नई दिल्ली: भारत में आईफोन मैन्युफेक्चरिंग प्लांट्स द्वारा प्रत्येक माह नए निर्यात रिकॉर्ड बनाने के साथ ही स्थानीय स्तर पर मजबूत उत्पादन के दम पर Apple आगामी एक से दो सालों में 5-6 लाख नौकरियां (प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष) सृजित करने के लिए तैयार है.
उद्योग सूत्रों के अनुसार, सरकार की उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना की बदौलत आईफोन का निर्यात हर महीने लगभग 1 बिलियन डॉलर तक पहुंच रहा है. टेक दिग्गज ने अपनी आपूर्ति श्रृंखला में लगभग 2 लाख लोगों को रोजगार दिया है, जिनमें महिला कर्मचारियों की संख्या अधिक है. इसमें विक्रेता और घटक आपूर्तिकर्ता भी शामिल हैं.
टाटा चला रही एप्पल के दो प्लांट: टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स, जो एप्पल के लिए दो प्लांट चलाता है, फॉक्सकॉन और पेगाट्रॉन के साथ एप्पल इकोसिस्टम में सबसे बड़ा जॉब क्रिएटर है. पिछले 10 वर्षों में मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग जॉब सृजन में अग्रणी शक्ति रही है, क्योंकि सरकार का लक्ष्य भारत को वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना है. सरकार के अनुसार, अकेले एप्पल के इकोसिस्टम में 2 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला है और यहां अच्छी वृद्धि हुई है.
भारत में दोगुना कर रहा निवेश: देश में आईफोन फैक्ट्रियां त्योहारों के चरम समय में 10,000 से अधिक लोगों को सीधे काम पर रखने के लिए तैयार हैं. एप्पल भारत में निवेश को दोगुना कर रहा है और कथित तौर पर फोन कैमरा मॉड्यूल के लिए उप-घटकों को इकट्ठा करने के लिए टाटा समूह की टाइटन कंपनी और मुरुगप्पा समूह के साथ बातचीत कर रहा है.