दुमका:कहते हैं पानी बिन सब सून. यही कारण रहा कि झारखंड की उपराजधानी दुमका के सदर प्रखंड के पुराना दुमका पंचायत के ग्रामीण पानी की समस्या से परेशान होकर बर्तन लेकर सड़कों पर उतर आये. समस्या से जूझ रही महिलाओं का कहना है कि इस भीषण गर्मी में हमें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. अगर प्रशासन ने इस पर ध्यान नहीं दिया तो हम आने वाले लोकसभा चुनाव में वोट नहीं देंगे.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, दुमका जिले के सदर प्रखंड के पुरानी दुमका पंचायत के मोरटंगा रोड के केवटपाड़ा इलाके में पानी की गंभीर समस्या है. इससे निराश होकर महिलाएं बर्तन लेकर सड़क पर उतर आईं. उनका कहना है कि इस इलाके में सिर्फ एक हैंडपंप है और वह भी करीब एक किलोमीटर की दूरी पर है. वहां से पानी लाकर हमें गुजारा करना पड़ रहा है. जबकि हमारे घर के सामने से हिजला जलापूर्ति पाइपलाइन गुजरी है, लेकिन इसका लाभ हमें नहीं मिला.
इन महिलाओं का कहना है कि वे पानी की समस्या को लेकर पिछले छह माह से समाहरणालय का चक्कर लगा रही हैं. स्थानीय मुखिया से भी कई बार मुलाकात की. हमारी समस्या पर न तो प्रशासन ध्यान दे रहा है और न ही कोई जनप्रतिनिधि. इस भीषण गर्मी में हमें पानी के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.
पानी नहीं मिला तो नहीं देंगे वोट
इन महिलाओं का कहना है कि पानी लाने में हमारा काफी समय बर्बाद हो जाता है. जिसका असर हमारी दिनचर्या पर पड़ता है. वह कहती हैं कि अगर प्रशासन और जन प्रतिनिधि हमारी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं तो हम भी आगामी लोकसभा चुनाव में वोट देने नहीं जायेंगे.
क्या कहते हैं मुखिया?