उदयपुर. राजस्थान के कैबिनेट मंत्री को जान से मारने की धमकी मिली है. मंत्री बाबूलाल खराड़ी को सोशल मीडिया से एक धमकी मिली है, जिसमें बदमाश ने लिखा, 'राजनीति होती रहेगी...जान से मारा जाएगा. लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम तो बाद में आएंगे, पहले तेरा परिणाम आने वाला है. तू आदिवासियों को जबरदस्ती हिन्दू धर्म में घुसाने की कोशिश कर रहा है, जो सही नहीं है.'
बता दें कि बाबूलाल खराड़ी के इंस्टाग्राम पर 3 दिन पहले एक युवक ने कमेंट किया है. कैबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने SP और कलेक्टर को फोन पर इसकी जानकारी दी है. कोटड़ा पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है. वहीं, इस पूरे मामले को लेकर उदयपुर एसपी योगेश गोयल ने कहा कि फिलहाल मामला ध्यान में आया है. इसकी जानकारी ली जा रही है.
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इससे पहले भी मिली थी धमकी : बाबूलाल खराड़ी को इससे पहले भी जान से मारने की धमकी मिल चुकी है. बाबूलाल खराड़ी को एक व्हाट्सएप ग्रुप पर जान से मारने की धमकी मिली थी. इसके बाद आरोपी युवक को पुलिस ने इसके बाद आरोपी युवक को पुलिस ने डिटेन किया था. व्हाट्सएप ग्रुपों में एक युवक द्वारा मैसेज कर खराड़ी को जान से मारने की धमकी दी गई. वहीं, मैसेज में मंत्री के लिए अपशब्द भी लिखे गए. मंत्री खराड़ी के गोरकुंडा माताजी मंदिर नहीं आने की हिदायत दी गई थी.
आपको बता दें कि झाड़ोल से चौथी बार विधायक बने बाबूलाल खराड़ी को भजनलाल सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. साफ-सुथरी छवि वाले खराड़ी झाड़ोल में अपनी विशेष पकड़ रखते हैं. झाड़ोल विधायक बाबूलाल खराड़ी पूर्व में तीन बार विधायक रह चुके हैं और अभी चौथी बार जीत हासिल की है. अभी लगातार दूसरी बार झाड़ोल विधानसभा से जीत हासिल की है.
2018 में जब कांग्रेस की सरकार बनी, तब भी झाड़ोल से भाजपा विधायक ने जीत हासिल कर क्षेत्र में और पार्टी में अपना वर्चस्व कायम किया था. बाबूलाल खराड़ी चार बार विधायक रहने के बावजूद एक केलूपोश मकान में सादगी के साथ अपना जीवन बिता रहे हैं. वहीं, पिछली बार कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद सर्वश्रेष्ठ विधायक का अवार्ड भी जीत चुके हैं.
बाबूलाल खराड़ी ने क्या कहा ? : धमकी मिलने पर बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि मेरे इंस्टाग्राम के कमेंट में किसी ने पोस्ट की है. जिसमें मुझे जान से मारने की धमकी दी गई है. मंत्री ने कहा कि यह ओछी मानसिकता की हरकतें हैं. उन्होंने कहा कि मैं आदिवासी इलाकों में ईमानदारी से काम करता हूं. उन्होंने कहा कि कुछ लोग आदिवासी को आदिवासी से लड़ाते रहे हैं. मंत्री ने कहा कि इस मामले को लेकर उदयपुर संभाग आईजी-एसपी को पूरी जानकारी दी गई है. वहीं, थाने में मामला भी दर्ज करवाया गया है.