किशनगंज: बिहार में पुल के गिरने और पिलर धंसने का सिलसिला जारी है. बीते पंद्रह दिनों में राज्य के अलग अलग हिस्सों में कई पुल या तो जमींदोज हो चुके हैं या फिर उनका पिलर धंस चुका है. किशनगंज जिला के ठाकुरगंज में एक और पुल पानी का तेज बहाव नहीं झेल पाया. इसका एक पिलर धंस गया. इस पुल पर यातायात बंद होने पर हजारों लोगों की आबादी प्रभावित होगी.
कहां पर बना है पुलः किशनगंज जिले के ठाकुरगंज प्रखंड में तेज बारिश के बाद नदी का जलस्तर बढ़ गया. बूंद नदी पर बना पुल का पिलर करीब 1 फीट धंस गया है. यह पुल ठाकुरगंज के पथरिया पंचायत स्थित खोशी डांगी गांव में स्थित है. तत्कालीन सांसद मो तस्लीमउद्दीन के सांसद कोष से 2007-2008 में बनाया गया था. रविवार को पानी का दबाव नहीं झेल पाया. इसका पिलर एक से डेढ़ फीट धंस गया.
क्या हो सकता है नुकसानः पूर्व मुखिया जवाहर सिंह ने बताया की यह पुल तीन से चार पंचायतों को जोड़ता है. अगर पुल टूट जाता है तो 50 से 60 हजार आबादी प्रभावित होगी. उन्होंने बताया कि पुल के गिर जाने से अनानास, केला, चाय पत्ती सहित अन्य फसलों की खेती करने वाले किसान जो हर दिन बंगाल जाते हैं, उन्हे काफी क्षति होगी. स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि पुल धीरे धीरे धंस रहा है. अगर अभी इसे ठीक नही करवाया गया तो जल्द ही टूट जायेगा. लोगों ने प्रशासन से पुल की मरम्मत करान की मांग की है.
"यह पुल 2008-09 में विशेष प्रमंडल के द्वारा एमपी फंड से बनाया गया था. पुल के मरम्मत के लिए विभाग को संदेश भेजा जा रहा है. पहले यह पुल विशेष प्रमंडल में आता था लेकिन अब आरईओ 2 में आता है."- अलोक भूषण, आरईओ 2 के एसडीओ
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