भोजपुरः बिहार के आरा में अमित शाह ने विशाल सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने मुसलमान आरक्षण को मुद्दा बनाते हुए 400 पार की बात कही. अमित शाह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा इनके आरक्षण को रद्द कर दिया जाएगा और इसका फायदा पिछड़ा-अतिपिछड़ा को दिया जाएगा.
'आरक्षण पर डाका डालना चाहते ये लोग': अमित शाह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी, लालू प्रसाद यादव और ममता बनर्जी हमारे पिछड़ा वर्ग के आरक्षण पर डाका डालना चाहते हैं. कर्नाटक में 5 प्रतिशत आरक्षण मुसलमानों को दिया. हैदराबाद में 4 प्रतिशत आरक्षण मुसलमानों को दिया और ममता बनर्जी ने 180 मुस्लिम को ओबीसी में जोड़ दिया.
"भारतीय जनता पार्टी को 400 पार करा दो. ये मुस्लिम आरक्षण रद्द कर इसका फायदा पिछड़ा और अति पिछड़ा को देने का काम करेंगे. जब तक नरेंद्र मोदी जी हैं दलित आदिवासी और पिछड़ा और अति पिछड़ा के आरक्षण को हम हाथ नहीं लगाने देंगे." -अमित शाह, केंग्रीय
ममता बनर्जी पर साधा निशानाः अमित शाह ने कहा कि कलकत्ता हाईकोर्ट ने बंगाल के इस फैसले पर रोक लगाया है. पिछड़े समाज का अगर कोई विरोधी है तो वह कांग्रेस है. लालू जी उन्हीं की गोद में बैठे हैं. माले जैसे नक्सलियों की पार्टी को आरा से चुनाव लड़ा रहे हैं. लालू यादव चाहते है कि एक बार फिर जंगलराज स्थापित हो लेकिन जब तक नरेंद्र मोदी है बिहार में अब जंगलराज नहीं आ सकता है.
राजीव गांधी ने मंडल कमीशन का विरोध कियाः मंडल कमीशन अमित शाह ने आगे कहा कि मंडल कमीशन को भी ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. राहुल बाबा के पिता राजीव गांधी ने इसका विरोध किया था. नरेन्द्र मोदी ने पिछड़ा-अति पिछड़ा के लिए आयोग बनाया और संवैधानिक पहचान दिलाई. पिछड़ा समाज के आरक्षण पर कांग्रेस ने डाका डाला है.
'पिछड़ों के आरक्षण पर लूटमारी': उन्होंने कहा कि कर्नाटक में क्या हुआ? रातोंरात पिछड़ा समाज का आरक्षण काट दिया. आंध्र प्रदेश में भी चार प्रतिशत उनका आरक्षण काटा. लालू जी ने पिछड़ों के आरक्षण पर लूटमारी की इसका हिसाब देना होगा. कर्नाटक व आंध्र में मुस्लिम आरक्षण खत्म होगा. पिछड़ा-अतिपिछड़ा को इसका लाभ दिया जाएगा.
चुनावी मुद्दा बना आरक्षणः लोकसभा चुनाव में मुसलमान आरक्षण का मुद्दा गहरा गया है. चुनाव सभा में अमित शाह और पीएम मोदी कई बार कह चुके हैं कि बीजेपी सरकार आयी तो मुसलमानों के आरक्षण को खत्म कर दलित और पिछड़-अतिपिछड़ा को लाभ दिया जाएगा. हाल में बिहार में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने मुसलमानों को आरक्षण के समर्थन में आए थे. उन्होंने इसको लेकर ट्विट भी किया था.
लालू यादव का यू टर्नः लालू प्रसाद यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि मुसलमानों को आरक्षण मिलना चाहिए. हालांकि जब पीएम मोदी ने इस बयान को लेकर लालू यादव पर पलटवार किया तो लालू यादव ने अपना बयान बदल लिया था. लालू यादव यू टर्न लेते हुए कहा था कि आरक्षण का आधार धर्म नहीं बल्कि सामाजिक पिछड़ापन होता है. पीएम को इतनी सी भी समझ नहीं है.
कलकत्ता हाईकोर्ट का फैसलाः अमित शाह ने कलकत्ता का भी जिक्र किया. दरअसल, कलकत्ता हाईकोर्ट ने 2010 में जारी ओबीबी प्रमाण पत्र को रद्द कर दिया है. ओबीसी के तहत मुसलमान को 77 श्रेणी में दिए गए आरक्षण को खत्म कर दिया है. इसके साथ 2012 के तहत 37 श्रेणी को रद्द किया है. कोर्ट ने कहा कि इसे वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया गया है. इसी मुद्दे को लेकर अमित शाह ने ममता बनर्जी को घेरने का काम किया. हालांकि जब यह आरक्षण दिया गया उस समय ममता बनर्जी की सरकार नहीं थी. तब पश्चिम बंगाल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी वाली पार्टी वाम मोर्चा सत्ता में थी.
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