गुवाहाटी : कांग्रेस पार्टी सत्ता में आती है तो संशोधित नागरिकता अधिनियम-2019 (CAA) को रद्द कर देगी. उक्त बातें कांग्रेस नेता और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के मीडिया और प्रचार विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने मीडिया से बातचीत में कहीं. उन्होंने कहा कि लाखों असमिया लोगों के बलिदान के बाद असम समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे. लेकिन सीएए के जरिए इसका उल्लंघन किया जा रहा है. सीएए के माध्यम से असम समझौते की अवहेलना की गई है.
खेड़ा ने कहा कि यह अधिनियम असम समझौते द्वारा दिए गए 1971 के आधार वर्ष का उल्लंघन करता है. उन्होंने कहा कि असम में बाहर से आने लोगों के वैध तरीके से रहने की अंतिम तारीख 1971 है इसे सीएए छीन लेगा क्योंकि उसमें अंतिम तारीख 2014 होगी. उन्होंने 8 मार्च को पीएम मोदी के असम दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को देखना चाहिए कि असम में कितनी संपत्ति और जमीन मुख्यमंत्री के परिवार के पास गई है. उन्होंने कहा कि गुवाहाटी में रहने वाले लोग अपनी संपत्ति को लेकर चिंतित हैं.
कांग्रेस नेता ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि राहुल गांधी बीजेपी के दस साल के अन्याय के खिलाफ देशव्यापी न्याय यात्रा पर हैं और उन्होंने न्याय कैसे करना है इसकी भी गारंटी दी है. उन्होंने बताया कि देश में एक घंटे में एक किसान और दो युवाओं ने आत्महत्या कर ली. कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो असम के मुख्यमंत्री द्वारा किए गए सभी भ्रष्टाचारों के साथ न्याय किया जाएगा. इसी प्रकार रियल एस्टेट के मामले में भी न्याय मिलेगा. मुख्यमंत्री ने जो भी अन्याय किया है, उसका जवाब देना होगा. पवन खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस असम में मुख्यमंत्री द्वारा बनाए गए भय के माहौल को दूर करके न्याय दिलाएगी.
उन्होंने यह भी कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो असम में सीएए को खत्म कर दिया जाएगा. संविधान से ऊपर कोई भी कानून नहीं बनाया जा सकता. लेकिन बीजेपी सरकार ने संविधान का उल्लंघन किया है. चुनाव के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस असम में अच्छा प्रदर्शन करेगी. असम में कांग्रेस को अच्छी सीटें मिलेंगी. भाजपा की उम्मीदवारों की सूची यह साबित करती है कि कांग्रेस ने आधी लड़ाई जीत ली है और बाकी आधी लड़ाई भी कांग्रेस ही जीतेगी.
यह कहते हुए कि असम इस बार रिकॉर्ड बनाएगा, उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस की जीत निश्चित है. उन्होंने कहा कि यह भाजपा का डर ही है कि असम के मुख्यमंत्री बार-बार प्रधानमंत्री को यहां बुलाते हैं. बीजेपी चाहे कुछ भी कर ले, इस बार असम की जनता ने कांग्रेस को वोट देने का फैसला कर लिया है. उन्होंने प्रधानमंत्री से यह भी आग्रह किया कि जब वह काजीरंगा आएं तो एक बार मणिपुर भी आएं. क्योंकि मणिपुर भी देश का हिस्सा है.
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