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एसी लगवा रहे हैं तो सावधान! इंस्टालेशन के नाम पर देहरादून के शख्स को साइबर ठगों ने लगाई 12 लाख की चपत - AC installation cyber fraud

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 29, 2024, 9:39 AM IST

Updated : May 29, 2024, 6:38 PM IST

Cyber ​​fraud in the name of AC installation in Dehradun अगर आप गर्मी से परेशान होकर एसी खरीदने जा रहे हैं तो जरा सावधान हो जाएं और ये खबर पूरी पढ़ें. देहरादून के एक व्यक्ति को गूगल से एसी इंस्टालेशन के लिए नंबर लेना बहुत भारी पड़ गया. इन्होंने जिस नंबर पर डायल किया वो साइबर ठगों का निकला. ठगों ने इस शख्स से एनी डेस्क एप डाउनलोड करवाकर उसके अकाउंट से लाखों रुपए उड़ा लिए.

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कांसेप्ट इमेज (ETV Bharat GFX)

देहरादून: गर्मी के कारण लोगों का बुरा हाल है. गर्मी के सितम से बचने के लिए थाना कैंट क्षेत्र के अंर्तगत राजेंद्र नगर निवासी ने दो एसी खरीदे और घर पर ले आए. लेकिन एसी इंस्टालेशन के नाम पर लाखों रुपए की ठगी हो गई. व्यक्ति की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ थाना कैंट में धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है.

एसी इंस्टालेशन के नाम पर लाखों की ठगी: राजेंद्र नगर निवासी अनादि श्रीवास्तव ने शिकायत दर्ज कराई है कि 18 मई को उन्होंने दो एसी (एयर कंडीशनर) खरीदे. दुकानदार ने कहा कि जल्द ही उनके घर पर एसी इंस्टाल कर दिए जाएंगे. 5 दिन बीत जाने के बाद भी उनके घर पर कोई भी एसी इंस्टाल करने नहीं आया. इसके बाद पीड़ित ने 23 मई को इंस्टॉलेशन में देरी की शिकायत ऑनलाइन करनी चाहिए.

एनी डेस्क एप सोच-समझकर डाउनलोड करें: इसके लिए इंटरनेट पर नंबर खोजा और नंबर मिलने के बाद जब पीड़ित की नंबर पर बात हुई तो जवाब मिला कि उनकी शिकायत दर्ज की जा रही है. फोनकर्ता ने पीड़ित को कहा कि इसके लिए 05 रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करने होंगे. ऑनलाइन ट्रांसफर से पहले पीड़ित के मोबाइल नंबर के अंतिम पांच अंक जुड़वाए गए और इस तरह उनके खाते से 98,270 कट गए.

12 लाख की साइबर ठगी: इसके बाद पीड़ित ने फोनकर्ता को रुपए वापस करने को कहा तो उनके मोबाइल में एनीडेस्क एप डाउनलोड कराया गया. इस एप से साइबर ठगों ने उनके मोबाइल का कंट्रोल अपने हाथ में ले लिया. देखते-देखते पीड़ित की एफडी और बैंक खाते से 11 लाख 28 हजार रुपए अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए. उसके बाद 25 मई को पीड़ित ने अपना खाता ब्लॉक कराया तो रकम कटनी बंद हुई.

थाना कैंट प्रभारी गिरीश चंद्र शर्मा ने बताया है कि पीड़ित अनादि श्रीवास्तव की शिकायत के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. जिन खातों में रुपए ट्रांसफर हुए हैं, उन खातों की भी जांच की जा रही है.
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एसी इंस्टालेशन के नाम पर लाखों की ठगी: राजेंद्र नगर निवासी अनादि श्रीवास्तव ने शिकायत दर्ज कराई है कि 18 मई को उन्होंने दो एसी (एयर कंडीशनर) खरीदे. दुकानदार ने कहा कि जल्द ही उनके घर पर एसी इंस्टाल कर दिए जाएंगे. 5 दिन बीत जाने के बाद भी उनके घर पर कोई भी एसी इंस्टाल करने नहीं आया. इसके बाद पीड़ित ने 23 मई को इंस्टॉलेशन में देरी की शिकायत ऑनलाइन करनी चाहिए.

एनी डेस्क एप सोच-समझकर डाउनलोड करें: इसके लिए इंटरनेट पर नंबर खोजा और नंबर मिलने के बाद जब पीड़ित की नंबर पर बात हुई तो जवाब मिला कि उनकी शिकायत दर्ज की जा रही है. फोनकर्ता ने पीड़ित को कहा कि इसके लिए 05 रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करने होंगे. ऑनलाइन ट्रांसफर से पहले पीड़ित के मोबाइल नंबर के अंतिम पांच अंक जुड़वाए गए और इस तरह उनके खाते से 98,270 कट गए.

12 लाख की साइबर ठगी: इसके बाद पीड़ित ने फोनकर्ता को रुपए वापस करने को कहा तो उनके मोबाइल में एनीडेस्क एप डाउनलोड कराया गया. इस एप से साइबर ठगों ने उनके मोबाइल का कंट्रोल अपने हाथ में ले लिया. देखते-देखते पीड़ित की एफडी और बैंक खाते से 11 लाख 28 हजार रुपए अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए. उसके बाद 25 मई को पीड़ित ने अपना खाता ब्लॉक कराया तो रकम कटनी बंद हुई.

थाना कैंट प्रभारी गिरीश चंद्र शर्मा ने बताया है कि पीड़ित अनादि श्रीवास्तव की शिकायत के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. जिन खातों में रुपए ट्रांसफर हुए हैं, उन खातों की भी जांच की जा रही है.
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Last Updated : May 29, 2024, 6:38 PM IST
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