भिलाई का युवक पुणे में बना बंधक, आरोपियों ने कहा 'भाई चाहिए तो भेज अकाउंट में पैसे, वरना नहीं बचेगी जान' - hostage in Pune
Youth from Bhilai held hostage in Pune भिलाई के युवक को पुणे में बंधक बनाकर रुपए मांगने का मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने शिकायत दर्ज करके जांच शुरु की है.
भिलाई का युवक पुणे में बना बंधक (ETV Bharat Chhattisgarh)
भिलाई : भिलाई के युवक को पुणे में बंधक बनाकर पैसों की डिमांड की गई है. पीड़ित की बहन ने सुपेला थाने में अपने भाई को बंधन बनाकर पैसे मांगने की शिकायत दर्ज कराई है.जिसके बाद पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज किया है. पीड़ित की बहन कॉन्ट्रैक्टर कॉलोनी सुपेला की निवासी है.जिसका भाई काम की तलाश में पुणे गया था.लेकिन अब भाई को बंधक बनाकर पैसों की डिमांड की जा रही है.
क्या है मामला ?:सुपेला निवासी युवक भीषण यादव 25 जून को जॉब करने के लिए पुणे गया.लेकिन उसने 29 जून को फोन पर अपनी बहन लता यादव को बताया कि उसे कमरे में बंद करके बंधक बना लिया गया है.इसके बाद भीषम ने लता को आकाश नाम के युवक का नंबर दिया. जब लता ने आकाश से बात की तो पता चला कि भीषम का दोस्त कंपनी का नुकसान करके भाग गया है.इसलिए भीषम को बंधक बनाया गया है.यदि लता नुकसान के पैसे भर दे तो भीषम को छोड़ दिया जाएगा.
भिलाई का युवक पुणे में बना बंधक (ETV Bharat Chhattisgarh)
बहन ने पैसे किए ट्रांसफर :इस कॉल के बाद लता ने आकाश के दिए गए अकाउंट में 50 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए.पैसे ट्रांसफर करने के बाद आकाश ने भीषम से लता की बात कराई जिसमें उसने वापस भिलाई आने की बात कही.लेकिन 1 जुलाई को वापस भीषम ने लता को फोन किया कि जिस अकाउंट में पैसा डाला गया है उसने कंपनी को पैसा नहीं दिया है.इसलिए मुझे फिर से बंधक बना लिया गया है.इसलिए दोबारा पैसे भेजो.इस पर लता ने पैसे ना होने की बात कही.इसके बाद लता को एक और कॉल आया जो भीषम के मोबाइल नंबर से किया गया था.सामने वाले शख्स ने लता से ढाई लाख रुपए की मांग की.इसके बाद लता ने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई है.
''लता यादव की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 384, 34 का अपराध कायम कर मामले को विवेचना में लिया गया है. विवेचना के बाद ही रुपए मांगने का वास्तविक कारण सामने आ सकेगा.'' सत्यप्रकाश तिवारी, भिलाई नगर सीएसपी
इस मामले में पुलिस ने बहन की शिकायत पर भाई को बंधक बनाने का मामला दर्ज किया है.लेकिन सवाल ये है कि पहले 50 हजार का नुकसान होने की बात कहकर पैसे ट्रांसफर कराना और फिर पैसे मिलने पर ढाई लाख रुपए की डिमांड करना.कहीं ना कहीं भीषम को बंधक बनाए जाने पर संदेह पैदा करता है.