चरखी दादरी: शनिवार को हरियाणा में बारिश के चलते किसानों की हजारों क्विंटल गेहूं की फसल भीग गई. ज्यातार अनाज मंडियों में बारिश से गेहूं की फसल को बचाने के कोई इंतजाम नहीं दिखे. चरखी दादरी अनाज मंडी में भी गेहूं और सरसों की फसल को बारिश से बचाने के लिए कोई इंतजाम नहीं मिले. जिसका खामिया किसानों को उठाना पड़ा है. सिर्फ अनाज मंडी में ही नहीं बल्कि खेतों में पड़ी फसल भी पूरी तरह भीग गई है.
बारिश की वजह से भीगा किसानों का गेहूं: बता दें कि रबी सीजन में चरखी दादरी अनाज मंडी में सरसों की बंपर आवक हुई है. मंडी में आवक अधिक होने के कारण सरसों सड़क तक पहुंच गई थी. वहीं स्थानीय अनाज मंडी में गेहूं की भी आवक शुरू हो चुकी है. आवक अधिक व उठान धीमी गति से होने के कारण फसल रखने तक की जगह नहीं बची. जिसकी वजह से किसानों को काफी परेशानी हो रही है. उठान तेज करने के लिए शुक्रवार और शनिवार को फसल खरीद की प्रक्रिया पर रोक रही. इसके बावजूद हजारों क्विंटल सरसों और गेहूं अनाज मंडी परिसर में खुले में पड़ी हुई है. शनिवार को बारिश की वजह से हजारों क्विंटल गेहूं और सरसों की फसल भीग गई.
जींद में बारिश ने बढ़ाई किसानों की चिंता: शनिवार को जींद में काले बादल छाए रहे. अच्छी बात ये रही कि बारिश नहीं हुई, लेकिन मौसम के बदलते मिजाज की वजह से किसानों की दिल की धड़कने बढ़ी रही. दूसरी तरफ जींद की अनाज मंडियों में किसानों की फसल खुले में पड़ी है. अगर बारिश होती तो सारी फसल भीग जाती. शनिवार को जींद का अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 22 डिग्री रहा. हवा की गति 14 किलोमीटर प्रति घंटा रही और मौसम में आद्रता 29 प्रतिशत बनी रही.