धनबाद: भाजपा के धनबाद विधायक राज सिन्हा दो बार अपनी फतह का लोहा मनवा चुके हैं. लेकिन इस बार जिस तरह से विरोध के स्वर उठ रहें हैं, उससे लगता है कि उनकी यह डगर आसान नहीं होगी. धनबाद भाजपा का एक गुट राज सिन्हा के विरोध में उतर आए हैं. भाजपा के इस खेमे में कई दिग्गज हैं. जो आलाकमान से उन्हें टिकट नहीं देने की बात कह रहे हैं. साथ ही उनके स्वर चेतावनी भरे भी हैं कि अगर पार्टी उन्हे धनबाद विधानसभा से टिकट देती है, तो धूल चटाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.
वहीं, पार्टी के एक खेमे के कार्यकर्ताओं के इस विरोध के कारण धनबाद सीट से अपनी-अपनी दावेदारी पेश करने वाले नेताओं की बांछे भी खिल उठी हैं. इनमें सबसे पहला नाम अमरेश सिंह का है. अमरेश सिंह भाजपा के एक बड़े राष्ट्रीय नेता के करीबी हैं. वैसे अमरेश सिंह की दावेदारी पिछले विधानसभा में भी रही है. लेकिन पार्टी ने राज सिन्हा पर भरोसा जताया था और वह पार्टी के भरोसे पर एकदम से खरे उतरे.
लोकसभा चुनाव के दौरान विधायक राज सिन्हा ने मीडिया में भाजपा द्वारा उतारे गए प्रत्याशी ढुल्लू महतो के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी की थी. जिस कारण विधायक व पांच मंडल अध्यक्षों को शो-कॉज किया गया था. जिसका खामियाजा उन्हें इस विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ सकता है. उनके विरोध में खड़े पार्टी के कार्यकर्ता पुरजोर विरोध कर रहें हैं.
धनबाद विधानसभा से टिकट के लिए दावेदार अमरेश सिंह की कार्यकर्ताओं के इस विरोध पर बांछे खिल गई हैं. उन्हे अपनी टिकट पक्की होती नजर आ रही है. वह खुद को टिकट की रेस में एक नंबर आंकते हैं. वैसे भी धनबाद लोकसभा सीट से भाजपा ने ओबीसी प्रत्याशी ढुल्लू महतो दिया. भाजपा का यह निर्णय काफी ठोस रहा.
ढुल्लू महतो धनबाद लोकसभा से विजयी रहे. ढुल्लू महतो के सांसद बनने के पहले पीएन सिंह यहां से सांसद थे. उन्हें पिछले लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया गया, जिसके कारण राजपूत वर्ग में इसे लेकर नाराजगी देखी गई थी. जाहिर है कि इस विधानसभा चुनाव में भाजपा के शीर्ष नेता राजपूतों की लोकसभा चुनाव के दौरान की नाराजगी को पाटने का काम करेंगे.
पीएन सिंह तीन बार धनबाद लोकसभा से सांसद रहे. उसके बाद ढुल्लू महतो को पार्टी ने टिकट दिया और वह सांसद बने. ठीक उसी तरह से राज सिन्हा दो टर्म धनबाद सीट से विधायक रह चुके हैं. इसलिए संभावना जताई जा रही है कि इस बार पार्टी धनबाद विधानसभा से किसी अन्य प्रत्याशी को मैदान में उतारेगी. लेकिन इससे भी इनकार नहीं किया जा सकता कि तीसरे टर्म में फिर से उन्हे पार्टी मौके दे सकती है.
वहीं, विधायक राज सिन्हा के समर्थक कार्यकर्ताओं के विरोध को एक साजिश मान रहे हैं. उनका मानना है कि भाजपा के एक नेता के इशारे पर ही यह सब कुछ हो रहा है. राज सिन्हा के नाम को जानबूझकर उछाला जा रहा है. वहीं विधायक राज सिन्हा अपने क्षेत्र में विकास के लिए जाने जाते हैं. उनके विधानसभा क्षेत्र में SNMMCH आता है. अस्पताल की व्यवस्था सुदृढ़ हो, इसके लिए कई कार्य उन्होंने किए हैं.