चेन्नई: भारत का सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला तेलुगु न्यूज पेपर ईनाडु अपनी गोल्डन जुबली पूरी करने के बाद सफलतापूर्वक 51वें साल में प्रवेश कर गया है. यह अखबार 10 अगस्त 1974 को पहली बार विशाखापत्तनम में प्रकाशित हुआ था. बाद में इसने भारत के मीडिया उद्योग में एक यूनीक जगह हासिल की.
स्वर्गीय रामोजी राव के विचारों से निकली मशाल इनाडू ने सूचना क्रांति पैदा की. साथ ही हर दिन इसका विस्तार हो रहा है. ऐसे में ईनाडु डेली की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर ईनाडु प्रशासन ने एक विशेष गोल्डन जुबली पुस्तिका तैयार की. इस पुस्तिका को विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों को व्यक्तिगत रूप से भेंट किया गया है.
एमके स्टालिन को स्वर्ण जयंती पुस्तिका भेंट की
ईटीवी समूह की ओर से ईनाडु न्यूज पेपर के रीजवल हेड नीतीश चौधरी, ईटीवी भारत तमिलनाडु के ब्यूरो प्रमुख पांडियाराज और ईनाडु के तमिलनाडु के वरिष्ठ संवाददाता इरितातुल्ला ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को स्वर्ण जयंती पुस्तिका और उपहार भेंट किया.
स्वर्गीय रामोजी राव को याद किया
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने पुस्तिका प्राप्त की और ईनाडु न्यूज पेपर के इतिहास और तेलुगु भाषी राज्यों में इसकी न्यूज सर्विस के बारे में विस्तार से जानकारी ली. इसके बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया जगत के पितामह और ईनाडु अखबार के संस्थापक रामोजी राव को याद किया. उन्होंने ईनाडु को उसकी 50वीं वर्षगांठ पर बधाई दी और कहा कि इसे लोगों की सेवा करते रहना चाहिए.
गौरतलब है कि बीती आधी सदी से ईनाडु न केवल एक जन दैनिक रहा है, बल्कि सामाजिक रूप से जिम्मेदार और राष्ट्रीय आपदाओं के समय जनता का रक्षक भी रहा है.