छतरपुर। मध्य प्रदेश के कई जिलों में बदरा जमकर बरस रहे हैं. तेज बारिश के चलते कई जिलों में तो बाढ़ जैसे हालात हैं. नदी-नाले उफान पर हैं, तो कई निचली बस्तियों में पानी भर रहा है. ऐसा ही कुछ हाल छतरपुर में देखने मिल रहा है. मंगलवार को धसान नदी में अचानक बाढ़ आ जाने से करीब 48 चरवाहे और मजदूर नदी के उस पार फंस गए थे. मौके पर पहुंचे प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम ने सभी का सुरक्षित रेस्क्यू किया.
टापू पर बने मंदिर में काम करने गए थे मजदूर
जानकारी के अनुसार घुवारा थाना क्षेत्र के कुटोरा के पास धसान नदी के एक टापू में लगभग 48 मजदूर एक मंदिर में काम कर रहे थे. इसी तरफ कुछ चरवाहे अपने जानवरों चराने के लिए नदी पार कर गए थे. इसी बीच धसान नदी में उफान आ गया और यह सभी लोग नदी में फंस कर रह गए. दोपहर 1 बजे से लगभग 48 लोग नदी के उस पार टापू नुमा स्थान पर फंस थे. मामले की सूचना प्रशासन को दी गई, लेकिन रेस्क्यू टीम लगभग शाम 5 बजे के बाद घटनास्थल पर पहुंची.
यहां पढ़ें... वैनगंगा नदी का रौद्र रूप, जलस्तर बढ़ने से डूबे कई गांव, घर छोड़कर भाग रहे हैं लोग अशोकगनर के मुंगावली में बारिश का कहर, छत पर बैठे लोग, नेशनल हाईवे 346 बंद |
सभी 48 लोगों का किया गया सुरक्षित रेस्क्यू
प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर पहले 30 मजदूर और चरवाहों को नदी के इस पार लाए. इसके बाद 18 लोग नदी के दूसरी ओर फंसे हुए थे. एनडीआरएफ की टीम ने लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन बचे हुए 18 लोगों को भी सुरक्षित बाहर निकाल लिया है. इस दौरान मौके पर बड़ा मलहरा एसडीएम प्रशांत अग्रवाल और एसडीओपी रोहित के अलावा प्रशासन और NDRF की टीम मौजूद थी. मध्य प्रदेश में बाढ़ जैसे हालात कई जगहों पर देखने मिल रहे हैं, अशोकनगर में निचली बस्तियों में पानी भरने से लोग घरों के छत पर बैठे हैं. जबकि कई गांवों का शहर से कनेक्शन कट चुका है. वहीं बालाघाट की वैनगंगा नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है. पानी भरने से आसपास के ग्रामीण गांव छोड़कर जा रहे हैं.