कासरगोड: केरल के कासरगोड में 15 अगस्त को एक दुखद घटना घटी, जहां मुलेरिया के इन्फैंट जीसस चर्च में एक पादरी की करेंट लगने से मौत हो गई. यह हादसा तब हुआ जब पादरी राष्ट्रीय ध्वज को फहराने के बाद शाम के समय नीचे उतार रहा था. मृतक पादरी की पहचान फादर कुडिलिल मैथ्यू (30) के रूप में हुई है.
पुलिस के अनुसार, फादर कुडिलिल ध्वज प्रोटोकॉल के अनुसार सूर्यास्त के समय राष्ट्रीय ध्वज उतार रहे थे, तभी लोहे का ध्वज स्तंभ झुक गया और बिजली के तार से टकरा गया. यह घटना शाम करीब 6 बजे घटी. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पादरी ने सहज रूप से स्तंभ को सीधा करने के लिए उसे पकड़ लिया और बिजली के झटके से उसकी मौत हो गई. फादर कुडिलिल के बगल में खड़े सहायक पादरी सेबिन जोसेफ बिजली के झटके से दूर जा गिरे.
पैरिश सदस्यों ने बताया कि पादरी सेबिन जोसेफ मंगलुरु के एक अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी हालत स्थिर है. फादर कुडिलिल को मुलेरिया सहकारी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. उन्होंने डेढ़ साल पहले कासरगोड जिले में पैरिश पादरी का पदभार संभाला था. इससे पहले, उन्होंने कन्नूर जिले के कुडियानमाला, नेल्लिक्कम्पोइल और चेम्बथोट्टी में सहायक पादरी के रूप में काम किया था. वह कर्नाटक के पुथुर में सेंट फिलोमेना कॉलेज में एमएसडब्ल्यू के छात्र भी थे. पादरी मैथ्यू के शव को कासरगोड जनरल अस्पताल के शवगृह में ले जाया गया है.
बताया जा रहा है कि यह घटना शाम करीब 6 बजे घटी, जब युवा पादरी लोहे के खंभे से ध्वज को खोलने की कोशिश कर रहे थे. दुर्भाग्य से, खंभा एक हाई-टेंशन तार से टकरा गया, जिससे उसे बिजली का झटका लगा और वह गंभीर रूप से घायल हो गया. सूचना के मुताबिक, घटना के दौरान एक अन्य पादरी फादर एस. जोसेफ को भी बिजली का झटका लगा. जिसके बाद दोनों को मंगलुरु के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिसमें फादर मैथ्यू की मौत हो गई, वहीं, पादरी जोसेफ इलाजरत है.
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