बस्तर : छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा ने नक्सलवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है. आपको बता दें कि बीजेपी सरकार पूरी तरह से नक्सलवाद का हल निकालने में जुटी है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी 2 साल के अंदर छत्तीसगढ़ समेत दूसरे राज्यों से नक्सलियों के पांव उखाड़ने की बात कही है.ऐसे में एक बार फिर गृहमंत्री विजय शर्मा ने नक्सलियों के खात्मे को लेकर अपनी बात रखी है. नियद नेल्लार योजना के तहत ये सरकार का बड़ा कदम माना जा रहा है.
गृहमंत्री ने जारी किया फॉर्म : छत्तीसगढ़ से नक्सलियों का दंश हटाने के लिए गृहमंत्री विजय शर्मा नियाद नियद नेल्ला बस्तर के तहत पुनर्वास सुझाव ऑनलाइन/ऑफलाइन फॉर्म/ क्यू आर कोड जारी किया है.साथ ही एक ईमेल niyadnellabastar@gmail.com भी जारी किया है.जिसमें गृहमंत्री ने नक्सलियों से मुख्य धारा में लौटने के लिए सुझाव मांगे हैं.ऐसा पहली बार हुआ है,जब छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से सरकार सीधी वार्ता करने जा रही है.
क्या है विजय शर्मा का बयान ? : नक्सलवाद के समाधान के रास्ते में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन अभियान का महज 15 प्रतिशत है. बस्तर से नक्सलवाद खत्म करने को लेकर साय सरकार हर संभव प्रयास करने को तैयार है. इस दौरान बीजापुर के पीड़िया में हुई मुठभेड़ को फर्जी बताए जाने पर भी गृह मंत्री ने पलटवार किया है.
''सूचनाओं के आधार पर ही ऑपरेशन लांच किए जाते हैं. इस मुठभेड़ में जो नक्सली मारे गए उनके पुराने रिकॉर्ड थे. ऐसे में मुठभेड़ पर सवाल उठना उचित नहीं है. पूर्व में कांग्रेस ने मुठभेड़ को फर्जी बताया था. लेकिन बाद में नक्सलियों ने ही सूची जारी कर इसकी पुष्टि कर दी थी.'' विजय शर्मा, गृहमंत्री
झीरम जांच समिति की रिपोर्ट जल्द करेंगे जारी: गृहमंत्री ने कहा कि विपक्ष फेक एनकाउंटर का आरोप लगाकर सुरक्षा बलों का मनोबल गिरा रहा है. सर्व आदिवासी समाज ने पीड़िया मुठभेड़ को फर्जी बताए जाने के सवाल को भी गृहमंत्री ने खारिज किया. झीरम घटना को 11 वर्ष पूरे होने को है. लेकिन अब तक घटना में मारे गए लोगों को न्याय नहीं मिला. इस सवाल पर गृहमंत्री ने कहा भूपेश बघेल और कांग्रेस सबूत जेब में होने का दावा करती रह गई. लेकिन कोई प्रमाण सामने नहीं रख पाई. झीरम मामले की एक जांच एक समिति द्वारा की गई थी. उसे जल्द सार्वजनिक किया जाएगा.