पटनाः बिहार में चल रहे सियासी घमासान पर अब विराम लग गया है. नीतीश कुमार ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है और नई सरकार बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. बीजेपी कार्यालय में चल रही बैठक समाप्त हो गई है. सम्राट चौधरी बीजेपी विधान मंडल दल के नेता होंगे. वहीं विजय सिन्हा विधानसभा में एनडीए के उप नेता होंगे.
बीजेपी प्रदेश कार्यालय में नीतीश कुमार की एनडीए में एंट्री की पटकथा लिखी जा चुकी है. बीजेपी नीतीश कुमार के स्वागत के लिए तैयार है. अटल बिहारी बाजपेयी सभागार में विधानमंडल दल की हुई बैठक में तमाम विधायकों के अलावा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, संजय जयसवाल, मंगल पांडे, विजय सिन्हा, हरी साहनी और सम्राट चौधरी बैठक में मौजूद रहे.
पटना में बीजेपी की अहम बैठकः चर्चा थी कि बीजेपी ने जेडीयू के सामने शर्त रखी है कि पहले वो इस्तीफा दें, उसके बाद समर्थन पर बात होगी. उसी के मुताबिक नीतीश ने पहले अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया. अब बीजेपी उन्हें समर्थन देगी. हालांकि जेडीयू और बीजेपी के बीच सब कुछ पहले सा ही तय था. अब नीतीश कुमार आज फिर से सीएम पद की शपथ लेंगे. दोपहर 3 बजे तक जेपी नड्डा भी पटना पहुंच जाएंगे.
महागठबंधन का टूटना तयः आपके बता दें कि इससे पहले शनिवार को भी बीजेपी नेताओं की अहम बैठक हुई थी, जिसमें कई विधायकों, सांसदों और नेताओं ने हिस्सा लिया था. ये बात तो तय है कि फिलहाल बीजेपी नीतीश से लोकसभा चुनाव को देखते हुए हाथ मिला रही है, क्योंकि बीजेपी को मालूम है कि अगर बिहार में इंडिया गठबंधन एकजुट हुआ तो लोकसभा की 17 सीटें भी बचा पाना मुश्किल होगा और नीतीश को भी इंडिया गठबंधन से कुछ मिलने की उम्मीद खत्म हो चुकी है. यही वजह है कि लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में महागठबंधन का टूटना तय माना जा रहा है.
जल्द ही स्थिति होगी स्पष्टः बैठक में जाने से पहले हमारे संवाददाता ने नेताओं से बातचीत की. पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि आज मौसम बढ़िया है और कुछ अच्छा होने वाला है, बिहार के लोगों को खुशखबरी मिलने वाली है. वहीं विधायक नीरज बबलू ने कहा कि भगवान राम आ गए अब सब कुछ ठीक हो जाएगा. नीतीश कुमार के संभावित आगमन को लेकर नीरज बबलू ने कहा कि प्रदेश नेतृत्व जल्द ही स्थिति स्पष्ट कर देगा.
"तेजस्वी यादव लाख विज्ञापन छपवा लें लेकिन जनता के दिल में नाम उसी का छपेगा जो बेहतर काम करेगा. थोड़ा इंतजार कर लीजिए सब साफ हो जाएगा"- रामसूरत राय, पूर्व मंत्री बीजेपी
बिहार में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टीः 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में राजद के पास सबसे ज्यादा 79 एमएलए हैं. जबकि भाजपा के पास 78 जेडीयू के पास 45, कांग्रेस के पास 19, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा की 4 सीटें, सीपीआई एमएल के पास 12, सीपीआई एम और सीपीआई की 2-2 सीटें और एआईएमआईएम की एक सीट है. साथ ही एक निर्दलीय विधायक है. इस हिसाब से नीतीश के पास बहुमत का आंकड़ा है, जबकि आरजेडी सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है.
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