श्रीनगर: अमरनाथ यात्रा कड़ी सुरक्षा के बीच पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों पर जारी है. एक अधिकारी ने बताया कि 12वें दिन 4627 तीर्थयात्री बुधवार की सुबह जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से अमरनाथ पवित्र गुफा के लिए रवाना हुए. 29 जून को अमरनाथ यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 2 लाख से ज्यादा यात्री पवित्र गुफा में दर्शन कर चुके हैं.
मंगलवार को 30312 तीर्थयात्रियों ने पवित्र गुफा में दर्शन किए. एक अधिकारी ने बताया कि 4627 यात्रियों का 13वां जत्था बुधवार सुबह 185 वाहनों में घाटी के लिए रवाना हुआ, ताकि वे अमरनाथ पवित्र गुफा में पूजा-अर्चना करने के लिए कश्मीर घाटी के पहलगाम और बालटाल पहुंच सकें. बुधवार की सुबह जम्मू से घाटी की ओर रवाना हुए यात्रियों में 3422 पुरुष, 1027 महिलाएं, 26 बच्चे, 137 साधु और 15 साध्वियां शामिल थीं. 10 जुलाई को 185 वाहनों में 4627 तीर्थयात्री जम्मू से कश्मीर घाटी जा रहे हैं, जिन्हें पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा सुरक्षा प्रदान की जा रही है. बालटाल ट्रैक से 90 वाहनों में 1854 यात्री और पहलगाम अक्ष से 95 वाहनों में 2773 तीर्थयात्री जा रहे हैं.
मौसम संबंधी सलाह: मौसम विभाग ने 10 जुलाई को जम्मू संभाग के कुछ स्थानों पर तथा कश्मीर संभाग के कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा,गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना जताई है. 11-13 जुलाई को छिटपुट स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा, गरज के साथ छींटे पड़ने तथा 12 जुलाई को जम्मू संभाग के कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना जताई है. 14-15 जुलाई को छिटपुट स्थानों पर हल्की वर्षा,गरज के साथ छींटे पड़ने के आसार हैं.
अमरनाथ गुफा समुद्र तल से 3,888 मीटर ऊपर स्थित है और यहां केवल पैदल या टट्टू द्वारा ही पहुंचा जा सकता है. हिमालय की गहराई में स्थित, इस गुफा मंदिर तक अनंतनाग-पहलगाम और गंदेरबल-सोनमर्ग-बालटाल के रास्ते से पहुंचा जा सकता है. ज्यादातर यात्री बालटाल मार्ग से जाते हैं, जो बालटाल से मंदिर तक 16 किलोमीटर का छोटा रास्ता है. यह रास्ता एक खड़ी, घुमावदार पहाड़ी पगडंडी से होकर जाता है.
इस मार्ग पर तीर्थयात्रियों को 1-2 दिन लगते हैं. दूसरा पहलगाम मार्ग है, जो गुफा से लगभग 36-48 किलोमीटर दूर है और इसे तय करने में 3-5 दिन लगते हैं. हालांकि यह एक लंबी यात्रा है, लेकिन यह थोड़ी आसान और कम खड़ी है. 52 दिवसीय अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू होकर 19 अगस्त तक जारी रहने वाली है.