रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा मानसून सत्र चल रहा है. आज सत्र का तीसरा दिन है. लेकिन सत्र के बीच कांग्रेस पार्टी ने राज्य में लूट हत्या अपहरण और बलात्कार की बढ़ती घटनाओं के विरोध में एक दिवसीय प्रदर्शन और विधानसभा घेराव का आयोजन किया है. कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर पुलिस ने रायपुर शहर में पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए हैं.
पंडरी टू विधानसभा रोड पर पुलिस का कड़ा पहरा: रायपुर शहर में पंडरी से विधानसभा जाने वाले सड़क को पूरे तौर पर प्रतिबंधित कर दिया गया है. पंडरी के अवंती बाई चौक पर पुलिस ने बैरिकेड कर दिया है. बांस बल्ली लगा करके रोड को पूरी तरह से बंद कर दिया है. साथ ही वाटर कैनन और पुलिस बल की तैनाती की गई है. अवंती बाई चौक पर तीन अतिरिक्त नगर पुलिस अधीक्षकों की तैनाती की गई है. 200 से ज्यादा पुलिस बल सिर्फ चौराहे पर तैनात किए गए हैं. पंडरी से विधानसभा सड़क का परिचालन पूरे तौर पर बंद कर दिया गया है. कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर के पुलिस का इंतजाम इतना जबरदस्त रहा कि कांग्रेस का कार्यक्रम शुरू भी नहीं हुआ और पूरे शहर में पुलिसिया व्यवस्था ने जाम लगवा दिया. एक दो जो जगह नहीं कामों में सभी सड़कों की हालत ऐसी ही हो गई.
बिगड़ती कानून व्यवस्था की उठे सवाल पर रायपुर में विधिवत व्यवस्था बनाने में उतरी छत्तीसगढ़ पुलिस की कर प्रणाली गजब की रही. जिन आदेशों को पहले पुलिस ने जारी किया उन्हें आदेशों की बाद में धज्जियां उड़ा दी गई. रायपुर पुलिस द्वारा जारी किए गए निर्देश में यह कहा गया था कि विधानसभा में मोवा की तरफ से आने वाले लोग अवंती बाई चौक से बाएं तरफ शंकर नगर चौक होकर जा सकते हैं लेकिन 10:00 बजे के बाद अचानक से यह पूरी व्यवस्था ही ध्वस्त हो गई. मोवा के पहले वाले चौक पर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी और वहां पर एक एसपी और दो सीसी स्टार के पदाधिकारी की तैनाती कर दी गई. आलम यह हुआ कि बलोदा बाजार से आने वाले लोगों को शंकर नगर चौक के लिए मोड़ दिया गया जिस पर लंबा जाम लग गया.
पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार पंडरी और अवंती बाई चौक को पूरे तौर पर रोका जाएगा लेकिन निर्देश में यह भी दिया गया था कि मोवा ओवरब्रिज से जो लोग आएंगे उन्हें शंकर नगर चौक तक जाने दिया जाएगा लेकिन उसके बाद इसे यातायात व्यवस्था को भी परिवर्तित कर दिया गया.
छत्तीसगढ़ सरकार सिर्फ बयानबाजी में माहिर: छत्तीसगढ़ कांग्रेस के विधानसभा घेराव को लेकर प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट भी रायपुर पहुंचे. उन्होंने कहा "प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 'विधानसभा घेराव' का आह्वान किया है. आज पूरे प्रदेश से कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे. जिस तरह से हर दिन घटनाएं हो रही हैं, अपराध आसमान छू रहे हैं, ऐसी घटनाएं जो पहले कभी इस प्रदेश में नहीं होती थीं, वो हो रही हैं. कानून व्यवस्था का पालन नहीं हो रहा है और मुझे लगता है कि सरकार का ध्यान शासन पर नहीं है, उनका ध्यान सिर्फ विपक्ष को निशाना बनाने, कांग्रेस के लोगों को परेशान करने पर है.
बजट में छत्तीसगढ़ की उपेक्षा: यूनियन बजट को लेकर सचिन पायलट ने कहा बजट में छत्तीसगढ़ राज्य को क्या मिला?...मुख्य विपक्षी दल होने के नाते हम जनता की आवाज उठाने के लिए उन मांगों को लेकर सरकार को जगाना चाहते हैं..मुझे लगता है कि यहां की सरकार रायपुर से नहीं चल रही है, वो दिल्ली से चल रही है. यहां राज्य स्तर पर कोई निर्णय नहीं लिया जाता है..."
छत्तीसगढ़ कांग्रेस विधानसभा घेराव: पंडरी की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग सुबह 10.00 बजे से बंद रहेगा. इस रूट पर बलौदाबाजार की ओर से शहर आने-जाने वाले डीपीएस स्कूल के पास नहर मार्ग से शहर में आ सकेंगे. इसके लिए बाराडेरा-रिंग रोड नंबर 03-राजूढाबा- नेशनल हाईवे-तेलीबांधा थाना-शहर रायपुर की ओर से आवागमन करना पड़ेगा. आमासिवनी और सडडू की ओर से शहर आने-जाने वाले वीआईपी टर्निंग और अशोका रतन के सामने से आ सकेंगे. मोवा और दलदलसिवनी की ओर से शहर की ओर आने-जाने वाले मोवा ओवरब्रिज- अवंतिबाई चौक- क्रिस्टल ऑर्किड रोड से आना जाना कर सकेंगे. पंडरी व देवेन्द्र नगर की ओर से मोवा या दलदल सिवनी आने-जाने वाले देवेन्द्र नगर - मंडी चौक- कापा रेलवे क्रॉसिंग से आना जाना कर सकेंगे.
ये रूट रहेगा डायवर्ट:
- पंडरी कपड़ा मार्केट तिराहा पंडरी कपड़ा मार्केट से मंडीगेट की ओर बंद रहेगा
- अवंति बाई चौक अवंति बाई चौक से मंडीगेट-पंडरी की ओर पूरी तरह बंद रहेगा
- मंडी गेट चौक मंडी गेट चौक से मेन रोड पंडरी की ओर पूर्णतः बंद रहेगा.
- डीपीएस स्कूल, ज्ञानगंगा तिराहा, ग्राम बरौदा एवं विधानसभा ब्रिज के नीचे से डायवर्सन कर विधानसभा चौक की ओर आवागमन बंद रहेगा.
छत्तीसगढ़ में स्कूल बंद: कांग्रेस के विधानसभा घेराव को देखते हुए रायपुर में स्कूलों को बंद किया गया है. शहर के करीब 20 से 22 स्कूल को जो विधानसभा की रूट पर पड़ते हैं ऐसे स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है. इस बंद से करीब 15 हजार स्कूली बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी.