आगरा:जिले में द एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया की पांच दिवसीय वार्षिक कॉन्फ्रेस Asicon-2024 चल रही है. एसीकॉन-2024 जिसमें देश और विदेश से आठ हजार से अधिक सीनियर सर्जन्स आए हैं. जो आगरा में सर्जरी की नई - नई विधा के बारे में बता रहे हैं. एसीकॉन-2024 में राजस्थान की राजधानी जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल से आईं प्रोफेसर और यूनिट हेड सीनियर सर्जन डॉ. प्रभा ओम ने ईटीवी भारत से खास बातचीज में महिलाओं में सबसे अधिक होने वाली पांच सर्जरी की जानकारी दी.
सीनियर जनरल सर्जन डॉ. प्रभा ओम ने बताया, कि इस समय टॉप फाइव सर्जरी में टॉप पर ब्रेस्ट की सर्जरी है. क्योंकि, आज महिलाओं में कैंसर की बात करें तो सबसे अधिक ब्रेस्ट कैंसर है. जिसकी वजह से ब्रेस्ट की सर्जरी सबसे अधिक हो रही हैं. लेकिन, यदि कोई महिला जल्द ही डॉक्टर्स के पास पहुंच जाती है तो, उसका पूरा ब्रेस्ट नहीं निकाला जाता है. मरीज में बीमारी की गंभीरता वाला ब्रेस्ट निकाला जाता है.
सप्ताह में एक बार करें ब्रेस्ट का सेल्फ एग्जामिन:सर्जन डॉ. प्रभा ओम ने बताया, कि कैंसर को लेकर जन जागरुकता की जा रही है. ब्रेस्ट कैंसर को लेकर जागरुकता में किशोरी, युवती और महिलाओं से अपील करते हैं, कि सप्ताह में एक दिन नहाते समय पांच मिनट अपने ब्रेस्ट का सेल्फ एग्जामिन करें. हाथ से दबाकर देखें कि ब्रेस्ट में कोई गांठ तो नहीं है. दोनों निप्पल से किसी भी तरह का स्राव तो नहीं हो रहा है. ब्रेस्ट में कहीं दर्द तो नहीं है. ब्रेस्ट का साइज समान है. जरा भी संदेह हो तो चिकित्सक को दिखाएं और परामर्श लें. वैसे ब्रेस्ट की हर गांठ कैंसर नहीं होती है. इसलिए, घबराए नहीं. मगर, सतर्क रहें.
सीनियर जनरल सर्जन डॉ. प्रभा ओम ने दी जानकारी (Video Credit; ETV Bharat) इसे भी पढ़ें - Menstrual Problems : पीजीआई के डॉक्टरों ने तीन सर्जरी कर किशोरी को दी नई जिंदगी, यह थी समस्या ब्रेस्ट कैंसर के कुछ लक्षण :स्तन या बगल में लगातार दर्द होना. स्तन की त्वचा का लाल हो जाना. स्तन कहीं पर कठोर होना. स्तन में कहीं पर दर्द रहित गांठ होना. एक या दोनों निप्पल पर दाने होना. स्तन के आकार में बदलाव होना. निप्पल से तरल डिस्चार्ज होना. निप्पल का उल्टा होना. स्तन या निप्पल में जलन या सिकुड़न होना.
एस्ट्रोजन की वजह से पित्त की थैली में पथरी :सीनियर जनरल सर्जन डॉ. प्रभा ओम ने बताया, कि महिलाओं में दूसरे नंबर सबसे अधिक पित्ताशय की सर्जरी है. जो पित्ताशय में पथरी की वजह से होती है. महिलाओं में पित्त की थैली में पथरी अधिक होती है. जिसकी वजह महिलाओं में एस्ट्रोजन अधिक होना, मोटापा, कॉलोस्ट्रोल, पिगमैंट और कम पानी पीना है. यदि किसी महिला के सीधे हाथ और पेट में दर्द हो तो समझ जाएं. तत्काल डॉक्टर को दिखाएं. अल्ट्रासाउंड कराएं. जिससे पता चल जाएगा. क्योंकि, पित्त की थैली में पथरी की वजह से कैंसर होने की संभावना अधिक होती है.
पित्त की थैली में पथरी :शरीर का तापमान सामान्य से अधिक होना.अचानक दिल की धड़कन का तेज होना. भूख कम लगना और खाने की इच्छा में कमी. त्वचा और आंखों का पीला हो जाना.पेट में दाहिए ओर दर्द होना.
थायराइड में ये लक्षण दिखें तो जाएं सतर्क :सीनियर जनरल सर्जन डॉ. प्रभा ओम ने बताया, कि महिलाओं में तीसरी बडी सर्जरी थायरॉयड की सर्जरी है. ये सामने ही दिखती है. इसलिए, यदि महिलाओं को थायराइड है तो सर्तक रहे. गले में जरा भी बदलाव दिखे तो चिकित्सक से परामर्श लें. अपने खानपान में बदलाव करें.
टीबी की गांठों की वजह से सर्जरी :सीनियर जनरल सर्जन डॉ. प्रभा ओम ने बताया, कि महिलाओं में चौथी सर्जरी टीबी की वजह से हो रही हैं. देश से अभी टीबी खत्म नहीं हुआ है. टीबी की वजह से गले में गांठे या पेट में गांठे हो जाती हैं. यदि दवाओं से उपचार नहीं होता है तो सर्जरी की जाती है.
यूट्रस की सर्जरी भी हो रही :सीनियर जनरल सर्जन डॉ. प्रभा ओम ने बताया, कि पांचवे नंबर पर यूट्रस की सर्जरी की जाती है. महिलाओं में जब भी खून जाता है, ओवरी में गांठे हो जाती हैं या ओवरी का साइज बढ जाता है. जिससे पेट का साइज बढ़ जाता है. महिलाओं को लगता है, कि वे गर्भवती हैं. लेकिन, ऐसा नहीं होता है. ये यूट्रस में दिक्कत की वजह से होता है. इसलिए, लक्षणों को महिलाएं नजरअंदाज नहीं करें. सतर्क रहें और शरीर में कुछ भी अटपटा दिखे तो तत्काल जांच कराएं.
यूट्रस सर्जरी की वजह :गर्भाशय फाइब्रॉएड. एंडोमेट्रियोसिस होना.योनि से असामान्य रक्तस्राव.माहवारी में अहसनीय दर्दयूट्रस पॉलीप्स होना. लंबे समय तक पैल्विक दर्द.गर्भाशय का असामान्य विकास.
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