गोपालगंज: कहते हैं होनी को कोई टाल नहीं सकता. अगले पल क्या होने वाला है, किसी को नहीं पता. गोपालगंज जिले से कुछ ऐसा ही हैरान करने वाला वाक्या सामने आया है. जिसके बाद हर तरफ इसकी चर्चा हो रही है. यहां अपने दैनिक कार्य से घर लौट रहे एक बुजुर्ग की किसी और की जलती चिता में जलकर मौत हो गई.
क्या है पूरा मामला?: यह घटना जिले के कुचायकोट थाना क्षेत्र के सासामुसा की है. इस संदर्भ में बताया जाता है कि लालबेगी गांव निवासी वकील प्रसाद अपने भतीजा शिवम कुमार प्रसाद के साथ बाइक पर सवार होकर यूपी के साहेबगंज से अपनी पत्नी के लिए हार्ट की दवा खरीदकर वापस अपने घर लौट रहे थे. इसी बीच वह जैसे ही सासमुसा स्थित पुल नंबर 10 के पास एनएच 27 पर पहुंचे ही थे कि तभी उनके बाइक का पहिया सड़क किनारे गड्ढे में घुस गया.
पुल से गिर कर जलती चिता में समाया बुजुर्ग: जिसके बाद बाइक पर सवार वकील प्रसाद उछल कर सीधे पुल के पास जल रही चिता पर गिर पड़े. आसपास कोई नहीं रहने के कारण उनका आधा हिस्सा जल गया था. घटना में बुरी तरह से झुलसने की वजह से उनकी मौत हो गई. हालांकि कुछ लोगों की नजर जब उन पर पड़ी तो किसी तरह से उन्हें चिता से बाहर निकाला गया और पुलिस को सूचना दी गई. वहीं उनका भतीजा भी बुरी तरह जख्मी है.
भतीजा को किया गया रेफर: जिसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए गोपालगंज सदर अस्पताल भेजा. वहीं बाइक सवार मृतक के भतीजे को सदर अस्पताल से बेहतर इलाज के लिए गोरखपुर रेफर कर दिया गया, जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. मृतक की पहचान कुचायकोट थाना क्षेत्र के लालबेगी गांव निवासी महेंद्र प्रसाद के 60 वर्षीय बेटे वकील प्रसाद के रूप में की गई. वह किसान थे.
परिजनों में मचा कोहराम: मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचना दी. सूचना पर अस्पताल पहुंचे परिजनों ने बताया कि 'वह अपनी पत्नी के दिल की बीमारी की दवा खरीदने के लिए यूपी के साहिबगंज अपने भतीजा शिवम कुमार के साथ बाइक पर सवार होकर घर लौट रहे थे. इसी बीच हादसा हुआ.'
मामले पर पुलिस का बयान: वहीं थाना अध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम करने के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है वही बाइक चला रहे उसका भतीजा बुरी तरह जख्मी होकर बेहोश हो गया. जिसके बाद उसे इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
"सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने जख्मी को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. जख्मी की स्थिति को गंभीर देखते हुए डॉक्टर ने बेहतर इलाज के लिए गोरखपुर रेफर कर दिया."- सुनील कुमार, थानाध्यक्ष
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