छिंदवाड़ा। सामने शराब की दुकान, हाथों में पूजा की थाल लेकर खड़े ग्रामीण, मतलब किसी का सम्मान किया जा रहा है. लेकिन सम्मान किसका हो रहा यह जानकर आज हैरान रह जाएंगे. जी हां छिंदवाड़ा के रंगारी गांव में शराबियों का शाही वेलकम हो रहा है. आखिर क्यों ग्रामीणों ने शराबियों को गुड फील कराने का जिम्मा उठा रखा है. दरअसल यह विरोध का एक तरीका है. ग्रामीणों ने शराब दुकान हटाने के लिए विरोध का नया तरीका इजाद किया है, ताकि शर्मिदा होकर लोग शराब खरीदने दुकान तक न जाएं.
तिलक लगाकर, आरती उतारकर शराबियों का स्वागत
सौसर तहसील के रंगारी गांव में कंपोजिट शराब दुकान हटाने के लिए ग्रामीण करीब 15 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. सोमवार को ग्रामीणों ने तहसील कार्यालय में आंदोलन किया. मंगलवार रात को ग्रामीणों ने शराब दुकान के सामने भजन कीर्तन भी किया, ताकि गांव की शराब दुकान कहीं दूसरी जगह खोल दी जाए. लेकिन जब ठेकेदार और प्रशासन नहीं माने तो अब शराब दुकान हटाने के लिए ग्रामीणों ने अनोखा तरीका अपनाया है. जिसमें शराब खरीदने आ रहे लोगों को तिलक लगाकर आरती उतारी जा रही है, ताकि वे शर्मिंदगी महसूस करें और शराब दुकान तक ना आए.
गांव में नशा मुक्ति अभियान, पूजा की थाल देखकर भागे शराबी
कांग्रेस नेता भागवत महाजन में बताया कि ''रंगारी आध्यात्मिक विचारधारा वाला गांव है. यहां लंबे समय से नशा मुक्ति अभियान ग्रामीण चला रहे हैं. गांव में शराब दुकान खुलने से ग्रामीणों में गुस्सा है. इसे किसी दूसरी जगह खोलने के लिए कई बार आवेदन भी किया गया लेकिन प्रशासन ने नहीं सुनी. इसके लिए अब ग्रामीण ही अनोखा विरोध अपना रहे हैं. शराब दुकान के सामने जैसे ही ग्रामीण पूजा की थाली लेकर पहुंचे जो भी शराबी बोतल खरीद कर दुकान से बाहर आ रहा था उसे तिलक लगाना शुरू कर दिया. ग्रामीणों के स्वागत से शराबी खुद को शर्मिंदा महसूस करने लगे और दुकान के सामने से तो कई शराबी भागते भी दिखाई दिए.
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विधायक भी ग्रामीणों के समर्थन में, एसडीएम को दी थी चेतावनी
रंगारी और सौंसर में दो शराब दुकान खोले जाने का लगातार विरोध किया जा रहा है. ग्रामीणों के समर्थन में सौसर के विधायक विजय चौरे भी सड़कों पर उतरे थे दो दिन पहले ही ग्रामीणों के साथ एसडीएम कार्यालय में विधायक ने प्रदर्शन किया. जब ज्ञापन लेने एसडीएम लेने नहीं पहुंचे थे तो विधायक ने एसडीएम को चेतावनी भी दी थी कि जो एसडीएम ढाई लाख लोगों के चुने हुए प्रतिनिधि से नहीं मिल सकता उसे उसके पद से हटा देना चाहिए. सौंसर आबकारी विभाग के एडीओ जीएल मरावी ने बताया कि ''गांव में शराब की कंपोजिट दुकान विभाग के तय मापदंडों के तहत खोली गई है. ग्रामीणों के विरोध के दौरान कोई भी घटना ना हो इस पर नजर रखी जा रही है.''