गया : बिहार के गया में विष्णुपद क्षेत्र से हिंदू युवा शक्ति के द्वारा शोभायात्रा निकाली गई. शस्त्र के साथ निकाली गई शोभायात्रा गया शहर के विभिन्न मार्गों से होकर गुजरी. सूरजकुंड तालाब के समीप से शोभायात्रा निकाली गई, जो विभिन्न मार्गो से होते हुए मंगला गौरी मंदिर को पहुंची और शक्ति प्रतीक माता मां मंगला के दरबार में शस्त्र पूजन किया गया.
परंपरागत तरीके से किया गया शस्त्र पूजन :शस्त्र पूजन परंपरागत तरीके से किया गया. इसमें शामिल लोगों ने बताया कि पौराणिक काल से ही शस्त्र पूजन की परंपरा चली आ रही है. बीच में हिंदू समाज के लोग इसे भूल गए थे, लेकिन पिछले 15 वर्षों से हिंदू युवा शक्ति के द्वारा लगातार शस्त्र पूजन किया जाता है. विजयादशमी के दिन शस्त्र पूजन हम लोग करते हैं. विष्णुपद क्षेत्र से शोभा यात्रा बैंड बजे के साथ निकालते हैं और यह शोभायात्रा मां मंगला गौरी मंदिर को पहुंचती है. यहां शस्त्र का पूजन किया जाता है.
हर देवी देवता के हाथ में शस्त्र :वही हिंदू युवा शक्ति के छोटू बारिक ने बताया कि हर हिंदू युवा को शस्त्र पूजन करना चाहिए. यह हमारे हिंदू परंपरा में शामिल है. पिछले 15 वर्षों से लगातार हिंदू युवा शक्ति के तत्वावधान में शस्त्र पूजन किया जाता है. शस्त्र पूजन को लेकर शोभायात्रा निकाली जाती है, जो मंगला गौरी मंदिर पहुंचती है. वहीं, रवि कुमार सिन्हा ने बताया कि हम हिंदुओं को अपनी पौराणिक परंपरा निभाने के लिए जगाने चले हैं, जो लोग इस परंपरा को भूले हैं, उन्हें जगा रहे हैं. पिछले 15 वर्षों से लगातार हिंदू युवा शक्ति गया में शस्त्र पूजन कर रही है.
''शस्त्र का पौराणिक महत्व है. पौराणिक परंपरा है. सभी देवी देवता के हाथों में शस्त्र होते हैं. पौराणिक काल से शस्त्र पूजन की परंपरा रही है. बीच में सनातनी धर्म के लोग इसे भूलने लगे थे, लेकिन अब इसे नहीं भूलेंगे. पिछले 15 सालों से हिंदू युवा शक्ति शस्त्र पूजन करती है. इसमें काफी संख्या में हिंदू भाग लेते हैं. शोभायात्रा निकालकर शस्त्र लिए मां मंगला गौरी के दरबार में पहुंचते हैं और यहां शस्त्र पूजन विधिवत धार्मिक परंपरागत तरीके से किया जाता है.''- विनय कुमार गुप्ता, अध्यक्ष, हिंदू युवा शक्ति संघ