने सीबीआई बताकर गया के प्रख्यात डॉक्टर को पहले हड़काया और फिर अकाउंट से करीब 4 करोड़ 40 लाख ट्रांसफर करवा लिए. रुपए ट्रांसफर करने के बाद डॉक्टर को होश आया कि वह साइबर ठगी का शिकार हो गए हैं. इसके बाद इस मामले को लेकर गया के साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.

गया में साइबर ठगों ने डॉक्टर को बनाया निशाना : घटना की जानकारी के बाद गया के एसएसपी आशीष भारती ने एसआईटी का गठन किया है. एसआईटी की टीम अनुसंधान में जुट गई है. इस मामले को लेकर पीड़ित डॉक्टर ए एन राय ने साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. वही, इस तरह का मामला सामने आते ही गया पुलिस की टीम हरकत में आ गई. गया पुलिस की टीम ने कार्रवाई शुरू की है और फिलहाल 4 करोड़ 40 लख रुपए के साइबर क्राइम के इस मामले में 61 लख रुपए होल्ड कराने में सफल रही है.

‘मैं CBI से बोल रह हूं.. तुम्हारे पास बहुत पैसा है’ : जानकारी के अनुसार पिछले दिनों सीबीआई बनकर साइबर ठगी करने वाले गिरोह ने गया के नामचीन डॉक्टर एएन राय को वीडियो कॉल कर कहा कि हमलोग सीबीआई से हैं. आपके खाते में काफी पैसा है. मुंबई में भी खाता है. मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज हुआ है. केस से बचने के लिए खाता नंबर दिया जा रहा है, उसमें पैसे ट्रांसफर कीजिए.

96 घंटे तक रखा डिजिटल अरेस्ट, ठगे 4.40 करोड़ : सीबीआई का नाम सुनते ही डॉक्टर के द्वारा दिए गए अकाउंट नंबर पर पैसा ट्रांसफर करना शुरू किया गया. इस क्रम में 4 दिन में करीब चार करोड़ 40 लाख रुपए साइबर अपराधी गिरोह के द्वारा दिए गए खाते में डाल दिए गए.

"साइबर अपराधी के द्वारा सीबीआई के नाम पर डरा-धमकाकर साइबर ठगी कर लिया गया है. इस मामले को लेकर एसआईटी का गठन किया गया है. एनसीआरपी पोर्टल के माध्यम से अब तक इस कांड में करीब 61 लख रुपए होल्ड करा लिए गए हैं. पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है."- आशीष भारती, एसएसपी गया.

एसएसपी ने की एसआईटी गठित : इस मामले को लेकर गया एसएससी के द्वारा एसआईटी का गठन किया गया है इसमें डीएसपी साइबर तथा अन्य पुलिस पदाधिकारी और कर्मी को शामिल किया गया है. पुलिस के द्वारा इस मामले में कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है. वही, गया पुलिस ने एक बार फिर से लोगों से आग्रह किया है, कि साइबर अपराध से बचने के लिए सतर्क रहे, तथा संदेहास्पद लोगों को कोई जानकारी न दें. किसी प्रकार की गड़बड़ी हो, तो तुरंत पुलिस को सूचना करें.

आंध्र और दिल्ली के साइबर क्राइमरों का कनेक्शन: वहीं बताया जाता है कि डॉक्टर से 4 करोड़ 40 लाख की ठगी के मामले का कनेक्शन दूसरे कई राज्यों से जुड़ा मिला है. मिली जानकारी के अनुसार इसका कनेक्शन आंध्र प्रदेश और दिल्ली से जुड़ा बताया जा रहा है. एसआईटी की टीम जानकारी के आधार पर कार्रवाई करने में जुटी हुई है.

नोट : साइबर क्रिमिनल अब अब Digital Arrest के नाम पर लोगों से बड़ी ठगी को अंजाम दे रहे हैं. साइबर अपराधी खुद को सरकारी अधिकारी बताकर आपको ठगने का कर सकते हैं प्रयास, इसलिए ऐसे कॉल्स पर न करें विश्वास. आप तुरंत इसकी शिकायत इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर में करें या पुलिस स्टेशन को सूचना दें. हेल्पलाइन नंबर 1930 पर भी कंप्लेंट दर्ज कर सकते है.

ये भी पढ़ें : गलत तरीके से खटाखट मालामाल हुए गांव के सैकड़ों साइबर ठगों को ढूंढ रही पुलिस, पाकिस्तान और दुबई से भी कनेक्शन - Cyber ​​Fraud

ये भी पढ़ें : केरल पुलिस ने यूपी के साइबर ठग को बिहार में किया गिरफ्तार, 1.25 करोड़ रुपये के फ्रॉड का है आरोपी - Cyber ​​crime

Last Updated : Aug 23, 2024, 1:46 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.